________________
समक्ष
यौन समलिंगी रति;
विन्यास, सिमेट्री मूल्य (पु० ) समान भाव; (वि०) = समलैंगिक, यौनता (स्त्री०) ~ रस (वि०) 1 एक रसवाला 2 एक सा रसता (स्त्री०) समरस होने का भाव; ~रूप (वि०) एक ही रूप का; रूपीकरण (पु० ) समरूप बनाना; -लिंगी रति (स्त्री०) पुरुष का पुरुष तथा स्त्री का स्त्री से होनेवाली कामवासना की तृप्ति, होमोसेक्सुअलिटी; लैंगिक (वि०) समान लिंगवाले; वयस्क (वि०) हमउम्र वर्ण (वि०) 1 समान वर्ण या जाति का 2 समान रंगवाला वर्तन ( पु० ) यथोचित विभाजन वर्ती (वि०) 1 एक सा व्यवहार करनेवाला 2 समान दूरी पर स्थित 3 पास रहनेवाला; ~ वितरण (पु० ) सम वर्तन; ~ विभाग (पु० ) बराबर हिस्सा (वि०) 1 समान और असमान 2 ऊबड़खाबड़ -वेदना (स्त्री०) सहानुभूति; ~ वेदनाशील (वि०) समवेदना अनुभव करनेवाला; ~शीतोष्ण (वि०) जहाँ सर्दी और गर्मी की मात्रा बराबर हो, न अधिक उष्णता और न अधिक शीतवाला (जैसे-समशीतोष्ण प्रदेश): ~शील (वि०) समान आचरणवाला, समान स्वभाव का सामयिक (वि०) समकालीन स्तर (वि०) समान स्तर का स्थल (पु०) समतल भूमि; ~स्वन (पु०) समान ध्वनि, दे० संस्वन; ~स्वरागम (पु० ) शब्द के विकास में स्वर का आ जाना; ~हर (वि०) भिन्न जिनके हर समान हों
विषम
समक्ष - I सं० (वि०) उपस्थित, गोचर II ( अ० ) सामने । ~ता (स्त्री०) प्रत्यक्षता, दृश्यता
समग्र-सं० (वि०) सब पूरा समाज्या -सं० (स्त्री०) 1 मिलन स्थान 2 सभा, गोष्ठी समझ - (स्त्री०) 1 बुद्धि, प्रज्ञा 2 विचार, ख़याल । दार + फ़ा० (वि०) बुद्धिमान; दारी + फ़ा० (स्त्री०) समझ होना; बूझ (स्त्री०) अच्छी अक्ल बूझकर ( क्रि० वि०) सोच विचार कर
समझना - (अ० क्रि०) 1 ज्ञान प्राप्त करना 2 अनुमान करना, कल्पना करना 3 समझौता करना 4 बदला लेना समझाना - (स० क्रि०) 1 परिचित कराना 2 मन में बैठाना (जैसे - कविता का भाव समझाना) । ~बुझाना (स० क्रि०) 1 जतलाना 2 ज्ञान कराना (जैसे- विज्ञान के सिद्धांतों को समझाना बुझाना ) समझाव, समझावा - ( पु० ) समझने समझाने का भाव समझौता - ( पु० ) 1 आपस का क़रार या निश्चय 2 निपटारा, निर्णय । प्रेमी + सं० (वि०) समझौता पसंद करनेवाला; ~वाद + सं० (पु० ) ये मत कि समझौता कर लेने में ही भलाई है; वार्ता + सं० (स्त्री०) समझौता संबधी बातचीत
समत्व-सं० (पु० ) = समता
समधिक-सं० (वि०) बहुत अधिक, अत्यधिक समधिन - (स्त्री०) समधी की पत्नी
804
समरावस्था
समनंतर - 1 सं० (वि०) बराबरी का II (अ०) बाद, अनंतर, उपरांत
समधियाना - (पु० ) 1 पुत्र या पुत्री की ससुराल 2 पुत्र या पुत्री के ससुरालवाले
समधी - ( पु० ) पुत्र या पुत्री के ससुर
समनामता-संघ (स्त्री०) एक ही नाम होने की स्थिति समनुज्ञा-सं० (स्त्री०) अनुमति, इजाज़त
समन्वय - सं० (पु० ) 1 नियमित क्रम 2 संयोग 3 मेल पटरी 4 संबद्ध फल, कार्य कारण संबंध का निर्वाह । वाद (पु० ) ये मत कि विवाद से बचने के लिए मतों का समन्वय कर लेना चाहिए: वादी (वि०) समन्वयवाद संबंधी समन्वयन -सं० (पु० ) समन्वय होना या करना समन्वित-सं० (वि०) 1 समन्वय किया गया 2 लगा हुआ, मिला हुआ
समन्वीकरण -सं० ( पु० ) समन्वय करना समन्वेषण-सं० (पु० ) 1 अच्छी तरह अन्वेषण करना 2 घूम-घूमकर स्थिति आदि का पता लगाना समय-सं० ( पु० ) 1 काल 2 वक्त 3 अवसर 4 फ़ुरसत 5 उपयुक्त काल 6 अंत समय 7 संकट की स्थिति 8 प्रतिज्ञा (जैसे- अपना समय क्यों भूलते हो, समय का पालन ) 9 सफलता (जैसे- समय की खुशी ) 10 अभ्युदय 11 कर्तव्य पालन 12 व्यवहार (जैसे-अपना समय मत भूलो) 13 ठहराव 14 प्रथा - गत (वि०) 1 बीता हुआ समय 2 समय में आया हुआ; ~गति (स्त्री०) समय का गुज़रना या व्यतीत होना तालिका (स्त्री०) = समय सारिणी; निष्ठ (वि०) समय का पाबंद, समय का पालन करनेवाला; ~पत्रक (पु० ) = समय सारिणी; पालक (वि०) = समय निष्ठ; ग + अं० (पु० ) टाइम बम, निश्चित समय पर विस्फोट होनेवाला पदार्थ; ~ लेखक (पु० ) टाइम कीपर, कर्मियों के आनेजाने के समय का हिसाब कर्ता; संकेत
( पु० ) समय बताना ; ~ साधक (पु० ) = समय सेवी: ~सारणी, ~ सारिणी (स्त्री०) कार्य आदि संचालन के लिए निर्धारित समय की सूची, टाइम टेबिल सीमा (स्त्री०) कार्य हेतु निश्चित किया गया समय; सूचक (वि०) समय की सूचना देनेवाला; सूची (स्त्री०) समय सारणी सेवी (पु० ) समय का पालन कर्ता समयांतर-सं० (पु० ) भिन्न समय समयानुकूल-सं० ( क्रि० वि०) समय के अनुसार समयानुक्रम -सं० (पु० ) समय के अनुसार क्रम समयानुसार - I सं० (वि०) समय के अनुरूप होनेवाला II ( क्रि० वि०) समय के अनुसार समयाभाव -सं० ( पु० ) समय की कमी समयोचित - सं० (वि०) समयानुकूल, कालोचित समयोत्तर - सं० (वि०) समय के बाद का समयोपयोगी -सं० (वि०) = समयानुकूल समर-सं० ( पु० ) युद्ध, लड़ाई। ~ क्षेत्र (पु०) समर भूमि, युद्ध क्षेत्र; तंत्र (पु० ) युद्ध संबंधी शासन; नीति (स्त्री०) युद्ध की नीति; भूमि (स्त्री०) समरांगण; ~शायी (वि०) वीरगति को प्राप्त; शास्त्र (पु० ) युद्ध विद्या, युद्ध की कला; सज्जा (स्त्री०) युद्ध का साज़ सामान समरांगण-सं० (पु०) लड़ाई का मैदान समरावस्था - सं० (स्त्री०) युद्ध की स्थिति
=3
=