Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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हस्त रेखा ज्ञान
वालों की होती हैं। लम्बे नाखून वाले फेफड़े तथा छाती की सभी प्रकार की बीमारियाँ हो सकती है । (चित्र 5 भाग 2 ) और ऐसा अधिक तब होता हैं। जब कि नाखून नसदार हों और नसें जड़ से किनारे की ओर चलती हो। उसी किस्म के नाखून लेकिन देखने में छोटे हो तो गले की बीमारियाँ बतलाते हैं। जब कि बहुत लम्बे नाखून और नीले रंग के हो तो वह और भी अधिक बुरे शरीर का गठन तथा बुरे नाखून के दौराना के साथ बतलाते हैं।
( 2 ) छोटे नाखून ( Short Nails)—छोटे नाखून दिल के नाखून बतलाते हैं। और विशेषकर जब कि नाखूनों के चन्द्रमा बहुत छोटे अथवा मुश्किल से दिखाई दे तब नाखून बहुत चपटे और जड़ के पास में गठे दिखाई दे तो दिमाग की बीमारी बतलाते हैं। जबकि उन पर नसें एक ओर से दूसरी दिमाग की बीमारी का बहुत खतरा हैं। जब की गहरी लाइन नाखून के आरपार दिखाई दे तो वह हर एक हाथ में बीमारी से दिमाग के ऊपर को साधारण बुखार आने वाले बतलाती है। यदि निम्नलिखित तरीका माना गया तो बीमारी की तारीख ज्ञात हो सकती हैं। जैसा कि एक नाखून पूरा उगने के लिए नौ महीने लेता है तो नाखून आसानी से भागों में विभाजित किया जाता हैं। जब कि रेखा अथवा गहरी नस किनारे के पास में पाई जावे तो बीमारी नौ मास पहले आई थी। जब बीच में हो तो पाँच माह के बीच और जब बिल्कुल जड़ में हो तो एक महीने पहले हुई थी ।
नाखूनों पर सफेद निशान साधारण नाजुकता के चिह्न है। जबकि नाखून छोटी सफेद चिपियों से भरा हो तो दिमाग का कार्य बुरी हालत में होगा ।
(3) लम्बे सफेद नाखून (Long narrcow nails) - बहुत संकरे नाखून ( चित्र 5 भाग 2 ) रीढ़ की कमजोरी बतलाते हैं। जब बहुत टेढ़े और बहुत पतले हों तो रीढ़ का झुकाव तथा शरीर की बहुत नाजुकता बतलाते हैं।
( 4 ) चपटे नाखून (Flat Nails) – जब नाखून बहुत चपटे तथा बाहर के सिरे की ओर मांस में से उभरे हुए प्रतीत हों तो यह फालिज की ओर खतरा बतलाते हैं तथा यह और भी अधिक तब हो जाता हैं जबकि नाखून छिलके की शक्ल तथा जड़ की ओर को नुकीला हो ( चित्र 5 भाग 2 ) जबकि इन नाखूनों पर कोई चन्द्रमा, सफेद चिन्ह और नीले रंग के न हो तो बीमारी बहुत ही बढ़ी हुई दशा में होती है ?