________________
सुदर्शिनी टोका भ० १ ० १० पेरलीयनिरूपणम् कोस-कुच-दगतुड-डेणियालग-सूईमुह-कविल-पिगलक्खगकारंड-बकवाग-उकोस-गरुल-पिंगल-सुव-बरहिण-मयणसाल-नदीमुह-नंदमाणग-कोरंग-भिगारग-कोणालग-जीवं जीवक-तित्तिर-वग लावग-कपिजलग-कवोतग-पारेवग-चडग ढिक कुक्कुड-मेसर-मऊर-चओरग हयपोंडरीय करक चीरल्ल -सेण-वायस विहाण-सियचास वग्गुलि-चम्मठिल-विततपक्खि समुग्गपक्खि-खहयर विहाणाकए य एवमाई जल थल खचारिणो य पचिदिए पसुगणे वियति य चउरिदिए य विविहे जीवे पिय जीविए मरणदुक्खपडिकूले वराए हणंति वहुसकिलिह कम्मा ॥ सू० १०॥ ___टीका-कादम्बा कलहसाः, कहा-पक्षिविशेपा बलाका!='वगला' इति भाषा प्रसिद्धाः, सारसाः मसिद्धाः 'आडा' जलचर पक्षिविशेषाः 'आडा' इति भाषायाम् । 'सेडी' सेटी, कुल्लाः, वन्जुलाः, 'पारिप्पव' पारिप्ठयाः यक्षिविशेषाः फीरा शुकाः, 'सउण' शकुना 'शकुनपक्षिविशेपाः, 'दीविया' दीपिका
अब खेचर जो तिर्यच हैं उनके भेदों को सूत्रकार स्पष्ट करते हैं'कादव कक यलाका' इत्यादि।
टीकार्थ-(फादर) कादम्प-कलहँस (कैक ) कक-पक्षिविशेष (पलाका) पलाका-घगुला (सारस) सारस-इसी नामका प्रसिद्ध पक्षी है (आटा) आडा-जल में तैरने वाला पक्षी जिसे भाषामें 'आड' कहते हैं (सेडी) सेटी (कुलल) कुलल (वजुल) वजुल (पारिप्पव) पारिप्लव पक्षिविशेष (कीर) कीर-तोता (सउण) शकुन-पक्षिविशेष,
હવે જે બેચર-નભચર તિર્યંચે છે તેમના સેને સૂત્રકાર પ્રગટ કરે છે. " कादय, ककनलाफा" त्या
--" काम" - "कक" ४-४ तनु पक्षी, "वलाफा" alig "सारस" सारस-भे नामनु प्रसिद्ध पक्षी "आमा" भाभा त२३ पक्षी २२ सस्कृतभा “ मा " ४७ “सेडी" सेटी "कुलल" सस "वजुल" स "पारिपव" पारिस से पक्षीमानी भास लत छ "कीर" ी२-२५८ "सण" शन-पक्षीनी and "दीविय"