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आत्मक
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आदर्श
(१०) अपने मन एवं इंद्रियों को वश में रखना; ~संरक्षण आत्मोद्धार-सं० (पु०) 1 अपना उद्धार 2 अपने प्रयास से (पु०) - आत्मरक्षा; संवरण (पु०) - आत्मसंयम; ___ अपना छुटकारा
-संवेदन (पु०) .. आत्मज्ञान; संशोधन, संस्कार | आत्मोन्नति-सं० (स्त्री०) 1 आत्मा की उन्नति 2 अपनी भौतिव (पु०) अपना सुधारः --समर्पण (१०) 1 अपने को सौंप | उन्नति देना 2 हथियार डाल देना; समर्पित (वि०) सौंपा हुआ; आत्मोजीवी-सं० (पु०) स्वयं परिश्रम से जीविकोपार्जन
समालोचना (स्त्री०) आत्म आलोचना; ~सम्मान आत्मोपम-सं० (वि०) अपने जैसा (पु०) अपनी इन्जत: सात् I (क्रि० वि०) अपने आत्मौपम्य-सं० (पु०) 1सभी को अपने जैसा समझना य अधिकार में II (वि०) अपने में मिलाया हुआ; साधना मानना 2 अपने से तुलना करना (स्त्री०) मोक्ष साधनाः - सिद्ध (वि०) 1 स्वयं होनेवाला आत्यंतिक-सं० (वि०) 1 अत्यधिक, बेहद 2 असीम 2 जो आप ही सिद्ध हो: - सिद्धि (स्त्री०) 1 मोक्ष 2 आत्मा आत्ययिक-सं० (वि०) 1 अत्यावश्यक 2 कष्टकारक एवं परमात्मा का पूरा एवं उचित ज्ञान; स्तुति (स्त्री०) - आथवर्ण, आथवर्णिक-[सं० (वि०) अथर्ववेद से सबंध आत्म-प्रशंसा; --हत्या (स्त्री०), हनन (पु०), --हिंसा रखनेवाला || (पु०) अथर्ववेद का कर्मकांड (स्त्री०) खुदकुशी; हित I (पु०) अपनी भलाई || आदंश-सं० (पु०) 1 दाँतों से काटने का जख्म 2 दाँत (वि०) अपने लिए हितकर या कल्याणकर
आदत-अ० (स्त्री०) 1 अभ्यास, लत 2 व्यसन 3 स्वभाव आत्मक-सं० (प्रत्यय) युक्त (जैसे- व्यंग्यात्मक, रक्षात्मक) आदतन-(अ०) अ० 1 आदत के अनुसार, अभ्यासत आत्मनेपद-सं० (पु०) 1धात में लगनेवाला एक प्रत्यय 2 स्वभावतः 2 क्रिया का रूप जिसका फल अपने को मिलता हो आदम-अ० (पु०) 1 मनुष्य, व्यक्ति 2 आदि पुरुष। कट आत्मा-सं० (स्त्री०) 1 जीव 2 मन 3 अंतःकरण 4 चेतन तत्त्व (वि०) मनुष्य की ऊंचाई के बराबर (जैसे-~कद शीशा) 5 परमात्म तत्त्व। - ठंडी करना संतोष करना; खोर + फ़ा (वि०) नरभक्षी; ~खोरी + फा० (स्त्री०) -ठंडी होना संतोष होना; - मसोसना भूख बरदाश्त करना; नरभक्षण; ~ज़ात (स्त्री०), ~ज़ाद + फ़ा० (पु०) आदम -~सताना कष्ट पहचाना
की संतान, आदमी, मनुष्य; आत्माधिक-सं० (वि०) आत्मा से भी अधिक प्यारा, अतिप्रिय | आदमियत-अ० (स्त्री०) 1 मनुष्यता 2 भलमनसी। ~उठ आत्मानंद-[ सं० (पु०) आत्मा को मिलनेवाला आनंद II जाना इंसानियत खत्म हो जाना (वि०) ब्रह्मानंद में लीन । ~वाद (पु०) यह सिद्धांत कि | आदमी-अ० (पु०) 1 मनुष्य 2 व्यक्ति 3 नौकर। बनना कर्म का चरम लक्ष्य आत्मिक आनंद है, इंद्रिय सुख नही | 1 मनुष्यता आना, सभ्यता सीखना 2 संपन्न होना; बनाना आत्मानात्म-सं० (पु०) चेतन और जड़ पदार्थ
सभ्य बनाना । आत्मानुभूत-सं० (पु०) आत्मा का अनुभव
आदमीयत-अ० (स्त्री०) = आदमियत आत्मानुभूति-सं० (स्त्री०) आत्म साक्षात्कार
आदर-सं० (पु०) 1 सम्मान, इज़्ज़त 2 सत्कार, कद्र। पात्र आत्माभिमान-सं० (पु०) आत्मगौरव, स्वाभिमान
(पु०) सम्मान का पात्र; ~पूर्वक (क्रि० वि०) आदर के आत्माभिमानी-सं० (पु०) स्वाभिमानी
साथ; ~प्रदर्शक (वि०) सम्मान का दिखावा करनेवाला; आत्माभिव्यंजन (पु०), आत्माभिव्यक्ति-सं० (स्त्री०) ~भाजन (पु०) = आदर पात्र; ~भाव (पु०) = आदर अपने मन के अनुभव को व्यक्त करना
सत्कार; ~युक्त (वि०) सादर, सम्मानसहित; -व्यंजक आत्मायन-सं० (पु०) आत्मा के आने-जाने का मार्ग (वि०) सम्मान सूचक; ~सत्कार (पु०) मान-सम्मान, आत्माराम-सं० (पु०) 1आत्मा में रमण करनेवाला 2 जीवात्मा खातिरदारी; सम्मान (पु०) 1 इज़्ज़त 2 ख़ातिरदारी; 3 तोता (लोकप्रचलित नाम)
~~सूचक (वि०) जिससे आदर का भाव प्रकट हो आत्मार्थी-सं० (वि०) 1 अपना हित चाहनेवाला 2 स्वार्थी (जैसे-आप, श्रीमान्) आत्मार्पण-सं० (पु०) अपना समर्पण
आदरणीय-सं० (वि०) आदर के योग्य आत्मालोचना-सं० (स्त्री०) अपनी आलोचना स्वयं करना आदरी-सं० (वि०) मानार्थ आत्मावलंबन-सं० (पु०) अपने पर भरोसा करना आदर्य-सं० (वि०) = आदरणीय आत्मावलंबी-सं० (वि०) अपने पर भरोसा करनेवाला आदर्श-सं० (पु०) 1 श्रेष्ठतम अवस्था 2 प्रतिमान, पराकाष्ठागत आत्माश्रय-सं० (वि०) अपना भरोसा करनेवाला
रूप, नमूना 3 दर्पण 4 अनुकरणीय वस्तु 5 असल। आत्माहुति-सं० (वि०) आत्म-बलिदान
~उदाहरण (पु०) अनुकरणीय उदाहरण; ~जुष्ट, प्राण आत्मिक-सं० (वि०) आत्मा का, आत्मा से संबंधित = आदर्शमूलक; ~भाषावाद (पु०) यह मत कि भाषा के आत्मिकी-सं० (स्त्री०) अध्यात्म विद्या
प्रामाणिक प्रयोग का ध्यान रहना चाहिए; ~मंदिर (पु०) आत्मीय-1 सं० (वि०) अपना II (पु०) अपने लोग।ता शीश महल; ~मूलक (वि०) असली; लेखक; (पु०) (स्त्री०) अपनापन अपनापा, स्नेह-सबंध
श्रेष्ठ एवं अनुकरणीय लेखक वाक्य (पु०) शुद्ध एवं आत्मोक्ति-सं० (स्त्री०) स्वयं कही हुई
सटीक वाक्य; ~वाद (पु०) 1 आदर्श चरित्र आदि के आत्मोत्कर्ष-सं० (पु०) = आत्म-संस्कार
स्थापना 2 नैतिकता; ~वादी (वि०) आदर्शवाद के आत्मोत्सर्ग-सं० (वि०) = आत्म-त्याग
माननेवाला; ~विज्ञान (पु०) आदर्शों की व्याख्या करनेवाला आत्मोदय-सं० (पु०) अपना उदय
विज्ञान, नीतिशास्त्र
आदि
(वि.)
सन (पु.)