________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
प्रश्नव्याकरणसूत्रे एवं शीलाः 'वसणभुदएसु' व्यसनाभ्युदयेषु हरणबुद्धयः व्यसनेषु रोगाधवस्थायां राजादिकृतोपद्रवेषु च अभ्युदयेषु-विवाहादिमहोत्सवेषु 'हरणबुद्धी' हरणबुद्धयः 'विगन' का इ=' भेडिया' इति प्रसिद्धा नखधारिणः श्वापद जन्तु विशेषा इव 'रुहिरमहिया' रुधिरमहिताः रुधिरस्य-रुधिरपानस्य महःउत्सवः रुधिरमहः, स जातो येषां ते तथा-रुधिरचूपणे तत्पराः, 'परेंति' परियन्ति-पर्यटन्ति सर्वत्र भ्रमन्ति । कथं भूतास्ते इत्याह-' नरवइमज्जा-य मइक्कंता' नरपति मर्यादामतिक्रान्ता-राजाज्ञाबहिर्वर्तिनः 'सज्जणजणदुगुंछिया' सज्जनजनजुगुप्सिताः सत्पुरुषैर्निन्दिताः 'सकम्मेहिं ' स्वकर्मभिः अदत्तादानरूपैः पावकम्मकारी ' पापकर्मकारिणः चौर्यादिपापकर्मकारकाः ‘असुभपरि णयाय ' अशुभपरिणताच शुभपरिणामवर्जिताः ‘दुक्खभागी' दुःखभागिनःछिद्र प्राप्तकर बात की बात में मार डालते है ( वसणभुदएसु) रोगादिक अवस्थारूप तथा राजादिकृत उपद्रवकृत व्यसन के समय पर, अथवा विवाह आदि रूप महोत्सव के अवसर पर भी ये (हरणबुद्धी) अपना कार्य कर दिया करते हैं । (विगव्य ) भेडिया की रुधिर चूषने में तत्परता रहती है ईसी प्रकार ये चोर जन भी ( रुहिर महिया ) पर के खून चूसने में तत्पर रहते हुए ( परेंति ) सर्वत्र घूमते हैं। ( नरवइमइता) राजा को आज्ञा का सदा ये उल्लंघन किया करते हैं। (सज्ज. णजणेदुगुंछिया ) सज्जन पुरुषों की निंदा करने में इन्हें आनंद मिलता है, अथवा इनके इस कर्म की सज्जन पुरुष निंदा करते हैं। ( सकम्मेहिं ) अदत्तादानरूप अपने कर्मों से ये (पावकम्मकारी) पापकर्मकारी पापकर्म करने वाले वे चोर (असुभपरिणयाय) अशुभ आत्मा परिणति धन २९२५ et advani भारी नामे छ. “ वसणभुदएसु" शादि અવસ્થામાં, તથા રાજાધિકૃત ઉપદ્રવ રૂપ સંકટને સમયે, અથવા વિવાહ આદિ भाडासपने प्रसो ५५ ते " हरणबुद्धी " पोतार्नु ५२५- २नु इत्य र्या ४३ छ. “विगम" वरुनी भ-मेटो म १२ साडी यूसवाने त५२ हाय छ तम या२ ५५ " रुहिरमहियो" अन्यनु डी यूसवाने त५२ २६२ " परे ति" सर्वत्र प्रभाए ४२ छ. " नखइमज्झाय मइकंता" नी भाशानु सह. Seeन छ; “ सज्जणजणे दुगुंछिया” सानी नि ४२वामा तभने भ० मावे छे, मया ते दुष्कृत्यानी Arrit निहा रे छ. “ सक्कमेहिं" महत्ताहान-यो३॥ ३५ पोतानां थी ते " पावकम्मकारी" पापकृत्यो ४२॥२॥ या “ असुभपरिणयाय " मशुम यात्मपरिणति-qथी युत मने छे.
For Private And Personal Use Only