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छक्खंडागमे वग्गणा-खंडं
[५, ६, ७३४
____ अग्रहणद्रव्यवर्गणा किसे कहते हैं ? ।। ७३२ ॥ अग्रहणद्रव्यवर्गणा आहारद्रव्य पर अधिष्ठित होकर जब तक तैजसद्रव्यवर्गणाको नहीं प्राप्त होती है तब तक इन दोनों द्रव्योंके मध्यमें जो होती है उसका नाम अग्रहणद्रव्यवर्गणा है ।। ७३३ ॥
___अगहणदव्ववग्गणाणमुवरि तेयादव्यवग्गणा णाम ।। ७३४ ॥ तेयादव्यवग्गणा णाम का ? ॥ ७३५ ॥ तेयादव्ववग्गणा तेयासरीरस्स गहणं पवत्तदि ॥ ७३६ ॥ जाणि दव्वाणि घेत्तूण तेयासरीरत्ताए परिणामेदूण परिणमति जीवा ताणि दव्याणि तेजादव्यवग्गणा णाम ॥ ७३७ ॥
____ अग्रहणद्रव्यवर्गणाओंके ऊपर तैजसद्व्यवर्गणा होती है । ७३४ ॥ तैजसद्रव्यवर्गणा किसे कहते है ? ।। ७३५ ॥ जिस वर्गणासे तैजसशरीरके ग्रहणमें प्रवृत्त होता है उसे तैजस द्रव्यवर्गणा कहते हैं ।। ७३६ ॥ जिन द्रव्योंको ग्रहणकर वे उन्हें तैजसशरीररूपसे परिणमाकर जीव परिणमन करते हैं उन द्रव्योंकी तैजसद्रव्यवर्गणा संज्ञा है ॥ ७३७ ।।
तेयादव्ववग्गणाणमुवरिमगहणदव्यवग्गणा णाम ॥ ७३८ ॥ तैजसद्व्यवर्गणाओंके ऊपर अग्रहणद्रव्यवर्गणा होती है ॥ ७३८ ॥
अगहणदव्यवग्गणा णाम का ॥ ७३९ ॥ अगहणदव्ववग्गणा तेयादव्वमविच्छिदा भासादव्वं ण पावेदि ताणं दवाणमंतरे अगहणदव्यवग्गणा णाम ॥ ७४० ॥
अग्रहणद्रव्य किसे कहते हैं ? ॥ ७३९ ॥ अग्रहणद्रव्यवर्गणा तैजसवर्गणापर स्थित होकर जब तक भाषाद्रव्यवर्गणाको नहीं प्राप्त होती तब तक उन द्रव्योंके मध्यमें जो वर्गणा होती है उसका नाम अग्रहण द्रव्यवर्गणा है ॥ ७४० ॥
अगहणदव्ववग्गणाणमुवरि भासादव्यवग्गणा णाम ॥ ७४१ ॥ अग्रहणद्रव्यवर्गणाओंके ऊपर भाषा द्रव्यवर्गणा होती है ।। ७४१ ॥
भासादव्ववग्गणा णाम का? ॥ ७४२ ॥ भासादव्ववग्गणा चउविहाए भासाए गहणं पवत्तदि ॥७४३॥ सच्चभासाए मोसमासाए सच्चमोसमासाए असच्चमोसमासाए जाणि दव्याणि घेत्तूण सच्चभासत्ताए मोसमासत्ताए सच्चमोसमासत्ताए असच्चमोसभासत्ताए परिणामेदण णिस्सारंति जीवा ताणि भासादब्ववग्गणा णाम ॥ ७४४ ॥
भाषा द्रव्यवर्गणा किसे कहते हैं ? ।। ७४२ ॥ जो वर्गणा चार प्रकारकी भाषाका ग्रहण होकर प्रवृत्त होती है उसे भाषा द्रव्यवर्गणा कहते हैं ।। ७४३ ॥ सत्यभाषा, मृषाभाषा, सत्यमृषाभाषा और असत्यमृषाभाषाके जिन द्रव्योंको ग्रहण कर और उन्हें सत्यभाषा, मोषभाषा, सत्यमोषभाषा और असत्यमोषभाषारूपसे परिणमाकर जीव उन्हें निकालते हैं उन द्रव्योंकी भाषावर्गणा संज्ञा हैं ॥ ७४४ ॥
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