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हुकूमत
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हकूमत-अ० (स्त्री०) 1 शासन, राज्य 2 अधिकार, प्रभुत्व। हुदहुद-अ० (पु०) कठफोड़ा पक्षी
चलाना अधिकारिक रूप से आज्ञा देना; जताना रोब हुदहुदी-(स्त्री०) भय, डर दिखाना, प्रभुत्व दिखाना
हुदारना-(स० क्रि०) बो० रस्से पर कोई वस्तु लटकाना या हक्का -अ० (पु०) तंबाकू पीने का दो नलीवाला एक ___ फैलाना उपकरण। पानी + हिं० (पु०) अपनी जाति या बिरादरी में | हुन-(पु०) सोने का सिक्का, स्वर्णमुद्रा खान पान का व्यवहार; ताजा करना हक्के का पानी हुनना-(स० क्रि०) 1 आग में डालना 2 आहुति देना बदलना; -पानी बंद करना पारस्परिक सामाजिक व्यवहार | हुनर-फा० (पु०) 1 कला, कारीगरी 2 गुण, योग्यता, कौशल छोड़ना; ~भरना हक्का पीने के लिए तैयार करना 3 चालाकी, चतुराई। ~मंद (वि०) कलाकुशल, निपुण; हुक्म-अ० (पु०) 1 अधिकारिक आदेश, आज्ञा 2 फ़ैसला ~मंदी (स्त्री०) कलाकुशलता, निपुणता 3 विधि विधान (जैसे-शासन का हक्म) 4 ताश का काले रंग हुनरा-फा० + हिं० (पु०) कलंदर बंदर के पान का पत्ता । ~उदूली (स्त्री०) आज्ञा का उल्लंघन; | हब्ब-अ० (स्त्री०) 1 प्रेम, अनुराग 2 भक्ति और श्रद्धा
नामा + फ़ा० (पु०) राजकीय आज्ञापत्र; बरदारI + 3 उत्साह, उमंग फ़ा० (पु०) आज्ञानुसार काम करनेवाला व्यक्ति या नौकर II हुमकना-(अ० क्रि०) 1 उछलना कूदना 2 पूरी ताक़त (वि०) आज्ञानुसार काम करनेवाला, सेवक; ~बरदारी + हमसना-(अ० क्रि०) उमंग में आना, उल्लासित होना फा० (स्त्री०) 1 आज्ञापालन 2 सेवा; रॉ + फ़ा०, रान हमसाना-(स० क्रि०) 1 उमंग में लाना 2 उकसाना + फ़ा० (वि०) हुक्म चलानेवाला; रानी + फ़ा० (स्त्री०) हुमेल-अ० (स्त्री०) = हमेल हुकूमत होना; ~की तामील आज्ञापालन; -चलना | हुरदंग-बो० (पु०) = हुड़दंग हुकूमत होना; चलाना हुकूमत करना; बजा लाना हुरदंगा-बो० (पु०) = हुड़दंगा आज्ञा पालन करना; ~में होना 1 आज्ञाधीन होना 2 अधिकार हरमत-अ० (स्त्री०) इज़्ज़त, मान, आबरू में होना; ~लगाना फैसला करना
हर्र-(वि०) देखते देखते अदृश्य हो जानेवाला हक्मी-अ० + फ़ा० (वि.) 1 खता न करनेवाला 2 आज्ञानुसार हुर्रा-अं० (पु०) एक तरह की हर्षध्वनि
काम करनेवाला 3 निश्चित रूप से अपना प्रभाव दिखानेवाला हुल-सं० (पु०) दोधारी बड़ी छुरी हुजर-अ० (पु०) एक तरह के पाश्चात्य घुड़सवार सैनिक हुलकना-(अ० क्रि०) वमन करना हजरी-अ० (पु०) 1 कोठरी 2 उपासना करने का कमरा हलकी-(स्त्री०) 1 वमन, उल्टी 2 हैजा नाम का एक रोग हजूम-अ० (पु०) लोगों का जमावड़ा, भीड़भाड़
हलसना-(अ० क्रि०) 1 अत्यंत प्रसन्न होना 2 उभरना, उमड़ना हुजूर-अ० (पु०) 1 हाकिम का दरबार या इजलास 2 हाजिर | हलसाना-(स० क्रि०) उल्लसित करना होना, सामने आना 3 सम्मान्य जन का संबोधन, श्रीमान्, हुलसी-(स्त्री०) = हुलास । जनाबआली
हुलहुला-बो० (पु०) 1 अद्भुत बात 2 उत्पात, उपद्रव 3 झूठा हजूरी-I अ० + फ़ा० (वि०) हजूर का, हजूर संबंधी II आरोप 4 उत्साह, उमंग (स्त्री०) सामीप्य, समीपता III (पु०) 1 ख़ास नौकर हुला-(पु०) लाठी का अगला तथा नुकीला छोर या नोक 2 दरबारी
हुलाल-(स्त्री०) लहर, तरंग हुज्जत-अ० (स्त्री०) 1 तर्क वितर्क और कहा सुनी 2 ज़बानी हुलास-I (पु०) 1 उल्लास, उमंग 2 उत्साह झगड़ा 3 व्यर्थ के प्रश्न तथा उन पर उठाई गई आपत्तियाँ हुलास-II (स्त्री०) सैंघनी। ~दानी +फ़ा० + हिं (स्त्री०) तकरार (स्त्री०) लड़ाई झगड़ा, टंटा
सुँघनीदानी, सुंघनी रखने का डिब्बा हजती-अ० + फा० (वि०) 1 हज्जत करनेवाला 2 झगड़ालू हुलिया-अ० (पु०) मुखाकृति और उसका रंग रूप, चेहरे की हुइ-अं० (पु०) 1 मोटर आदि की कमानीदार छाजन 2 सिर का बनावट; नामा +फ़ा० (पु०) रूप रंग का विवरण पत्र ढक्कन (बरसाती कोट आदि का)
-बिगड़ना बुरी हालत होना; -बिगाड़ देना, बिगाड़ना हुड़कन-(स्त्री०) वियोग का दुःख
हालत खराब कर देना हुइकना-(अ० क्रि०) वियोग में दुःखी होना, तरसना हलैया-(स्त्री०) डूबने के पहले नाव का डगमगाना हुड़का-(पु०) = हुड़कन
हुल्लड़-(पु०) 1 शोरगुल, कोलाहल 2 उपद्रव 3 दंगा, हुड़काना-(स० क्रि०) 1 तड़फाना, दुःख देना 2 तरसाना फ़साद। बाज़ी + फ़ा० (स्त्री०), हपाड़ा (पु०) शोर हुड़दंग-(पु०) उछल कूद और उपद्रव
गुल हुइदंगा-(पु०) = हुड़दंग
हुश्-(अ०) उपेक्षा, तुच्छता आदि का सूचक एक निषेधात्मक हुड़दंगी-(स्त्री०) हुड़दंग मचानेवाला
शब्द, अनुचित बात कहने से रोकने के लिए प्रयुक्त शब्द हृडुक्क-सं० (पु०) एक तरह का छोटा ढोल
(जैसे-हुश् ,ऐसा क्यों बक रहे हो) छु-(वि०) 1 बेशऊर 2 मूढ़
हुश्कारना-(स० क्रि०) हुश हुश शब्द करके कुत्ते को काटने के हुत-I सं० (वि०) 1 आहुति के रूप में दिया हआ 2 पूर्ण | लिए उत्तेजित करना समर्पण किया गया II (पु०) हवन की वस्तु
हुस्न-अ० (पु०) 1 सौंदर्य, सुंदरता, शोभा 2 उत्कर्ष सूचक गुण हुतात्मा-सं० (पु०) अच्छे कार्य में स्वयं को बलि देनेवाला या बात 3 सुंदरता बढ़ानेवाली विशेष बात (जैसे-हुस्न शहीद
काफ़िया)। परस्त + फा० (वि०) सौंदर्योपासक