Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 141 142 नोवा-योगद्वार दसवां-उपयोगद्वार ग्यारहवां-वेदद्वार बारहवां-शरीरद्वार तेरहवा-पर्याप्तिद्वार 143 144 145 उनतीसवां उपयोग पद 148 प्राथमिक जीव आदि में उपयोग के भेद-प्रभेदों की प्ररूपणा जीव आदि में साकारोपयुक्तता-प्रनाकारोपयुक्तता-निरूपण 152 155 तीसवां पश्यत्तापद जीव एवं चौवीस दण्डकों में पश्यत्ता के भेद-प्रभेदों की प्ररूपणा जीव एवं चौवीस दण्डकों में साकारपश्यत्ता और अनाकारपश्यत्ता केवली में एक समय में दोनों उपयोगों का निषेध सीw. इकतीसवां संक्षिपद 171 प्राथमिक जीव एवं चौवीस दण्डकों में संज्ञी आदि की प्ररूपणा 174 बत्तीसवां संयतपद प्राथमिक जीवों एवं चौबीस दण्डकों में संयत प्रादि की प्ररूपणा . 177 178 तेतीसवां अवधिपद 181 183 183 प्राथमिक तेतीसवें पद के प्राधिकारों की प्ररूपणा अवधि भेदद्वार अवधिविषयद्वार अवधिज्ञान का संस्थान प्राभ्यन्तर-बाह्य अवधिद्वार देशावधि-सर्वावधिद्वार अवधिक्षय-वृद्धि प्रादि द्वार 194 [75] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org