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१५४ ] छक्खंडागमे जीवट्ठाणं
[ १, ५, १८७ एक जीवकी अपेक्षा उक्त जीवोंका जघन्य काल एक समय है ॥ १८७ ॥ उक्कस्सेण छ आवलियाओ समऊणाओ ॥ १८८॥ उक्त जीवोंका एक जीवकी अपेक्षा उत्कृष्ट काल एक समय कम छह आवली प्रमाण है ।
असंजदसम्मादिट्ठी केवचिरं कालादो होंति ? णाणाजीवं पडुच्च जहण्णेण अंतोमुहुत्तं ।। १८९ ॥
औदारिकमिश्रकाययोगी असंयतसम्यग्दृष्टि जीव कितने काल होते हैं ? नाना जीवोंकी अपेक्षा जघन्यसे अन्तर्मुहूर्त काल होते हैं ॥ १८९ ॥
उक्कस्सेण अंतोमुहुत्तं ।। १९० ॥ नाना जीवोंकी अपेक्षा उक्त जीवोंका उत्कृष्ट काल अन्तर्मुहूर्त मात्र है ॥ १९० ॥ एगजीवं पडुच्च जहण्णेण अंतोमुहुत्तं ॥ १९१ ॥ एक जीवकी अपेक्षा उक्त जीवोंका जघन्य काल अन्तर्मुहूर्त मात्र है ॥ १९१ ।। उक्कस्सेण अंतोमुहुत्तं ॥ १९२ ।।
एक जीवकी अपेक्षा औदारिकमिश्रकाययोगी असंयतसम्यग्दृष्टियोंका उत्कृष्ट काल अन्तर्मुहूर्त मात्र है ॥१९२ ॥
सजोगिकेवली केवचिरं कालादो होंति ? णाणाजीवं पडुच्च जहण्णेण एगसमयं ।।
औदारिकमिश्रकाययोगी सयोगिकेवली कितने काल होते हैं ? नाना जीवोंकी अपेक्षा जघन्यसे एक समय होते हैं ॥ १९३ ॥
उक्कस्सेण संखेज्जसमयं ॥ १९४ ॥
औदारिकमिश्रकाययोगी सयोगिकेवली जिनोंका नाना जीवोंकी अपेक्षा उत्कृष्ट काल संख्यात समय है ॥ १९४ ।।
एगजीवं पडुच्च जहण्णुक्कस्सेण एगसमओ ॥ १९५॥
एक जीवकी अपेक्षा औदारिकमिश्रकाययोगी सयोगिकेवली जिनोंका जघन्य और उत्कृष्ट काल एक समय मात्र है ॥ १९५ ॥
बेउब्बियकायजोगीसु मिच्छादिट्ठी असंजदसम्मादिट्ठी केवचिरं कालादो होंति ? णाणाजीवं पडुच्च सव्वद्धा ॥ १९६ ।।
वैक्रियिककाययोगियोंमें मिथ्यादृष्टि और असंयतसम्यग्दृष्टि जीव कितने काल होते हैं ? नाना जीवोंकी अपेक्षा सर्व काल होते हैं ॥ १९६ ॥
एगजीवं पडुच्च जहण्णेण एगसमओ ॥ १९७ ।।
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