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हीस
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हकुर पुकुर हींस-(स्त्री०) घोड़े के हिनहिनाने की क्रिया, हिनहिनाहट आदमी, नर रत्न 3 सर्वोत्तम वस्तु । -कसीस (पु०) लोहे में हीसना-(अ० क्रि०) हिनहिनाना
गंधक के कारण रासायनिक योग उत्पन्न विकार; ~मन ही हीं-(स्त्री०) तुच्छतापूर्वक हँसने का शब्द
(पु०) लोक कथा में वर्णित तोते की एक कल्पित जाति ही-(अ०) केवल, मात्र
हीरो-अं० (पु०) नायक हीक-(स्त्री०) 1हिचकी 2 अप्रिय सड़ी हई तथा तीव्र गंध हीरोइन अं० (स्त्री०) नायिका हीचना-(अ० क्रि०) आगा पीछा करना
हील-बो० (पु०) 1 कीचड़ 2 पनाले का कीचड़ हीज-बो० (वि०) 1 आलसी 2 सुस्त
हीला-अ० (पु०) 1 बहाना 2 छल, धोखा 3 काम 4 वसीला, हीजड़ा-(पु०) = हिजड़ा
निमित्त 5 रोज़गार। ~हवाला (प.) टालमटोल या हीट-अं० (स्त्री०) 1 ऊष्मा, गर्मी 2 खेलों में प्रारंभिक दौड़। बहानेबाज़ी की बातें; हवाली (स्त्री०) = हीलाहवाला
प्रूफ (पु०) ऊष्मा-सह; बूस्टर (पु०) ऊष्मा वर्धक हीलियम-अं० (पु०) एक गंधरहित हलकी गैस यंत्र; ~वेव (पु०) ऊष्पा-तरंग
हीही-(स्त्री०) तुच्छतापूर्वक हँसना हीठना-(अ० क्रि०) 1 पास जाना 2 पैठना, घुसना हैं-(अ०) 1 एक सकारात्मक शब्द, हाँ 2 स्वीकृति सूचक शब्द, हीत-(वि०) हित करनेवाला, शुभचिंतक, हितैषी हीन-सं० (वि०) 1 खराब या घटकर 2 तुच्छ और नगण्य हंकरना-(अ० क्रि०) = हंकारना । 3 खाली (जैसे-जलहीन, बलहीन, धनहीन) 4 निम्न कोटि हुंकार-सं० (पु०) 1 ललकारने का शब्द 2 उग्र और ज़ोर का का, इन्फ़ीरियर 5 कम, थोड़ा या हलका । ~कुल (वि०) बुरे __ शब्द 3 ज़ोर से डाँटने डपटने का शब्द कुल का; ~ग्रंथि (स्त्री०) अपने आपको हीन समझने की हंकारना-(अ० क्रि०) 1 ललकारना 2 डाँटने डपटने के लिए वृत्ति; ~ता (स्त्री०) 1 हीन होने का भाव 2 अभाव ज़ोर का शब्द करना 3 ज़ोर से चिल्लाना 3 तुच्छता, ओछापन 4 नीचता, बुराई; बल (वि०) | हुंकारी-(स्त्री०) स्वीकृति सूचक शब्द, हामी। ~भरना कमज़ोर, निर्बल, बलहीन; बुद्धि (वि०) 1ख़राब | 1 स्वीकृति देना 2 कहानी आदि सुनते समय हूँ-हूँ करना बुद्धिवाला, दुर्बुद्धि 2 मूर्ख, बुद्धिरहित; ~भाव (पु०), हुंकृति-सं० (स्त्री०) हंकार ~भावना (स्त्री०) हीनता ग्रंथि; ~मति (वि०) = हीन हुंड-(पु०) 1 मेढ़ा, मेष 2 बाघ, व्याघ्र बुद्धि ल्यान (पु०) बौद्ध धर्म की वैराग्य तथा मोक्ष संबंधी हुंडा-I (पु०) आग के दहकने का शब्द एक प्रसिद्ध प्रारंभिक शाखा या संप्रदाय; योनि (वि०) हूंडा-II (पु०) वर पक्ष से कन्या के पिता को मिला धन 1 चरित्रभ्रष्ट या कुलटा स्त्री से उत्पन्न 2 नीच कुल में उत्पन्न; हुँडार-(पु०) भेडिया
रस (पु०) साहि० रस विरोधी भाव के प्रसंग की नियोजना हुंडावन-(स्त्री०) 1 हुंडी लिखते समय दस्तूरी के रूप में काटी से उत्पन्न काव्य दोष; ~वाद (पु०) 1 व्यर्थ का तर्क, फ़जूल गई रकम 2 हुंडी लिखने की दर की बहस 2 कमज़ोर दलील 3 दोषी प्रमाण; ~वादी । | इंडियावा-बो० (पु०) - हुंडावन (वि०) हीनवाद संबंधी II (पु.) हीनवाद का समर्थक; हंडी-(स्त्री०) 1 आपस में लेन देन के समय लिखकर दिया वृत्ति (स्त्री०) हीनता ग्रंथि
जानेवाला महाजनी चेक 2 निश्चित समय के अंदर ब्याज हीनकभावना-सं० (स्त्री०) = हीनता ग्रंथि
सहित किस्तों में रुपया अदा करने से संबंधित एक ऋण विधि हीनकमनोग्रंथि-सं० (स्त्री०) = हीनता ग्रंथि
3 अपना प्राप्य धन पाने के लिए किसी के नाम लिखा गया एक हीनत्व-सं० (पु०) = हीनता
पत्र जिसमें निर्धारित या निश्चित रकम अमुक को देने के लिए हीनहयात-I अ० (पु०) जीवनकाल II (अ०) जीवनकाल अंकित रहता है, ड्राफ्ट, बिल ऑफ़ एक्सचेंज। -बही तक
(स्त्री०) इंडियों के नकल की पुस्तक हीनांग-सं० (वि०) 1 अंग या अंगों से रहित, नष्टय बुबा-बो० (पु०) समुद्र की चढ़तो लहर, ज्वार अंगवाला 2 अधूरा
हाँ-I (पु०) गीदड़ों के बोलने का शब्द हीनार्थ-सं० (वि०) 1 निष्फल 2 बिना लाभ का 3 अनुचित या हुओं-II (क्रि० वि०) वहाँ बुरा अर्थवाला
हुआ-(वि०) 'होना' क्रिया का भूत कृदंत रूप (जैसे-खेल हीनावस्था-सं० (स्त्री०) गिरी हुई हालत
ख़त्म हुआ) हीनित-सं० (वि०) वंचित
हुआना-(अ० क्रि०) गीदड़ों का हुआँ हुआँ करना हीनोक्ति-सं० (स्त्री०) मान प्रतिष्ठा को बहुत घटाकर प्रस्तुत की हुक-1 अं० (पु०) अंकुश के आकार की बड़ी कील गई उक्ति
हक-II (स्त्री०) कमर आदि में अचानक किसी नस के झटका हीमोग्लोबिन-अं० (पु०) = हेमोग्लोबिन
खाने से उत्पन्न एक तरह का दर्द हीर-1 सं० (पु.) एक रत्न हीरा
हकना-(अ० क्रि०) 1 भूल जाना 2 निशाने का चूकना हीर-II (पु०) एक पंजाबी प्रेमगीत
हुकम-अ० (पु०) = हुक्म हीरक-सं० (पु०) हीरा नामक रत्न। जयंती (स्त्री०) हुकारना-(अ० क्रि०) = हुंकारना 1साठवें वर्ष का उत्सव 2 साठवाँ वार्षिकोत्सव, डायमंड हकुम-अ० बो० (पु०) = हुक्म
हकर पुकुर-(स्त्री०) 1 दिल की धड़कन 2 बेचैनी. विकलता. हीरा-(पु.) 1 एक रत्न या बहुमूल्य पत्थर 2 बहुत अच्छा | घबराहट
जुबिली