Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 1495
________________ 3..] 2054 वेयण-कसाय-मरणे वेंट वाहिरपत्ता सचित्ताऽऽहारट्ठी सण वाण कास महंग सण्णिहिया सामाणा सत्तट्ट जातिकुलकोडिलक्ख सप्फाए सज्जाए समणिद्धयाए बंधो समयं वक्ताण सम्मत्तस्स अभिगमे सरीरप्पा भासा सन्बो वि किसलयो खलु ससविन्दु गोत्तफुसिया संजय अस्संजय मीसगा संठाणं बाहल्लं 2055 साएथ कोसला गयपुरं 54 [8] सातमसातं सव्वे 1793 साली वीही गोधम 42 साहारणमाहारो 194 सिद्ध त्ति य बुद्ध ति य 91 [4] सिद्धस्स सुहो रासी 54 [8] सिंघाडगस्स गुच्छो 948 सीता य दव्वसारीर 54 [10] सुयरयणनिहाणं जिणवरेण 2032 सुरगणसुहं समत्तं 859 सेढिय भत्तिय होत्तिय 54 [9] सेयविया वि य णगरी 45 सो होइ अहिगमरुई 1980 हरियाले हिंगुलए 972 हासे हासरई वि य 54 [10] 211 211 54 [2] 2054 211 102 110 24 194 10 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org.

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