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सेमिनरी
सेमिनरी -अं० (पु० ) 1 शिक्षणालय 2 धर्म प्रशिक्षणालय सेमिफाइनल – अं० (पुं०) एक प्रतियोगिता जिसमें चार टीमों के खेल में सफल हुई दो टीमें ही फ़ाइनल में जा पाती हैं। सेमीकोलन - अं० ( पु० ) एक विराम चिह्न सेमीफ़ाइनल -अं० (पु० ) सेर - I (पु० ) सोलह छटाँक की एक तौल
सेमिफाइनल
सेर - II फ़ा० (वि०) 1 भरा हुआ 2 तृप्त, संतुष्ट 3 बहुत, प्रचुर । चश्म (वि०) 1 संतुष्ट 2 उदार, दानशील सेरा - I ( पु० ) सिरहाने की ओर होनेवाली चारपाई की पाटी सेरा - II फ़ा० ( पु० ) सींची हुई ज़मीन सेराब - फ़ा० (वि०) सींचा हुआ
सेरी-फ़ा० (स्त्री०) तृप्त और संतुष्ट होने का भाव, तृप्ति सेल-अं० (पु०) बिक्री, विक्रय
सेल खड़ी - (स्त्री० ) = सिल खड़ी
सेलना - (अ० क्रि०) मर जाना, चल बसना
सेला - (पु० ) 1 रेशमी चादर 2 उसना चावल सेली - I (स्त्री०) गोरखपंथियो के गले में पहनने का काला धागा सेली - II ( स्त्री०) बरछी
सेलूट-अं० (स्त्री०) सलाम सेलून-अं० (पु०) हाल कमरा सेलूलाइड-अं० (पु०) कचकड़ा सेलेक्शन - अं० (पु०) चुनाव, वरण सेल्फ़ सर्विस-अं० (स्त्री०) स्वयं सेवा सेल्युलोस - अं० (पु० ) = सेलूलोज़ सेल्यूट - अं० (स्त्री०) सेलूट सेल्ला- (पु० ) भाला, बरछा सेल्सटैक्स-अं० (पु०) बिक्री कर
सेंवई
सेल्समैन - अं० (पु० ) विक्रेता सेव - (पु० ) सेवइक - बो० (पु० ) सेवई - (स्त्री०) सेंवई
S
=
=
=
सेवक
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सेवक - सं० (पु० ) 1 नौकर 2 चाकर. परिचारक 3 देवता का भक्त (जैसे- राम का सेवक) II (वि०) सेवा करनेवाला (जैसे जनता का सेवक )
सेवड़ा - (पु० ) मैदे का एक प्रकार का मोटा पकवान सेवती-सं० (स्त्री०) सफ़ेद गुलाब
+
सेवदान - हिं० फ़ा० (पु० ) = सोयाबीन सेवन सं० ( पु० ) 1 परिचर्या, सेवा 2 उपासना, पूजा करना, आराधना 3 इस्तेमाल, प्रयोग (जैसे- औषध का सेवन ) 4 पवित्र स्थान पर रहना (जैसे- काशी सेवन) 5 उपभोग (जैसे-मद्य सेवन, नारी या स्त्री सेवन) 6 सिलाई सेवनी - 1 बो० (स्त्री०) = सेविका
सेवनी - II सं० (स्त्री०) 1 सूई, सूची 2 सीअन, सीवन 3 शरीर में सीअन की तरह का जोड़
सेवनीय - सं० (वि०) 1 सेवा करने योग्य 2 पूज्य 3 सीए जाने
योग्य
सेवा-सं० (स्वा० ) 1 परिचर्या, ख़िदमत 2 पूजा, आराधना 3 प्रयोग 4 उपभोग 5 चाटुकारिता, खुशामद (जैसे-अधिकारी की सेवा) 6 पालन पोषण (जैसे-बाल बच्चों की सेवा) 8 लोकोपकारी कार्य (जैसे- देशसेवा, साहित्यिक सेवा) ।
हुआँ
9 आश्रम, शरण (जैसे- धार्मिक सेवा)। ~काल (पु० ) सेवा करने की अवधि; टहल + हिं० सेवा सुश्रुषा खिदमतफ ~दार + फ़ा० (पु०) गुरुद्वारे में गुरुग्रंथ साहिब की पूजा के लिए नियुक्त व्यक्ति; ~ धर्म (पु० ) सेवक का धर्म; ~ धारी (पु० ) = सेवादार; नियोजन (पु० ) नौकरी में लगाना; निवृत्त (वि०) सेवा मुक्त; - निवृत्ति पंजी (स्त्री०) सेवा
(स्त्री०) सेवा से अवकाश लेना; संबंधी मुख्य बातें लिखने की पुस्तिका
पन सेवन परायण (वि०) सेवा में रत सेवानिष्ठ पुस्तिका (स्त्री०) = सेवा पंजी;
हिं० (पु० )
रहनेवाला,
बंदगी
=
+
फ़ा० (स्त्री०) उपासना, आराधना, पूजा भाव (पु० ) उपकार की भावना; -भावी (वि०) सेवाभाव रखनेवाला, उपकार करनेवाला; ~ युक्त (वि०) सेवा में लगा हुआ; ~योजक (पु० ) सेवा पर नियुक्त करनेवाला; योजन (पु० ) = सेवा नियोजन; ~रत (वि०) सेवा में लगा हुआ; ~वृत्ति (स्त्री०) नौकरी; शुश्रूषा (स्त्री०) 1 पालन पोषण (जैसे- शिशु की सेवा शुश्रूषा) 2 उपकार करना (जैसे- दीन दुःखियों की सेवा शुश्रूषा ) सेवाभिलेख सं० (पु० ) सेवार - ( स्त्री०) लंबे, कड़े तथा तेज़ किनारोंवाली घास, शैवाल सेविंग बैंक-अं० (पु०) बचत खाता सेविका-सं० (स्त्री०) 1 दासी, परिचारिका 2 नौकरानी सेवित-सं० (वि०) 1 जिसकी सेवा की गई हो 2 पूजित 3 प्रयुक्त 4 उपभुक्त
सेवा पंजी
सेवी-सं० (वि०) 1 सेवा करनेवाला 2 पूजा करनेवाला सेवोपहार - सं० (पु० ) सेवा मुक्त होने पर दिया जानेवाला धन,
आनुतोषिक सेव्य-सं० (वि०) 1 सेवा के योग्य 2 आराध्य 3 पूज्य 4 व्यवहार के योग्य । ~ सेवक (पु०) स्वामी और सेवक सेशन - अं० (पु० ) 1 संसद, न्यायालय आदि संस्थाओं की निश्चित अवधि 2 कुछ समय तक चलती रहनेवाली बैठक 3 स्कूल, कालेज की लगातार पढ़ाई की अवधि 4 अदालत । ~कोर्ट (पु० ) 1 सत्र न्यायालय 2 हत्या आदि गंभीर जुल्म पर विचार करनेवाली अदालत जज (पु०) सत्र न्यायाधीश
सेश्वर-सं० (वि० ) 1 ईश्वर युक्त 2 ईश्वर की सत्ता माननेवाला
सेसर - (पु० ) 1 ताश का एक खेल 2 जालसाजी, धोखेबाज़ी सेसरिया - (पु० ) छल कपट करनेवाला व्यक्ति, जालिया सेहत -अं० (स्त्री०) 1 स्वास्थ्य 2 आरोग्य 3 राहत, सुख, चैन
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खाना + फ़ा० (पु०) शफ़ाखाना, स्वास्थ्यगृह, गाह + फ़ा० (स्त्री०) स्वास्थ्य गृह
सेहरा - ( पु० ) 1 विवाह का मुकुट, मौर 2 सेहरा बाँधने के समय गाया जानेवाला गीत । बंदी + फ़ा० (स्त्री०) दूल्हे के सेहरा बाँधना; बँधाई (स्त्री०) सेहरा बाँधने का नेग सेहा - ( पु० ) कुआँ खोदनेवाला सेही - (स्त्री०)
सेहुँड़ा - ( पु० ) स्नुही, थूहर
सेहुआँ - (पु० ) शरीर पर भूरी भूरी चित्तियाँ पड़ने का एक चर्म रोग या त्वचा का रोग