Book Title: Shatkhandagam
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, 
Publisher: Walchand Devchand Shah Faltan

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Page 955
________________ ८३० ] छक्खंडागम पृष्ठ ७०२ ७०३ ७०३ ७०३ ७०३ ७०३ ७०३ ७०३ ७०३ ७०५ ७०५ ७०६ ७०७ पंक्ति अशुद्ध पाठ शुद्ध पाठ १७ अग्यांग अग्य मार्ग १ अणेयसंठाणसंठिदाणि ओहिणाणपरूवणा ४ संणाणाणि संठाणाणि ६ संस्थान स्थित संस्थित ११ आदि ज्ञातव्य आदि काल-भेद ज्ञातव्य १५ ज्ञान जघन्य ज्ञानका जघन्य १७ - माविलियंतो - मावलियंतो २१ - पृथक्व - पृथक्त्व २८ रूजगम्मि रुजगम्मि ५ जो दिसियाणं जोदिसियाणं २६ चोत्थ चोत्थी २४ भी नहीं भी उत्पन्न नहीं १ ओहि विसओ मणपज्जवणाणावरणीयपरूवणा २२ जिसने जितने ११ जीवित्र-- जीविद१५ तावं ताव २ असपत्न विपक्षसे असपत्न अर्थात् विपक्षसे ५ सम्भंसमं सम्मं समं २ मित्थात्त्व मिथ्यात्व ॥ ११७ ॥ ९ देवगतिनाम और मनुष्यगतिनामकर्म मनुष्यगतिनामकर्म और देवगतिनामकर्म २० त्तित्तणामं तित्तणामं २४ गरूवणामं गरुवणाम १७ ओगाहणावियप्पेहि ओगाहणवियप्पेहि १५ उवजोग उवजोगा आगमभावकृति आगमभावप्रकृति १ णामबंधपरूवणा बंधणिक्खेवपरूवणा सद्भावनास्थापना सद्भावस्थापना असद्भावसास्थापना असद्भावस्थापना २० स्थगित स्थापित ७०९ ७१२ ७१३ ७१४ ७१४ ७१५ ७१७ ७१७ ७१९ 6 awwaro 6 ७१९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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