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अमुगत्थ-अय
पाइअसहमहण्णवो
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अमुसार, १०, १२) सत्यवचन (सूप १, अमा
अमुगत्थ वि [अमुत्र] अमुक स्थान में (सुपा | [दर्शिन्] १ ठीक-ठीक देखनेवाला (दस | अम्माइआ स्त्री [दे] अनुसरण करने वालो ६०२)।
६)। २ न. उद्यान-विशेष । ३ पुं. यक्ष-विशेष | स्त्री, पीछे-पीछे जानेवाली स्त्री (दे १,२२) । अमुण वि [अज्ञ] अजान, मूर्ख (बृह १)। (विपा १, ३) । पहारि वि [प्रहारिन्] अम्मो अ[ ? ] १ आश्चर्य-सूचक अमुणिय वि [अज्ञात] अविदित (सुर ४, | अचूक प्रहार करनेवाला, निशानबाज (महा) । | अव्यय (हे २, २०८; स्वप्न २६)। २ माता २०)।
रह पुं [ रथ इस नाम का एक रथिक । का संबोधन, हे माँ (उवा; कुमा) । अमुणिय वि [अज्ञान] मूर्ख, अजान (पएह | (महा)।
| अम्मोगइया स्त्री [दे] संमुख-गमन, स्वागत १, २)।
अमोह [अमोह] १ मोह का प्रभाव, सत्य- करने के लिए सामने जाना; 'राया सयमेव अमुत्त वि [अमुक्त] अपरित्यक्त (ठा १०)। ग्रह (विसे)। २ रुचक पर्वत का एक शिखर अम्मोगइयाए निग्गओं (सुख २, १३)। अमुत्त वि [अमूर्त रूपरहित, निराकार | (ठा ८)। ३ वि. मोहरहित, निर्मोह (सुपा
अम्मोस वि [अमर्ण्य अक्षम्य, क्षमा के
स न (सुर १४, ३६)। ८३)।
अयोग्य (सुपा ४८७)। अमुदग्गन [अमुदन] १ प्रतीन्द्रिय अमोह पुं[अमोघ] १ सूर्य-बिम्ब के नीचे अमुयग्ग। मिथ्याज्ञान विशेष, जैसे देवताओं
अम्ह स [अस्मत् ] हम, निज, खुद (हे २, कभी-कभी दीखती श्याम प्रादि वर्णवाली रेखा के पुद्गलरहित शरीर को देखकर जीव का
६६ १४२)। केर, केर, श्चय वि (अणु १२१)। २. पुंन. एक देवविमान शरीर पुद्गल से निर्मित नहीं है ऐसा निर्णय
[ीय अस्मदीय, हमारा (हे २, ६६; सुपा (देवेन्द्र १४४)। (ठा ७)।
अमोहण न [अमोहन] १ मोह का प्रभाव अमुस वि [अमृष] सञ्चा, सत्य; 'अमुसे वरे
अम्हत्त वि [दे] प्रमृष्ट, प्रमाणित ( षड् )। (वव १०)। २ वि. मुग्ध नहीं करनेवाला
अम्हार । (अप) वि [अस्मदीय हमारा (कप्प)। अमुसा स्त्री [अमृवा] सत्यवचन (सूत्र १, अमोहा स्त्री [अमोघा] १ एक जम्बूवृक्ष,
अम्हारय । (षड् , कुमा)। १०)। वाइ वि [°वादिन] सत्यवादी | जिसके नाम से यह जम्बूद्वीप कहलाता है
अम्हारिच्छ वि [अस्मादृक्ष] हमारे जैसा (जीव ३)। २ एक पुष्करिणी (दीव)।
(प्रामा)। अमुह वि [अमुख निरुत्तर (ववए)। ।
अम्म देखो अंब- आम्ल (उर २,६)। अम्हारिस वि [अस्मादृश हमारे जैसा (हे अमुहरि वि अमुखरिन् अवाचाल, मित- अम्मएव आम्रदेवा एक जैन प्राचार्य १,१४२० षड्)। भाषी (उत्त १)। (पब २७६; गा ६०६)।
अम्हेश्चय वि [अस्माक] अस्मदीय, हमारा अमूढ वि [अमूढ] प्रमुग्ध, विचक्षण (णाया अम्मा देखो असावा
(कुमाः हे २, १४९)। १, ६) । °णाण न [ज्ञान] सत्य-ज्ञान
अम्मच्छ वि [दे] असंबद्ध (षड्)। अम्हो म [अहो] आश्चर्य-सूचक अव्यय (आवम)। दिट्ठि स्त्री [°दृष्टि] १ अम्मड देखो अंबड (ोप)।
(षड्)। सम्यग्दर्शन (पव ६)। २ अविचलित बुद्धि (उत्त २)। ३ वि. अविचलित दृष्टि वाला,
अम्मडी (अप) स्त्री [अम्बा] माता, म (हे | अय पुं[अग] १ पहाड़, पर्वत। २ साँप, सम्यग्दृष्टि (गच्छ १)।
सर्प । ३ सूर्य, सूरज (श्रा २३)। ४, ४२४)। अमूस वि [अमृष] सत्यवादी (कुमा)।
अम्मणुअंचिय न [दे] अनुगमन, अनुसरण अय पुं[अज] १ छाग, बकरा (विपा १,४)। (दे १, ४६)।
२ पूर्वभाद्रपद नक्षत्र का अधिष्ठायक देव (ठा अमेज देखो अमिज (भग ११,११)।
अम्मधाई देखो अंबधाई (विपा १,६)। २, ३)। ३ महादेव । ४ विष्णु । ५ रामअमेझ देखो अमिज्म (महा)।
अम्मया स्त्री [अम्बा] १ माता, जननी चन्द्र । ६ ब्रह्मा। ६ कामदेव (श्रा २३)।८ अमोल्ल वि [अमूल्य] जिसकी कीमत न हो । (वा)। २ पांचवें वासुदेव की माता का
महाग्रह-विशेष (ठा ६)। ६ बीजोत्पादक सके वह, बहुमूल्य (गउड; सुपा ५१६)। नाम (सम १५२)।
शक्ति से रहित धान्य (पउम ११, २५) । अमोसलि न [दे. अमुशलि] वस्त्रादि निरीअम्महे (शौ) प्र. हर्ष-सूचक अव्यय (हे ४,
करक g[करक] एक महाग्रह का नाम क्षण का एक प्रकार (प्रीघ २६५) । २८४)।
(ठा २, ३) । वाल पुं[पाल] आभीर (श्रा अमोसा देखो अमुसा (कुमा)। अम्मा स्त्री [दे. अम्बा] माता, मां (दे १,
२३)। अमोह वि [अमोघ १ प्रवन्ध्य, सफल | ५)। "पिइ, "पिउ, "पियर, पीइ पुं.ब. अय पुं[अय] १ गमन, गति (विसे २७६३ (सुपा ८३, ५७५) ।२ पुं. सूर्य के उदय ["पित मां-बाप, माता-पिता (वव ३ कप्पा श्रा २३)। २ लाभ, प्राप्ति । ३ अनुभव पौर प्रस्त के समय किरणों के विकार से होने | सुर ३,८३; ठा ३,१, सुर ३,८८७,१७०)। (विसे)। ४ न. पुरय (ठा १०)। ५ भाग्य, वाली रेखा विशेष (भग ३, ६)। एक | 'पेइय वि [पैतृक मां-बाप-संबन्धी (भग नसीब (श्रा २३)। यक्ष का नाम (विपा १,४)। 'दसि वि १,७)।
अयन [अक] १ दुःख । २ पाप (श्रा २३)।
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