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साधित
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सामंत
2 आधिकारिक रूप से कहा हुआ (जैसे-साधिकार घोषणा) | सापवाद-सं० (वि०) अपवाद युक्त साधित-सं० (वि०) 1साधा हआ 2 सिद्ध किया हआ सापेक्ष-सं० (वि०) किसी की अपेक्षा करनेवाला। ~ता
(जैसे-साधित मंत्र) 3 शुद्ध किया हआ (जैसे-साधित धातु) (स्त्री०) सापेक्ष होने का भाव; ~ता वाद (पु०) 1 वह साधु-सं० (वि०) 1 अच्छा, भला 2 सच्चा (जैसे-साधु वचन) सिद्धांत जिसमें दो बातें या वस्तुएँ एक दूसरे पर अपेक्षित हों 3 उपयुक्त, योग्य (जैसे-साधु पात्र का चयन)। -चरित्र | 2 विश्व की सारी गति सापेक्ष है ऐसा सिद्धांत (वि०) अच्छे गुणोंवाला, अच्छे स्वभाव का; ~ता (स्त्री०) सापेक्षिक-सं० (वि०) = सापेक्ष 1 अच्छाई 2 योग्यता 3 सच्चाई 4 भलमनसाहत, सज्जनता; सापेक्ष्यवाद-सं० (पु०) - सापेक्षतावाद
~वाद (पु०) शाबाशी देना; ~वादी (वि०) 1 प्रशंसा साप्ताहिक-सं० (वि०) 1 सप्ताह संबंधी 2 सप्ताह भर का करनेवाला 2 उचित कहनेवाला; ~वृत्त (वि०) 1 सदाचारी (जैसे-साप्ताहिक कार्यक्रम) 3 सप्ताह में एक दिन होनेवाला 2 अच्छे स्वभाव का; वृत्ति (स्त्री०) सदाचरण; (जैसे-साप्ताहिक अवकाश)
वेशधारी (पु०) साधु वेश में रहनेवाला व्यक्ति; ~साधु साफ-I अ० (वि.)1 स्वच्छ, निर्मल (जैसे-माफ़ पानी, माफ़ (क्रि० वि०) 1 शाबाश 2 धन्य-धन्य (जैसे-साधु साधु कपड़ा) 2 उज्जवल बेदाग़ (जैसे-साफ़ मन, माफ़ काग़ज़) कहना); हृदय (वि०) अच्छे हृदयवाला
3 पवित्र, शुद्ध 4 स्पष्ट (जैसे-साफ़ बात) 5 आसान, सरल साधो-(पु०) धार्मिक पुरुष, संत, साधु
(जैसे-साफ़ लिखावट) 6 ठीक और शुद्ध (जैसे-साफ़ न्याय) साध्य-सं० (वि०) साधन के योग्य। -सिद्धि (स्त्री०) | II (अ०) 1 सफ़ाई से, कुशलतापूर्वक 2 खुले तौर पर 1 लक्ष्य की उपलब्धि 2 निष्पनि
(जैसे-साफ़ कहना) 3 स्पष्ट रूप से (जैसे-साफ़ देखना) साध्यवसाना-सं० (स्त्री०) साहि० लक्षणा का एक भेद जिसमें 4 सरल रूप में (जैसे-साफ़ लिखना)। गोई • फ़ा० स्वयं उपमान में उपमय का तादात्म्य किया जाता है (जैसे-यह (स्त्री०) स्पष्टवादिता; दिल + फ़ा० (वि०) साफ़ लड़का तो निरा उल्लू है)
मनवाला, सच्चे मन का; दिली (स्त्री०) 1 आत्म शुद्धि, सानंद-[ सं० (वि०) आनंदमय II (क्रि० वि०) आनंद मन की निष्कपटता 2 द्वेषरहित; ~सथरा + हिं० (वि०) पर्वक, खुशी से (जैसे-आप सानंद आमंत्रित हैं)
स्वच्छ; ~ छूटना बेदाग़ छूट जाना; बचना तनिक भी सानंदाश्रु-सं० (पु०) आनंद के आँसू
आँच न आना; ~बनना साधुता का ढोंग करना सान-(पु०) 1 कुरुंड पत्थर 2 गोल पत्थर के आकार का धार | साफल्य-सं० (पु०) 1 सफलता 2 उपयोगिता। ~मंडित करने का एक यंत्र (जैसे-सान पर चाक तेज़ करना) । (वि०) सफलता से सुशोभित ~गुमान + फ़ा० (पु०) 1 निशान 2 सुराग 3 ख्याल साफ़ा-अ० + हिं० (पु०) पगड़ी 4 इशारा । ~देना, धरना, रखना औज़ार की धार तेज़ करना साफ्री-I अ० +फा० (स्त्री०) छानने का कपड़ा II (वि०) सानना-I (स० क्रि०) बो० 1 गॅधना, माँड़ना (जैसे-आटा 1 साफ़ करनेवाला 2 खून साफ़ करनेवाली (दवा) सानना) 2 मिलाना 3 लपटना, शामिल करना (जैसे-मुझे इस | साबर-(पु०) साँभर मग का चमड़ा। कुकर्म में क्यों सानते हो)
साबिक़-अ० (वि०) पुराने समय का, पहले का सानना-II (स० क्रि०) सान पर धार तेज करना साबिक़ा-अ० (पु०) 1 जान पहचान, मुलाक़ात 2 सरोकार, सानिध्य-सं० (पु०) = सन्निध्य
वास्ता सानी-I (स्त्री०) खली कराई में सानकर दिया जानेवाला भूसा साबित-अ० (वि०) 1 दृढ़, पक्का 2 सिद्ध 3 प्रमाणित (जैसे-गाय-भैंस को सानी पानी देना)। पानी (स्त्री०) 4 समृचा, अखंड खाना पीना, दाना पानी
साबुन-अ० (पु०) नहाने धोने में प्रयुक्त एक रासायनिक पदार्थ सानी-II अ० (वि०) बराबर, तुल्य
(जैसे-कपड़ा साफ़ करने का साबुन, स्नान या नहाने का सानु-सं० (पुल) 1 पर्वत शिखर 2 समतल भूमि
साबुन)। ~दानी + फ़ा० + हिं० (स्त्री०) साबुन रखने का सानुनासिक-सं० (वि०) जिसके उच्चारण में मुँह के अतिरिक्त पात्र या छोटा डिब्बा नाक से अनुस्वरात्मक ध्वनि निकले (जैसे-सानुनासिक व्यंजन, साबूत-अ० (वि०) अखंड, समृचा सानुनासिक वर्ण)
साबूदाना-+ फ़ा० (पु०) सागृदाना सानुपातिक सं० (वि०) अनुपात सहित होनेवाला साभार-सं० (क्रि० वि०) कृतज्ञता प्रकट करते हुए सानुप्रास-[ सं० (वि०) अनुप्रास से युक्त || (अ०) (जैसे-साभार अभिनंदन)
अनुप्रास सहित (जैसे-सानुप्रास अभिव्यक्त करना) साभिप्राय-[ सं० (वि०) 1 अभिप्राय युक्त 2 विशेष सानुभाव-सं० (वि०) अनुकूल, सदय। ~ता (स्त्री०) प्रयोजनवाला 3 निश्चय पर दृढ़ || (क्रि० वि०) उद्देश्य अनुकूलता, सदयता
सहित (जैसे-साभिप्राय देखना) सानुरोध-सं० (क्रि० वि०) अनुरोध के साथ (जैसे-सानुरोध साभिमान-[सं० (वि०) गर्वीला, घमंडी II (अ०) घमंड के
कहना) सान्निध्य-सं० (पु०) 1 सामीप्य 2 सन्निकटता
सामंजस्य-सं० (पु०) 1 औचित्य 2 अनुकूलता, उपयुक्तता । सान्निपातिक-सं० (वि०) 1 जटिल, पेचीदा 2 त्रिदोष के ~मूलक (वि०) अनुकूलता पर आधारित कारण उत्पन्न (रोग)
सामंजस्यात्मक-सं० (वि०) अनुकूलतापूर्ण सापत्नय-सं० (पु०) 1 सौतपन 2 सौतेलापन
सामंत-सं० (पु०) बड़ा जमींदार। ~काल (पु०) सामंत का
साथ