Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 1513
________________ 31] प्रज्ञापनासूत्र काउंबरी काअोली कागणी कायमाई कारियल्लई किट्टि किट्ठीया किण्हन किण्हे किमिरासि कुच्चकारिया 41 जासुमण जासुवण जियंत 42 जि(ज)यंति 45 जूहिया णल 54 णवणीइया 55 णहिया / णही जंगलइ णागरुक्ख गागलया णालीया णिरुहा कुज्जय कुडअ कुत्थुभरि णिहु कुर कुवधा (या) 1233 कुहण 45 जिंब 54 णीलकणवीरम 50 गोमालिया 40 तउस 54 तक्कलि तलऊडा 1227 43 ताल कोदूसा कोसंब खल्लड खीरकाओली गयमारिणी गंज गिरिकण्णा गोत्तफुसिया घोसाडइ चविता चंडी 41 1122 चुच्चु 42 तिमिर तिला 45 तिड्य 1233 तिंदु 1234 तिदूय 54 तुलसी 42 तुस 49 तेयलि 1122 तेंदूस ___ दव्वहलिया दव्वी 50 दहफुल्लई 42 दहिवन्न 48 दंती चोरग चोराण छिण्णरहा छीरविराली जवजवा जावइ जावति Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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