Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 2
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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षड्वंशतितमोऽध्यायः
पुष्पोंका प्राप्त होना देखने से रोग, पीतवर्णके पुष्पोंका प्राप्त होना देखने से यश एवं धन लाभ, हरितवर्णके पुष्पोंका प्राप्त होना देखने से इष्ट मित्रोंका मिलना और कृष्ण वर्णके पुष्प देखने से मृत्यु होती है।
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भूकम्प — भूकम्प होना देखने से रोगीकी मृत्यु और स्वस्थ व्यक्ति रूग्ण होता है । चन्द्रसेन मुनिके मत से स्वप्नमें भूकम्प देखने से राजाका मरण होता है। भद्रबाहुस्वामीके मत से स्वप्नमें भूकम्प होना देखने से राज्य विनाशके साथ-साथ देशमें बड़ा भारी उपद्रव होता है।
मल-मूत्र – स्वप्न में मल-मूत्र का शरीर लग जाना देखने से धन प्राप्ति; भक्षण करना देखने से सुख और स्पर्श करना देखने से सम्मान मिलता है। मृत्यु स्वप्न में किसीकी मृत्य देखने शुभ होता है और जिसकी मृत्यु देखते हैं वह दीर्घजीवी होता है । परन्तु अन्य दुःख घटनाएँ सुननेको मिलती हैं।
यव – स्वप्न में जो देखने से घरमें पूजा, होम और अन्य मांगलिक कार्य होते हैं।
युद्ध— स्वप्न में युद्ध विजय देखने से शुभ, पराजय देखने से अशुभ और युद्ध सम्बन्धी वस्तुओंको देखने से चिन्ता होती है।
रुधिर — स्वप्न में शरीरमें से रुधिर निकलना देखने से धन-धान्यकी प्राप्ति; रुधिरसे अभिषेक करता हुआ देखने से सुख; स्नान देखने से अर्थ लाभ, और रुधिरपान करना देखने से विद्यालाभ एवं अर्थलाभ होता है।
लता --- स्वप्न में कण्टकवाली लता देखने से गुल्म रोग; साधारण फल-फूल सहित लता देखने से नृप दर्शन और लताके क्रीड़ा करने मे रोग होता है।
लोहा — स्वप्नमें लोहा देखने से अनिष्ट और लोहा या लोहे से निर्मित वस्तुओंके प्राप्त करने से आधि-व्याधि और मृत्यु होती है।
वमन – स्वप्न में वमन और दस्त होना देखने से रोगीकी मृत्यु; मल-मूत्र और सोना चाँदी का वमन करना देखने से निकट मृत्यु; रुधिर वमन करना देखने से छः मास आयु शेष और दूध वमन करना देखने से पुत्र प्राप्ति होती है ।
विवाह — स्वप्न में अन्यके विवाह या विवाहोत्सवमें योग देना देखने से पीड़ा, दुःख या किसी आत्मीय जनकी मृत्यु और अपना विवाह देखने से मृत्यु तुल्य पीड़ा होती है।