Book Title: Shiksharthi Hindi Shabdakosh
Author(s): Hardev Bahri
Publisher: Rajpal and Sons

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Page 939
________________ 925 पाठन, (पाल् से) पालन, (बंधू से) बंधन, (भू से) भवन, (मिल् से) मिलन, (मृ से) मरण, (रम् से) रमण, (श्रु से) श्रवण, (स्खल् से) स्खलन, (ह से) हरण । अन-क्रि० से कर्तृ०- (नंदू से) नंदन, (निकन्द् से) निकन्दन, (पौ से) पावन, (मोह् से) मोहन, (रम् से) रणम, (साधू से) साधन । अन- (हिं०) क्रि० से भाव०- ( ऐंठना से) ऐंठन, (कुढ़ना से) कुढ़न, (खाना-पीना से) खान-पान, (गलना से) गलन, (चलना से) चलन, (चुभना से) चुभन, (जलना से) जलन, (लगना से) लगन, (लेना-देना से) लेन-देन, (सूजना से) सूजन। अना - भाव०- (घट् से) घटना, (धृ से) धारणा, (त्रे से) प्रेरण, (भर्त्स से) भर्त्सना, (भू से) भावना, (रच् से) रचना, (विद् से) वेदना, (सूच् से ) सूचना । अनीय - क्रि० से वि०- ( उल्लिख् से) उल्लेखनीय, (कृ से) करणीय, (दृश् से) दर्शनीय, (धृ से) धारणीय, (निंद् से) निंदनीय, (पठ् से) पठनीय, (पा से) पानीय, (पूज से) पूजनीय, (मृ से) मरणीय, (रक्षा से) रक्षणीय, (विचर् से) विचारणीय, (शुच् से) शोचनीय, (श्रु से) श्रवणीय, (संचल से) संचालनीय, (स्पृह से ) स्पृहणीय, (स्मृ से) स्मरणीय । अन्त - (हिं०) क्रि० से भाव०- ( गढ़ना से) गढ़ंत, (पढ़ना से) पढ़त, (भिड़ना से ) भिड़ंत, ( रटना से) रटंन (लड़ना से) लड़ंत । आ - भाव०- (इच्छू से) इच्छा, (कथ् से) कथा, (क्षम् से) क्षमा, (चिन्त् से) चिन्ता, (पूज् से) पूजा, (मूर्च्छ से) मूर्छा, (शिक्ष से) शिक्षा, (सेव् से) सेवा, (हिंस से) हिंसा । आ - (हिं०) सं० से भाव० - खटका, चूरा, झोंका, धड़का, बोझा । आ-पु० से स्त्री० - (अज से) अजा, (प्रिय से) प्रिया, (बाल से) बाला, (वृद्ध से) वृद्धा, (सुशील से) सुशीला । आ - (हिं०) वि० - कटा, गलासड़ा, ठंडा, पड़ा, प्यारा, प्यासा, फटा, भूखा, मरा, सूखा । आ - (हिं०) क्रि० से भाव०- - (घेरना से) घेरा, (छापना से) छापा, (जोड़ना से ) जोड़ा, (झगड़ना से) झगड़ा, (झटकना से) झटका, (फेरना से) फेरा, (रगड़ना से ) रगड़ा, (सूखना से) सूखा । आइन - (हिं०) पु० से स्त्री० - चौधराइन, नाइन, पंडिताइन, बबुआइन, ललाइन, सुकुलाइन । आई - (हिं०) वि० से भाव०- (चिकना से) चिकनाई, (ढीठ से) ढिठाई, (ढीला से) ढिलाई, (पंडित से) पंडिताई, (भला से) भलाई, (लाल से) ललाई, · (सीधा से) सिधाई । आई - (हिं०) क्रि० से भाव०- ( उतरना से) उतराई, (खोदना से) खुदाई, (चढ़ना से ) चढ़ाई, (जोतना से) जुताई, (ढालना से) ढलाई, (ढोना से) ढुलाई, (धोना से ) धुलाई, (पढ़ना से ) पढ़ाई, (बनवाना से) बनवाई, (रँगना से) रँगाई, (रोना से) रुलाई, (लड़ना से) लड़ाई, (सिलना से) सिलाई, (सुनवाना से) सुनवाई, (हँसना से) हँसाई । आऊ - (हिं०) क्रि० से वि०- ( अगुआना से) अगाऊ, ( उड़ाना से) उड़ाऊ, (उपजाना से) उपजाऊ, (कामचलाना से) कामचलाऊ, (कमाना से) कमाऊ, (खाना से) खाऊ, (टिकना से) टिकाऊ, (दिखाना से) दिखाऊ, (बिकना से) बिकाऊ । आक, आकू - (हिं०) क्रि० से कर्तृ० - उड़ाक ( उड़ाकू ), , तैराक (तैराकू), लड़ाक (लड़ाकू)

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