Book Title: Shiksharthi Hindi Shabdakosh
Author(s): Hardev Bahri
Publisher: Rajpal and Sons

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Page 732
________________ लसना 718 लासा 3 चिपचिपाहट 4 आकषण। दार + फ़ा० (वि०) लहर-(स्त्री०) 1 तरंग 2 कंप (जैसे-हवा बहने से धान के पौधों लसवाला में लहर उठना) 3 उमंग, जोश, उत्साह (जैसे-मन की लहर) लसना-I (अ० क्रि०) 1चिपकना 2 फबना, शोभित होना 4 हर्ष, प्रसत्रता, मौज मस्ती (जैसे-प्रेम की लहर, मन की लहर II (स० क्रि०) चिपकाना (जैसे-किताब पर जिल्द लसना) में आकर काम करना) 5 उतार चढ़ाव की गति (जैसे-साँप का लसरका-(पु०) अत्यंत साधारण । लहर मारकर चलना) 6 रह रहकर हलकी और तेज़ पीड़ा लसलसा-(वि०) चिपचिपा, लसीला (जैसे-लसलसा पदार्थ) (जैसे-साँप के काटने से लहर उठना) 7 तरंग के आकार की लसलसाना-(अ० क्रि०) चिपकना रूप रेखा (जैसे-धूप छाँह के कपड़े में कई रंगों की लहरें उठती लसलसाहट-(स्त्री०) चिपचिपाहट हैं)। ~दार + फ़ा० (वि०) 1 लहर जैसी आकृतिवाला लसिका-सं० (स्त्री०) 1 थूक 2 पेशी (जैसे-लहरदार केश) 2 लहर सी आकृति बनी हुई लसित-सं० (वि०) 1 शोभित 2 क्रीडाशील (जैसे-लहरदार कपड़ा, लहरदार बेल बूटे); ~पटोर (पु०) लसी-(स्त्री०) 1 चेप, लस 2 लोभ 3 साधारण मेल जोल | 1 लहरियादार रेशमी कपड़ा 2 लहँगा और चोली; बहर (जैसे-पड़ोसी के प्रति लसी भाव होना) (स्त्री०) 1 आंनद, मौज 2 वैभव और परम सुख की स्थिति लसीका-सं० (स्त्री०) 1 थूक, लार 2 पेशी। ~ग्रंथि (स्त्री०) ! लहरना-(अ० क्रि०) = लहराना लार बनानेवाली ग्रंथि लहरा-(पु०) 1 तरंग, लहर 2 आनंद, मौज 3 केवल ताल स्वरों लसीला-I (वि०) लसदार II (वि०) सुंदर की लय से युक्त बाजों की गत 4 बादलों का कुछ समय तक लस्टम पस्टम-(अ०) जैसे तैसे, मंद और साधारणतः ज़ोर से बरसना (जैसे-लस्टम पस्टम काम चल रहा है) लहराना-I (अ० क्रि०) 1 तरंगित होना 2 कंपयक्त गति होना लस्त-(वि०) 1 अशक्त, कमज़ोर 2 थका हुआ, ढीला, । (जैसे-धान की बालियाँ लहराना, हवा में झंडा लहराना) शिथिल (जैसे-काम से लस्त) 3 लहरों-सा बढ़ना (जैसे साँप का लहराना, आग की लपटें लस्सान-अ० (वि०) 1 अधिक बोलनेवाला, वाचाल लहराना) 4 उल्लास में आना (जैसे-मन का लहराना) 2 लच्छेदार बात कहनेवाला 5 शोभायुक्त होना (जैसे-प्रकृति का लहराना) लस्सानी-अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 वाचालता 2 खुशबयानी II (स० क्रि०) 1 हिलाना डुलाना (जैसे-सिर के बाल लस्सी-(स्त्री०) दही का घोल लहराना) 2 झोंक खाते हुए बढ़ना लहंगा-(पु०) 1 घाघरा 2 साया लहरिया-(पु०) । लहर की आकृति की रेखाओं का समूह लहक-(स्त्री०) 1 लहकने की क्रिया 2 आग की लपट 3 चमक ___ 2 लहरों की आकृति युक्त कपड़ा। ~दार । फा० (वि०) 4 शोभा लहरिया बना हुआ लहकना-(अ० क्रि०) 1 लहराना 2 दहकना, धधकना लहरिल-(वि०) = लहरदार (जैसे-अँगीठी लहकना) 3 हवा का झोंका आना 4 ललकना लहरी-I (स्त्री०) तरंग, लहर II (वि०) 1 मन की तरंग के (जैसे-मिठाई हेतु लहकना) अनुसार काम करनेवाला 2 सदा प्रसन्न रहनेवाला, खुश मिज़ाज लहकाना-(स० क्रि०) 1 हिलना, डुलना, झोंका खिलाना| लहलहा-(वि०) 1 फूल पत्तों से भरा और सरस, हरा भरा 2 दहकाना, प्रज्वलित करना 3 उकसाना, भड़काना 4 लालच देना 2 परम प्रसन, आनंदमय लहकारना-(स० क्रि०) 1 उभाड़ना 2 प्रोत्साहित करना | लहलहाना-(अ० क्रि०) 1 हरा भरा होना 2 अत्यंत प्रसन्न होना लहकौर-(स्त्री०) 1 वर और कन्या का एक दूसरे को अपने 3 हृष्ट पुष्ट होना हाथ कुछ खिलाने की एक वैवाहिक रस्म 2 इस अवसर पर लहली-बो० (स्त्री०) जलाशय के सूखने पर होनेवाला दलदल गाया जानेवाला गीत 3 वर वधू को कोहबर में खेलाए लहसुन-(पु०) मसाले के काम आनेवाली प्याज के तरह की जानेवाले खेल एक गाँठ और उसका पौधा लहज़ा-[अ० (पु०) 1 बोलने का ढंग 2 शब्दों के उच्चारण लहसुनियां-(पु०) एक विशेष रत्न का खास ढंग लहालोट-(वि०) 1 हँसी से लोटता हुआ 2 प्रसन्नता से भरा लहज़ा-II अ० (पु०) 1 पल, क्षण 2 निमेष हुआ 3 प्रेम विभोर लहठी-(स्त्री०) लाख की चूड़ी लहासी-(स्त्री०) मोटी रस्सी लहनदार-हिं० + फ़ा० (पु०) प्राप्य धन पाने का अधिकारी व्यक्ति लहू-(पु०) रक्त, खून, रुधिर। पसीना (प०) कठोर लहना-I (पु०) 1 उधार दिया हुआ धन (जैसे-लहना चुकाना) परिश्रम; लुहान (वि०) खून से लथपथ। उबलना 2 काम के बदले मिला धन (जैसे-मालिक से लहना लेना) बहुत गुस्सा आना; उभर आना थोड़ा थोड़ा खून निकलना; 3 भाग्य II (स० क्रि०) 1 प्राप्त करना, पाना 2 लाभ करना। का यूंट पीकर रह जाना गुस्सा सह जाना; का प्यासा III (अ० क्रि०) सहायक होना (जैसे-यहाँ मेरी तरक़ीब लह जानी दुश्मनः -पसीना एक करना बहुत कष्ट उठाना; गई)। पावना (पु०) प्राप्त होनेवाला धन; बही - पानी एक होना गुस्से के कारण शरीर में भोजन पानी का (स्त्री०) लहना संबंधी रजिस्टर प्रभाव न पड़ना; -पानी होना 1 खुन का पतला होना लहनी-(स्त्री०) = लहना 2 अत्यंत क्रुद्ध होना; पी जाना क़ल करना; -पीना कष्ट लहबर-(पु०) लंबी और ढीली पोशाक, चोगा देना; --पी पीकर रह जाना क्रोध को चुपचाप सह लेना; लहमा अ० (पु०) क्षण, पल, निमेष बिगड़ना खून का खराब होना; ~बोलना हत्या का खुद

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