________________ ग्यारहवाँ भाषापद] [51 834. प्रह भंते ! जाय इस्थिप्राणमणी जा य पुममाणमणी जा य गपुंसगमाणमणी पण्णवणी णं एसा भासा ? ण एसा भासा मोसा ? हंता गोयमा ! जा य * इत्थियाणमणो जा य पुमाणमणो जा य णपुसगाणमणी पण्णवणी गं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा। [834 प्र.] भगवन् ! यह जो स्त्री-पाज्ञापनी है और जो पुरुष-प्राज्ञापनी है, अथवा जो नपुंसक-प्राज्ञापनी है, क्या यह प्रज्ञापनी भाषा है ? यह भाषा मृषा नहीं है ? [834 उ.] हाँ, गौतम ! यह जो स्त्री-पाज्ञापनी है और जो पुरुष-प्राज्ञापनी है, अथवा जो नपुंसक-प्राज्ञापनी है, यह भाषा प्रज्ञापनी है। यह भाषा मृषा नहीं है / 835. ग्रह भंते ! जा य इत्थीपण्णवणी जा य पुमपण्णवणी जा य णपुसगपण्णवणी पण्णवणी णं एसा भासा ? ण एसा भासा मोसा? हंता गोयमा ! जा य इत्थीपण्णवणी जा य पुमपण्णवणी जा य गपुसगपण्णवणी पण्णवणो णं एसा भासा, ण एसा भासा मोसा। [835 प्र.] भगवन् ! यह जो स्त्री-प्रज्ञापनी है और जो पुरुष-प्रज्ञापनी है, अथवा जो नपुसक-प्रज्ञापनी है, क्या यह प्रज्ञापनी भाषा है ? यह भाषा मृषा नहीं है ? 835 उ.] हाँ, गौतम ! यह जो स्त्री-प्रज्ञापनी है और जो पुरुष-प्रज्ञापनी है, अथवा जो नपुंसक-प्रज्ञापनी है, यह प्रज्ञापनी भाषा है और यह भाषा मृषा नहीं है। 836. अह भंते ! जा जातीति इस्थिवयू जाईइ पुमवयू जातीति ण सगवयू पण्णवणी णं एसा भासा ? ण एसा भासा मोसा? हता गोयमा ! जातोति इत्थिवयू जातीति पुमवयू जातीति णपुंसगवयू पण्णवणी णं एसा भासा, न एसा भासा मोसा / 836 प्र.] भगवन् ! जो जाति में स्त्रीवचन है, जाति में पुरुषवचन है और जाति में नपुंसकवचन है, क्या यह प्रज्ञापनी भाषा है ? यह भाषा मृषा नहीं है ? [836 उ.] हाँ, गौतम ! जाति में स्त्रीवचन, जाति में पुरुषवचन, अथवा जाति में नपुसक वचन, यह प्रज्ञापनी भाषा है, और यह भाषा मृषा नहीं है। 837. अह भंते ! जाईति इस्थिप्राणमणी जाईति पुममाणमणी जाईति णपुसगाणमणी पण्णवणी णं एसा भासा ? ण एसा भासा मोसा? हता गोयमा ! जातीति इत्थीग्राणमणी जातीति पुमप्राणमणी जातीति गपुसगाणमणी पण्णवणी णं एसा मासा, ण एसा भासा मोसा। [837 प्र.। भगवन् ! अब प्रश्न यह है कि जाति में जो स्त्री-आज्ञापनी है, जाति में जो पुरुष-आज्ञापनी है अथवा जाति में नपुंसक-प्राज्ञापनी है, क्या यह प्रज्ञापनी भाषा है ? यह भाषा मृषा नहीं है ? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org