Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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भद्रबाहु संहिता
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देखने से पुत्र और स्त्रीको कष्ट होता है तथा अपने अति निकट कुटुम्बियोंकी आवाज सुनते हुए देखने किसी आत्मीयकी मृत्यु प्रकट होती है। डॉ. जी. एच. मिलर के मत से आवाज सुनना भ्रमका द्योतक है।
ऊपर-न्यदि स्वप्नमें कोई चीज अपने ऊपर लटकती हुई दिखायी पड़े और उसके गिरने का सन्देह हो तो शत्रुओंके द्वारा धोखा होता है। ऊपर गिर जाने से धन नाश होता है, यदि ऊपर न गिरकर पासमें गिरती है तो धन-हानि के साथ स्त्री-पुत्र एवं अन्य कुटुम्बिोको कष्ट होता है। डॉ. जी. एच. मिलर के मत से किसी भी वस्तुका ऊपर गिरना धननाशकारक है। डॉ. सी. जे बिटवे के मत से किसी वस्तुके ऊपर गिरने से तथा गिरकर चोट लगने से मृत्यु तुल्य कष्ट होता
कटार--स्वप्नमें कटारके देखने से कष्ट और कटार चलाते हुए देखने से धन हानि तथा निकट कुटुम्बीके दर्शन; मांस भोजन एवं पत्नीसे प्रेम होता है। किसी-किसीके मत से अपनेमें स्वयं कटार भोंकते हुए देखने से किसीके रोगी होनेके समाचार सुनाई पड़ते हैं।
कनेर-स्वप्न में कनेर के फूल वृक्षका दर्शन करने से मान-प्रतिष्ठा मिलती है। कनेर के वृक्ष से फूल और पत्तों को गिरना देखने से किसी निकट आत्मीय की मृत्यु होती है। कनेर का फल भक्षण करना रोग सूचक है, तथा एक सप्ताह के भीतर अत्यन्त अशान्ति देखने वाला होता है कनेर के वृक्ष के नीचे बैठकर पुस्तक पढ़ता हुआ अपने को देखने से दो वर्ष के बाद साहित्यिक क्षेत्र में यश की प्राप्ति होती है, एवं नये-नये प्रयोग का आविष्कर्ता होता है।
किला-किलेकी रक्षाके लिए लड़ाई करते हुए देखने से मानहानि एवं चिन्ताएँ; किले भ्रमण करने से शारीरिक कष्ट; किलेके दरवाजे पर पहरा लगाने से प्रेमिकासे मिलन एवं मित्रोंकी प्राप्ति और किलेके देखने मात्रसे परदेशी बन्धुसे मिलन होता है तथा सुन्दर स्वादिष्ट मांसभक्षण को मिलता है।
केला-स्वप्नमें केलाका दर्शन शुभफलदायक होता है और केलेका भक्षण अनिष्टका फल देने वाला होता है। किसीके हाथमें जबरदस्ती केला लेकर खाने