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२५८] छक्खंडागमे जीवट्ठाणं
[१, ८, ३७५ क्षपक जीव संख्यातगुणित हैं ॥ ३७४ ॥ .
अणाहारएसु सव्वत्थोवा सजोगिकेवली ॥ ३७५ ॥ अनाहारकोंमें सयोगिकेवली जिन सबसे कम हैं ॥ ३७५ ॥ अजोगिकेवली संखेज्जगुणा ॥ ३७६ ॥ अनाहारकोंमें सयोगिकेवलियोंसे अयोगिकेवली जिन संख्यातगुणित हैं ॥ ३७६ ॥ सासणसम्मादिट्ठी असंखेज्जगुणा ॥३७७ ॥ असंजदसम्मादिट्ठी असंखेज्जगुणा ॥
अनाहारकोंमें अयोगिकेवली जिनोंसे सासादनसम्यग्दृष्टि जीव असंख्यातगुणित हैं ॥३७७॥ सासादनसम्यग्दृष्टियोंसे असंयतसम्यग्दृष्टि जीव असंख्यातगुणित हैं ॥ ३७८ ॥
मिच्छादिट्ठी अणंतगुणा ।। ३७९ ॥ अनाहारकोंमें असंयतसम्यग्दृष्टियोंसे मिथ्यादृष्टि जीव अनन्तगुणित हैं ॥ ३७९॥ असंजदसम्मादिडिट्ठाणे सव्वत्थोवा उवसमसम्मादिट्ठी ॥ ३८० ॥ अनाहारकोंमें असंयतसम्यग्दृष्टि गुणस्थानमें उपशमसम्यग्दृष्टि जीव सबसे कम हैं।।३८०॥ खड्यसम्मादिट्ठी संखेज्जगुणा ॥३८१॥ वेदगसम्मादिट्ठी असंखेज्जगुणा ॥३८२॥
अनाहारकोंमें असंयतसम्यग्दृष्टि गुणस्थानमें उपशमसम्यग्दृष्टियोंसे क्षायिकसम्यग्दृष्टि जीव संख्यातगुणित हैं ॥३८१॥ क्षायिकसम्यग्दृष्टियोंसे वेदकसम्यग्दृष्टि जीव असंख्यातगुणित हैं ॥३८२॥
॥ अल्पबहुत्वानुगम समाप्त हुआ ॥ ८ ॥
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