Book Title: Shiksharthi Hindi Shabdakosh
Author(s): Hardev Bahri
Publisher: Rajpal and Sons
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हरनौटा - ( पु० ) हिरन का बच्चा
हरपरेवरी - (स्त्री०) स्त्रियों द्वारा किया गया एक प्रकार का टोटका
हरपा - बो० ( पु० ) 1 सुनार का छोटा डिब्बा 2 सिंधोरा हरपुजी - (स्त्री०) हल की पूजा
हरफ़ - अ० (पु० ) 1 अक्षर, वर्ण 2 शब्द, बात 3 व्याकरण में अव्यय, प्रत्यय 4 दोष, बुराई। ~ हरफ़ ( क्रि० वि०) अक्षरशः गीर + फ़ा० (वि०) 1 दोष पकड़नेवाला 2 बाल की खाल निकालनेवाला; ~ बहरफ़ + फ़ा० + अ० ( क्रि० वि०) अक्षर अक्षर; आना दोष लगना; ~उठाना अक्षर पढ़ लेना; पकड़ना त्रुटि या गलती पकड़ना; ~ बैठाना टाइप जमाना बनाना 1 सुंदर अक्षर लिखना 2 अक्षर अभ्यास करना; ~लाना इलज़ाम लगाना हरफा - बो० (पु० ) लकड़ी से बनाया गया चारा रखने का घेरा हरबा - अ० (पु० ) अस्त्र, हथियार। ~ हथियार + हिं० (पु० )
अस्त्र-शस्त्र
हरबोंग - (वि०) 1 गँवार, अक्खड़ 2 मूर्ख, जड़ हरबोला - (पु० ) घूम घूमकर राजाओं की गौरव गाथा का वर्णन
करना
हरम - अ० (पु० ) 1 काबे की चहारदीवारी 2 घेरा 3 जनानखाना, अंतःपुर 4 विवाहिता स्त्री 5 रखेली बनाई हुई बाँदी। खाना + फ़ा० (पु०) जनानखाना, अंतःपुर ज़दगी + फ़ा० (स्त्री०) शरारत, बदमाशी; ~सरा + फ़ा० (स्त्री०) = हरम हरमज़दगी - अ० + फ़ा० (स्त्री०) शरारत, दुष्टता हरयाल - बो० (स्त्री० ) हरियाली
हरवल - (पु० ) बिना ब्याज हलवाहे को दिया गया द्रव्य हरवली - तु० (स्त्री०) सेना की अध्यक्षता
हरवाना - (स० क्रि० ) 1 जल्दी करना 2 उतावली करना, हड़बड़ी मचाना
= हलवाहा
हरवाह, हरवाहा-बो० (पु० ) हरवाही - बो० (स्त्री०) 1 हलवाहे का काम 2 हलवाहे का पारिश्रमिक
हरसिंगार - ( पु० ) परजात का पेड़ और इसका फूल हरसौधा - बो० (पु०) कोल्हू का पीढ़ा हरहठ-बो० (वि०)
हृष्ट-पुष्ट
हरहराना - (अ० क्रि०) हर हर शब्द करते हुए द्रुत गति से बंहना
हरहराहट - ( स्त्री० ) थरथराहट, कंपन
हरहा - बो० ( पु० ) हर में जुतनेवाला बैल
हरहाया - (वि०) हर तरफ़ घूमकर फसल की हानि करनेवाला पशु
हाँस-बो० (स्त्री०) 1 हरारत मंद ज्वर 2 थकावट हरा - I ( वि०) 1 घास या पत्ती के रंग का, हरित 2 अधपका (जैसे-फल अभी हरा है) 3 बिना भरा (घाव) 4 खुश, प्रफुल्ल (जैसे- हरा भरा चेहरा) 5 तरोताजा II (पु० ) हरा रंग (जैसे- झंडा हरा है) । पन (पु० ) हरा होने का भाव; ~ भरा (वि०) 1 ताजा, प्रफुल्ल (जैसे- हरा भरा चेहरा, हरा भरा मुख) 2 हरियाली युक्त (जैसे- हरा भरा वातावरण); ~करना प्रसन्न करना; ~दिखाई पड़ना झूठी आशा करना; बाग़ व्यर्थ आशा बँधानेवाली बात; भरा परिवार
हरिया
खुशहाली से युक्त परिवार
हराई - (स्त्री०) हल के एक चक्कर में जुता हुआ खेत का अंश,
बाह
हराठा-बो० (त्रि०) हृष्ट-पुष्ट हराना - (स० क्रि० ) । परास्त करना, पछाड़ना (जैसे- शत्रु को हराना) 2 थकाना (जैसे खिलाड़ी को हराना)
हराम - अ० (वि०) 1 निषिद्ध, विधि विरुद्ध 2 अनुचित बुरा II (पु० ) 1 वर्जित वस्तु या बात 2 पापकर्म 3 व्यभिचार (जैसे- हराम की कमाई, हराम का पैसा) । कार + फ़ा० ( पु० ) 1 कुकर्म करनेवाला, कुकर्मी 2 व्यभिचारी, पर- स्त्री लंपट; ~कारी + फ़ा० (स्त्री०) 1 पाप, बुराई 2 व्यभिचार, परस्त्री गमन; खोर • फा० (वि) 1 हराम की कमाई खानेवाला 2 मुफ्तखोर 3 आलसी, निकम्मा; खोरी + फ़ा० (स्त्री०) 1 मुफ्तखोरी 2 घुसखोरी 3 नमक हरामी, ज़ादा + फ़ा० (पु० ) 1 वर्णसंकर, दोगला 2 दुष्ट, पाजी, बदमाश; ज़ादी + फ़ा० + हिं॰ (स्त्री०) । दोगली स्त्री 2 दुष्टा स्त्री; ~ करना किसी बात का मुश्किल करना 'हरामी - अ० + फ़ा० (त्रि०) 1 हराम संबंधी, हराम का (जैसे- हरामी कमाई ) 2 हराम या व्यभिचार से उत्पन्न दोगला (जैसे- हरामी औलाद ) 3 अत्यंत नीच और पानी (जैसे- हरामी दोस्त)
हरारत - अ० (स्त्री०) 1 हलका ज्वर 2 ताप, गर्मी (जैसे- इतनी हरारत कैसी)
हरावल - तु० (पु०) सेना का अगला भाग
हरास - फ़ा० ( पु० ) 1 भय, डर 2 आशंका, खटका 3 दुःख, विषाद 4 निराशा, ना उम्मेदी
हरि - I सं० ( पु० ) भगवान, ईश्वर । -पुर (पु०) हरिलोक भक्त (वि०) ईश्वर का भक्त भक्ति (स्त्री०) ईश्वर की पूजा; ~ लोक (पु० ) बैकुंठ हरि - II सं० (वि०) पीला 2 बादामी या भूरा 3 हरा हरिअर - बो० (वि०) हरा
हरिअरी-बो० (स्त्री०) हरियाली हरिआना - I (अ० क्रि०) बो० 1 हरा होना, सब्ज होना 2 ताजा होना 3 ताज़गी और प्रसन्नता से भर उठना II (स० क्रि०) हरा
करना
हरिआली–बो० (स्त्री०) 1 घास और पेड़ पौधों का फैला हुआ समूह 2 हरेपन का विस्तार
हरिजन-सं० (पु० ) 1 पद दलित तथा अस्पृश्य हिंदू जाति, अछूत जाति का व्यक्ति 2 भगवान का सेवक
=
हरिण - सं० (पु० ) मृग, हिरन
हरिणी -सं० (स्त्री० )
हरिनी
=
हरित - सं० (वि०) 1 भूरे या बादामी रंग का 2 हरा 3 पीला। ~मणि (पु० ) मरकत, पत्रा
हरिताभ-सं० (वि०) हरियाली युक्त
हरिद्र - सं० (पु० ) पीत चंदन हरिद्रा-सं० (स्त्री०) हल्दी
हरिन - I अं० (पु०) पीले और हरे रंग की एक दुर्गंधमय गैस हरिन - II ( पु० ) कुरंग, मृग
हरिनी - ( स्त्री०) मृगी, मादा हिरन
हरिया - बो० (पु०) हल जोतनेवाला, हलवाहा

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