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सिलाबी
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सीका
सिलाबी-अ० + फ़ा० (वि०) सीडवाला, तर, नम
लहकारना (जैसे-कुत्ते को सिसकारना) सिलावट-I (पु०) संग तराश
सिसकारी-(स्त्री०) 1 सिसकारने का भाव 2 सीत्कार सिलावट-II बो० (स्त्री) सिलने का ढंग
सिसकी-(स्त्री०) 1 सिसकने की आवाज़ 2 सीत्कार सिला सिलाया-(वि०) सिलकर तैयार
सिसाँद, सिसियाँद-(स्त्री०) मछली की गंध सिलाह-अ० (पु०) हथियार, अस्त्र शस्त्र। --खाना । फ़ा सिस्टर-अं० (स्त्री०) 1 नर्स 2 बहन
शस्त्रागार; ~पोश · फ़ां (वि०) हथियार बंद; बंद सिहद्दा-फ़ा अ० (पु०) तीन सरहदों का मिलन स्थल +फां० (वि०) हथियार से लैस; ~साज + फ़ां० (पु०) सिहरन-(स्त्री०) कंपन (जैसे-हल्की सिहरन) हथियार बनानेवाला
सिहरना-(अ० क्रि०) 1 काँपना 2 रोमांचित होना 3 हिचकना सिलाहर-(वि०) - सिलहारा
सिहरा-(पु०) - सेहरा | सिलाही-अ० (पु०) सैनिक, सिपाही
सिहराना-(स० क्रि०) 1 कॅपाना 2 ठंड से कँपाना 3 भयभीत सिलिंडर-अं० (पु०) एक प्रकार की गोल लंबी टंकी करना 4 सहलाना सिलिका-अं० (पु०) काँच के निर्माण में प्रयुक्त बालू और | सिहरावन-(पु०) = सिहरन तेज़ाब का यौगिक
सिहरी-(स्त्री०) 1 कँपकँपी 2 रोमांच 3 जूड़ी बुखार सिलिया-(स्त्री०) भवन निर्माण के काम आनेवाला एक तरह सिहलाना-(अ० क्रि०) 1 ठंढा होना 2 ठंढ पड़ना 3 ठंढ का पत्थर
लगना सिलेक्शन-अं० (पु०) - सेलेक्शन
सिहान-(पु०) लौहमल, मंडूर सिलेट-अं० (स्त्री०) - स्लेट
सिहाना-I (अ० क्रि०) 1 डाह करना, ईर्ष्या करना 2 ललचाना सिलेटी-अ० -हिं० (वि०) - स्लेटी
3 मोहित होना ।। (स० क्रि०) ईर्ष्या या लोभ दृष्टि से देखना सिलेनियम-अं० (पु०) - सेलेनियम
सिहिकना-(अ० क्रि०) 1 सूखना 2 फ़सल सूखना सिलौट-(पु०) = सिल बट्टा
सींक-(स्त्री०) मूंज के जाति की एक तृण की तीली (जैसे-झाड़ सिलौटा-(पु०) = सिल लोढ़ा
की सींक) 2 नाक में पहनने की कील सिलौटी-(स्त्री०) छोटी सिल (जैसे-सिलौटी पर भाँग पीसना) | सींका-(पु०) पेड़ पौधों का पतला तिनका सिल्क-अं० (पु०) 1 रेशम 2 रेशमी कपडा
सींकिया-(वि०) 1 सींक सा पतला 2 बहूत कमज़ोर । सिल्ला-(पु०) = सिला ||
~पहलवान + फ़ा० (पु०) बहुत पतला दुबला आदमी जो सिल्ली-1 (स्त्री०) छोटी पटिया
स्वयं को बली समझे सिल्ली-II (स्त्री०) फटकने के लिए लगाया हुआ अनाज का सींग-(पु०) गाय, बैल, हिरन आदि पशुओं के सिर के दोनों
तरफ़ निकली हुई कड़ी और नुकीली शाखा, विषाण सिवई-(स्त्री०) मैदे या आटे के सुखाए गए लच्छे (जैसे-सिवई (जैसे-सींग से मारना)। ~पूँछ (स्त्री०); कटा या दूध में पकाना)
तुड़ाकर बछड़ों में मिलना बड़ी उम्र का होकर भी बच्चों सा सिवा-अ० (क्रि० वि०) अलावा, अतिरिक्त
काम करना; निकलना सनक जाना; पूँछ गिरा देना सिवाई-[ बो० (स्त्री०) एक तरह की मिट्टी
अत्यंत दीन बन जाना; ~समाना मौका मिलना, ठिकाना सिवाई-II बो० (स्त्री०) - सिलाई
दिखाई देना; सिर पर होना कोई विशेष चिह्न होना सिवान-(पु०) 1 गाँव की सीमावर्ती भूमि 2 सीमा पर स्थित (जैसे-क्या मूर्ख के सिर पर सींग होता है)
सींगड़ा-(पु०) 1 बारूददान 2 सींगवाला पशु 3 सिंगी नामक सिवाय-अ० +फा० (क्रि० वि०) = सिवा
बाजा सिवार-(स्त्री०) एक जलीय पौधा, शैवाल
सींगना-(स० क्रि०) पहचान करना सिवाल-(स्त्री०) एक तरह की घास, सेवार
सींगी-(स्त्री०) 1 सूराखदार सींग 2 सींग का बना बाजा सिवाली-(पु०) हल्के रंग का पन्ना
सींच-(स्त्री०) 1 सिंचाई 2 छिड़काव सिविल-अं० (वि०) 1 जनपद या नगर संबंधी (जैसे-सिविल | सींचना-(स० क्रि०) 1 सिंचाई करना 2 तर करना नियम और कानून, सिविल जज) 2 सभ्य, शिष्ट 3 नगर | सींची-(स्त्री०) सींचने का समय निवासियों से संबद्ध (जैसे सिविल बाज़ार) 4 आर्थिक, माली सीड़-(पु०) नाक का मल (जैसे-सिविल केस)
सीथ-(स्त्री०) स्त्रियों के सिर की माँग। ~भरना पत्नी बनाना सिविलियन-अं० (पु०) शासन और प्रबंध विभाग का सी-[ (स्त्री०) सीत्कार, सिसकारी II (अ०) 'सा' का स्त्रीलिंग कर्मचारी
रूप (जैसे-ज़रा सी बात पर नाराज़ होना) सिवैयाँ-(स्त्री०) = सिवई
सीकचा-फा० (पु०) लोहे का छोटा छड़ सिसक-(स्त्री०) = सिसकी
सीकड़-(पु०) - सिकड़ी सिसकना-(अ० क्रि०) 1 भीतर ही भीतर रोना 2 व्याकुल होना सीकर-सं० (पु०) 1 जलकण, जलविंदु 2 पसीना 3 तरसना
सीकल-बो० (पु०) डाल का पका हुआ आम सिसकार-(पु०) सी सी की आवाज़
सीकस-बो० (पु०) ऊसर, बंजर भूमि मिसकारना-I (अ० क्रि०) सीत्कार करना II (स० क्रि०) | सीका-(पु०) सिर पर पहनने का एक गहना
प्रदेश