Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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भद्रबाह संहिता
सस्ता हो जाता है। व्यापारिक दृष्टिसे इस प्रकार का परिवेष घाटे की ही सूचना देता है, सट्टेबाजोंको यह परिवेष विशेष हानिसूचक है। जो लोग चाँदी, सोने, रूई, सूत, कपास, जूट आदिका सट्टा करते हैं, उन्हें विशेष रूपसे घाटा लगता है। यदि इसी दिन सूर्य-परिवेष दिखलाई पड़े तो गेहूँ, गुड़, लाल वस्त्र, लाख, लाल रंग तथा लाल रंग की सभी वस्तुएँ महँगी होती हैं और इस प्रकारके परिवेषसे उक्त प्रकारकी वस्तुओंके खरीददारोंको दुगुना लाभ होता है। यह परिवेष व्यापारिक जगत्के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है, सीमेन्ट, चूना, रंग, पत्थर आदिके व्यापारमें भी विशेष लाभकी सम्भावना रहती है। सोमवारको सूर्य परिवेष देखनेवाले व्यापारियोंको सभी प्रकारकी वस्तुओंमें लाभ होता है। ईंट, कोयला और अल्प प्रकारके इमारती सामानके मूल्यमें भी वृद्धि होती है। मंगलवारको चन्द्रपरिवेष दिखलाई पड़े तो लाल रंगकी वस्तुओंका मूल्य गिरता है और श्वेत रंगके पदार्थोंका मूल्य बढ़ता है। धातुओंके मूल्यमें प्राय: समता रहती है। सुवर्णके मूल्यमें परिवेषके एक महीने तक वृद्धि पश्चात् कमी होती है। चाँदीका मूल्य आरम्भमें गिरता है पश्चात् ऊँचा हो जाता है। श्वेत रंग का कपड़ा, सूत, कपास, रूई आदिका मूल्य तीन महीनों तक सस्ता होता रहता है। जवाहरातका मूल्य भी गिरता है। मंगलवारका चन्द्र-परिवेष तीन महीनों तक व्यापारिक स्थितिके क्षेत्रमें सस्ते भावों की सूचना ही देता है। यदि मंगलवारको ही सूर्य-परिवेष दिखलाई पड़े तो प्रत्येक वस्तु का मूल्य सवाया बढ़ जाता है, यह स्थिति आरम्भसे एक महीने तक रहती है पश्चात् सोना, चाँदी, जवाहरात, रूई, चीनी, गुड़ आदि वस्तुओंके मूल्यमें गिरावट आ जाती है और बाजारकी स्थिति बिगड़ने लगती है। मसाला, फल एवं मेवोंके मूल्यमें भी गिरावट आ जाती है। दो महीनोंके पश्चात् कपड़ा तथा श्वेत रंगकी अन्य वस्तुओंकी स्थिति सुधर जाती है। अनाजका भाव कुछ सस्ता होता है, पर कालान्तरमें उसमें महँगाई आ जाती है। यदि मंगलवारको पुष्य नक्षत्र हो और उस दिन सूर्य-परिवेष दिखलाई पड़ा हो तथा वह कमसे कम दो घण्टे तक बना रहा हो तो सभी प्रकारकी वस्तुओंके मूल्यमें वृद्धि होती है। व्यापारियोंके लिए यह परिवेष कई गुने लाभकी सूचना देती है। प्रत्येक वस्तु के व्यापारमें लाभ होता है। लगभग चार महीने तक इस प्रकारकी व्यापारिक स्थिति अवस्थित रहती है। उक्त प्रकार के परिवेषसे सट्टेके व्यापारियोंको अपने लिए घाटेकी ही सूचना समझनी चाहिए।