________________ इक्कीसवाँ अवगाहनासंस्थानपद] [437 [2] जदि रयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवेउब्वियसरीरे कि पज्जतगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवेउब्वियसरीरे अपज्जत्तगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवे उम्बियसरीरे ? गोयमा ! पज्जत्तगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवेउब्धियसरीरे वि अपज्जतगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवेउब्वियसरीरे वि। / [1517-2 प्र. (भगवन् ! ) यदि रत्नप्रभापृथ्वी के नैरयिक-पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है तो क्या पर्याप्तक-रत्नप्रभापृथ्वी के नैरयिक-पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है अथवा अपर्याप्तक-रत्नप्रभापृथ्वी के नैरयिक पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है ? [उ.] गौतम ! पर्याप्तक-रत्नप्रभा-पृथ्वी के नैरयिकपंचेन्द्रियों के भी वैक्रियशरीर होता हैं और अपर्याप्तकरत्नप्रभा-पृथ्वी के नै रयिक पंचेन्द्रियों के भी वैक्रियशरीर होता है। [3] एवं जाव अहेसत्तमाए दुगतो भेदो भाणियव्यो / [1517-3] इसी प्रकार शर्कराप्रभापृथ्वी के नैरयिक पंचेन्द्रियों से लेकर यावत् अधःसप्तमपृथ्वी के नैरयिक-पंचेन्द्रियों के पर्याप्तक और अपर्याप्तक दोनों भेदों में वैक्रियशरीर होने का कथन करना चाहिए। 1518. [1] जदि तिरिक्खजोणियपंचेंदियवे उब्धियसरीरे कि सम्मुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्वियसरोरे गम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेवियवेउब्वियसरीरे ? गोयमा ! णो सम्मुच्छिमतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्वियसरीरे, गम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्वियसरीरे। [1518-1 प्र.] (भगवन् ! ) यदि तिर्यञ्चयोनिक पञ्चेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है, तो क्या सम्मूच्छिम-तिर्यञ्चयोनिकपंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है अथवा गर्भजतिर्यञ्चयोनिक पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है ? __ [उ.] गौतम ! सम्मूच्छिम-तिर्यञ्चयोनिक-पञ्चेन्द्रियों के वैक्रियशरीर नहीं होता, (किन्तु) गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक-पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है / [2] जदि गम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउध्वियसरीरे किं संखेज्जवासाउयगम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्धियसरोरे असंखेज्जवासाउयगम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपर्चेदियवेउब्वियसरीरे? गोयमा ! संखेज्जवासाउयगन्भवतियतिरिक्खजोणियपचेंदियवेउब्वियसरीरे, णो असंखेज्जवासाउयगम्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्वियसरीरे। [1518-2 प्र. (भगवन् ! ) यदि गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक-पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है तो क्या संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक-पंचेन्द्रियों के वैकिपशरोर होता है अथवा असंख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर होता है ? [उ.] गौतम ! संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक-पंचेन्द्रियों के वैकिपशरोर होता है, (किन्तु) असंख्यात वर्ष को प्रायु वाले गर्भज-तिर्यञ्चयोनिक-पंचेन्द्रियों के वैक्रियशरीर नहीं होता। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org