Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 466] [प्रज्ञापनासूत्र होते हैं, अथवा अपर्याप्तक असंख्यातवर्षायुष्क गर्भज खेचर-पंचेन्द्रिय-तिर्यञ्चयोनिकों से उत्पन्न होते हैं ? [636-22 उ.] गौतम ! (वे) पर्याप्तक संख्यातवर्षायूष्क गर्भज खेचर-पंचेन्द्रिय-तिर्यञ्चयोनिकों से उत्पन्न होते हैं (किन्तु) अपर्याप्तक संख्यातवर्षायुष्क गर्भज खेचर-पंचेन्द्रिय-तिर्यग्योनिकों से उत्पन्न नहीं होते। [23] जति मणुस्सेहितो उववज्जति किं सम्मुच्छिममणुस्सेहितो उववज्जति ? गम्भवक्कतियमणुस्से हिंतो उववति ? गोयमा ! नो सम्मुच्छिममणुस्सेहितो उववज्जंति, गब्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जति / [636-23 प्र.] (भगवन् !) यदि (वे) मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं तो क्या सम्मूच्छिम मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं अथवा गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं ? __[636-23 उ.] गौतम ! (वे) सम्मूच्छिम मनुष्यों से उत्पन्न नहीं होते, गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं। _ [24] जइ गब्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जति किं करमभूमगगम्भवक्कंतियमणुस्से हितो उववज्जति ? अकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणुस्से हिंतो उबवज्जति ? अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! कम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जति, नो अकम्मभूमगगब्भवतियमस्से हिंतो उक्वजंति, नो अंतरदीवगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जति / [639-24 प्र.] (भगवन् ! ) यदि (वे) गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं तो क्या कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं या अकर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं अथवा अन्तर्वीपज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं ? [636-24 उ.] गौतम ! (वे) कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं; (किन्तु) न तो अकर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं और न अन्तर्वीपज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं / [25] जति कम्मभूमगगम्भवक्कंतियमणुस्सेहितो उववज्जति किं संखेज्जवासाउएहितो उववज्जति ? असंखेज्जवासाउएहिंतो उबवज्जति ? गोयमा ! संखेज्जवासाउयकम्मभूमगगन्भवतियमणसे हितो उववज्जंति, नो असंखेज्जवासाउयकम्मभूमगगब्भवक्कंतियमणूसेहिंतो उववति / [639-25 प्र.] (भगवन् ! ) यदि कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं तो क्या संख्यात वर्ष की आयु वाले कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं, अथवा असंख्यात वर्ष की आयु वाले कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं ? [636-25 उ.] गौतम ! (वे) संख्यात वर्ष की प्राय वाले कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न होते हैं, किन्तु असंख्यात वर्ष की आयु वाले कर्मभूमिज गर्भज मनुष्यों से उत्पन्न नहीं होते। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org