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रणविदिशधाइवजयकंकालसलपरकंदलविसहावलयविरहिया जयलगवंतर्सतसिवस किवणिवंचियचरणपरदियाला अयसकश्कहियणाससणाम लामथाणियरिखवगला मावाप्ताविमकसंसारखाम जयतिउरहारिहरहोरखाम जयपयडियनुप्रससखसाचा जयजय श्रादिनाथकातील संश्युपरिगलियलाच जयसंकरसं
महासनको करविदियसत्ति जयससहकुवल यदिपकतिजयरुदतवयागा मिजयजयसवसामिलवावयामि।
उथचकीत महावमहागुणगण्डसालमहकार
नपुरुषको
विधाबाद लपलयकालाकाल जयजयागणे
रमयसम्दी सगणवजणेरजयवसपसादिमव
लनमा दचेर वेयगवाजयूकमलजोषित्रा
सालासका
नात्यानल इदाहउहरियावाणिसहिरणविह पांडवामगा जयडणयणिहणदिरणगाजलपरमाणत्वउछसहिापावध्यारहदिवसणाहन मायामा
कंकाल, त्रिशूल, मनुष्यकपाल, साँप और स्त्री से रहित, आपकी जय हो। हे भगवान्, सन्त, शिव, कृपावान्, मनुष्यों के द्वारा वन्दित चरण और दूसरों का भला करनेवाले आपकी जय हो। सुकवियों के द्वारा कथित अशेष नामवाले, भय को दूर करनेवाले, अपने अन्तरंग शत्रुओं के लिए भयंकर आपकी जय हो । स्त्री से विमुक्त संसार के लिए प्रतिकूल त्रिपुर (जन्म, जरा और मरण) का अपहरण करनेवाले, धैर्य के धाम हे हर आपकी जय हो। शाश्वत स्वयम्भूभाव को प्रकट करनेवाले और पदार्थों के ज्ञाता आपकी जय हो; शान्ति के विधाता और सुखकर आपकी जय हो, कुवलय (पृथ्वीमण्डल, कुमुदमण्डल) को कान्ति प्रदान करनेवाले
आपकी जय हो। उग्रतप के लिए अग्रगामी आपकी जय हो, हे भवस्वामी और जन्म को शान्त करनेवाले आपकी जय हो। महान् गुणसमूह के आश्रय हे महादेव, आपकी जय हो। प्रलयकाल के लिए उग्रकाल, महाकाल आपकी जय हो। गणपतियों (गणधरों) को जन्म देनेवाले आपकी जय हो, ब्रह्मचर्य की साधना करनेवाले ब्रह्म आपकी जय हो। सिद्धान्तवादी ब्रह्मा, धरती का उद्धार करनेवाले आदिवराह, जिनके गर्भ के समय स्वर्णवृष्टि हुई है, ऐसे तथा दुर्नय का हनन करनेवाले हे हिरण्यगर्भ, आपकी जय हो। चार परम अनन्त चतुष्टयों की शोभावाले अज्ञान का अपहरण करनेवाले हे सूर्य, आपकी जय हो।
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