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४, २, १६, २६ ] वेयणमहाहियारे वेयणअप्पाबहुगं
वेयणीयस्स कम्मस्स पयडीओ विसेसाहियाओ ॥ २३ ॥ वेदनीय कर्मकी प्रकृतियां उनसे विशेष अधिक है ॥ २३ ॥ णामस्स कम्मस्स पयडीओ असंखेज्जगुणाओ ॥ २४ ॥ नामकर्मकी प्रकृतियां उनसे असंख्यातगुणी है ॥ २४ ॥ दंसणावरणीयस्स कम्मरस पयडीओ असंखेज्जगुणाओ ॥२५॥ दर्शनावरणीय कर्मकी प्रकृतियां उनसे असंख्यातगुणी है ॥ २५ ॥ णाणावरणीयस्स कम्मस्स पयडीओ विसेसाहियाओ ॥ २६ ॥ ज्ञानावरणीय कर्मकी प्रकृतियां उनसे विशेष अधिक है ॥ २६ ॥
॥ वेदना-अल्पबहुत्व समाप्त हुआ ॥ १६ ॥
इस प्रकार वेदनाखण्ड खण्ड समाप्त हुआ ॥ ४ ॥
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