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सुदशिनीटीका अ.१सू.२२ जातिनिर्देशपूर्वकम् मंदबुखिया कान्२ जीवान् नन्ति? ८५ 'सम' शका! शकदेशोत्पन्नाः, 'जवण' यवना: मसिद्धाः, 'सवर' शबरा:-शवरदेशोत्पन्नाः भिल्लाः 'बब्बर' बर्वराःबर्बरोऽनादेशविशेषस्तत्र भवा बर्बराः 'काय' कायाः कायदेशविशेषोद्भवाः मरुंड ' मुरुण्डाः=मुरुण्डदेशीयाः, 'उदाः ' अना यविशेषाः ' भडग' भटका:=भटकदेशवासिनः 'तित्तिय ' तित्तिकाः तित्तिकदेशजाताः, 'पक्कणिय' पक्कणिकाः तद्देशजाताः, 'कुलक्ख' कुलक्षाः अनार्यदेशोद्भवाः, 'गोड' गौडा गौड़देशोत्पन्नाः, 'सिंहल' सिंहला सिंहलद्वीपोत्पन्नाः, 'पारस' पारसा: पारसदेशजाताः, 'कोच' क्रौश्चा:-क्रौञ्चदेशोद्भवाः, अंध' आन्ध्राः अन्ध्रदेशोत्सन्नाः, 'दविल' द्राविडा-द्रविडदेशजाताः, 'बिल्लल' विल्वलाः 'इमे य बहवे मिलक्खुजाईया' इत्यादि ।
टीकार्थ-(इमे य) अनुपद वक्ष्यमाण ये (बहवे) बहुत से (मिलक्खु जाईया) म्लेच्छ-जातीय-अनार्य हैं । (किंते?) वे कौन २ हैं
उत्तर-(सक) शक-शक देशवासी, (जवण) यवन-प्रसिद्ध है, ( सबर) शबर-शबर देशोत्पन्न भील, (बब्बर) बब्बर-बर्बर नाम के अनार्यदेश में उत्पन्न हुए मनुष्य, (काय) काय-इस नाम के देश विशेष में जन्मे मनुष्य, (मुरुंड) मुरुण्ड-मुरुण्डदेश में पैदा हुए मनुष्य, (उद) उद-इस जाति के अनार्य मनुष्य, (भडग) भटक-भटक देशनिवासी मनुष्य, (तित्तिय) तित्तिय-तित्तिक देश के मनुष्य, (पक्कणिय) पक्कणिकदेश के मनुष्य, (कुलक्ख) कुलक्ख-कुलक्षनाम के अनार्य देश में उत्पन्न हुए मनुष्य, (गोड़) गौड-इस जाति के मनुष्य, (सिंहल) सिंहल-सिंहल द्वीप में उत्पन्न हुए मनुष्य, (पारस) पारस-पारस देश में उत्पन्न हुए बहवे मिलक्खुजाईया " त्या.
21312-"इमेय" नीय प्रभावनी " बहवे" [५] "मिलक्खु जाईया" २७ नात!-मनाय छे. " किं ते ?" ते मनायति यी यी छ ?
उत्त२-"सक" २४-२४३शना २७वासी “जवण" यवन, “सबर" शर -२५२३शना वतनी लास, "बब्बर" १२ नाम अनाय देशना पतनायो, "काय" से नामना देशमा मेसा मनुष्य, “मुरुंड" भुरु-शिमा मेसा खी, "उद" मे तिन मनाय सो, “ भडग" लट४ देशना २२वासी, "तित्तिय" तिति देशना वतनी, “पक्कणिक" ५४नि देशना दी, "कुलक्ख" सुलक्ष नामना मनाय देशना सो, “गोड" गोड जतिना alt, “ सिंहल" सिंडस-सिंsalyanent, 'पारस" ५।२४-१२स (UPI)मा मेसा हो,
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