Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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हस्त रेखा ज्ञान
लम्बी अंगुलियों वाले जातक पर निन्दक, पर- छिद्रान्वेषी तथा पराय कामों में रोड़ा अटकाने वाले होते हैं।
(Ny: Yumm mamam ANM
(4) सामान्य लंबी तथा पुष्ट अंगुलियों वाले जातक विश्लेषणात्मक प्रकृति के, अत्यधिक कार्य - कुशल, नियमानुसार कार्य करने वाले तथा छोटी-छोटी बात पर भी ध्यान देने वाले होते हैं। (5) पतली तथा लंबी अंगुलियों वाले जातक चतुर, चालाक तथा कुटनीतिक होते हैं। यदि अन्य लक्षण शुभ न हो तो ऐसी अंगुलियों वाला मनुष्य बेईमान, धूर्त, ठग तथा जेबकट भी हो सकता है। (6) यदि अंगुलियों की लंबाई हथेली की लंबाई के अनुपात से अधिक हो तो ऐसा जातक आस्तिक, धार्मिक, दीर्घसूत्री, आलसी, शंकालु स्वभाव का तथा स्वयं में खोया रहने वाला होता है, ( 7 ) यदि अंगुलियों की लंबाई हथेली की लंबाई के बराबर हो तो जातक भले-बुरे का ज्ञान रखने वाला, सोच-विचार कर काम करने वाला तथा संतुलित - आचरण वाला होता है । ( 8 ) मोटी तथा प्रशस्त अंगुलियों वाला जातक