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सोमेश्वर
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2 इस लता का रस 3 चंद्रमा 4 चंद्रवार (जैसे- सोमवार) । ~नाथ (पु० ) बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक; प्रदोष (पु० ) सोमवार को पड़नेवाला प्रदोषव्रत; ~वार (पु० ) रविवार तथा मंगलवार के बीच का दिन, चंद्रवार ~वारी । + हिं० (वि०) सोमवार संबंधी, सोमवार का II (स्त्री०) सोमवती अमावस्या; सुत (पु० ) बुधग्रह सोमेश्वर-सं० (पु०) काशी में स्थापित एक शिवलिंग सोयाबीन - अं० (पु० ) सोया नाम की सब्ज़ी की फली, भटवाँस सोर बो० (स्त्री०) पेड़ की जड़, मूल
सोरठा - (पु० ) अड़तालीस मात्राओं का एक छंद जिसके पहले और तीसरे चरण में ग्यारह तथा दूसरे और चौथे चरण में तेरह मात्राएँ होती हैं।
सोरनी - ( स्त्री०) झाडू, बुहारी
सुरही
सोरही - (स्त्री०) सोराज बो० (पु० )
स्वराज्य
सोलह - I (वि०) दस और छह II (पु० ) '16' की संख्या । ~ सिंगार (पु० ) दे० षोडश श्रृंगार । सिंगार सजाना बनना ठनना; सोलहों आने शत प्रतिशत, पूर्णतः, बिल्कुल सोला - ( पु० ) एक प्रकार की रेशमी धोती सोलीसीटर -अं० (पु० ) 1 प्रार्थी, याचक. 2 न्यायभिकर्ता सोलोइस्ट-अं० (पु०) अकेला बजानेवाला
सोल्लास - I सं० (वि०) आनंद पूर्ण II ( क्रि० वि०) उमंग के साथ, उल्लास के साथ
संबंधी
=
सोशल-अं० (वि०) 1 सामाजिक 2 समाज
3 मिलनसार (जैसे- सोशल आदमी)
सोशलिज़्म - अं० ( पु० ) समाजवाद सोशलिस्ट - I अं० (वि०) समाजवादी II ( पु० ) समाजवाद
=
सोहाग - (पु० ) सोहागिन - (स्त्री०)
सुहागिन सोहान - फ़ा० (पु० ) रेती नामक औज़ार
सोहाना - (अ० क्रि०) 1 शोभित होना 2 रुचिकर होना सोहारी - बो० (स्त्री०) पूरी नाम का पकवान सोहाली - बो० (स्त्री०) ऊपरी दाँत के निकलने की जगह सोहावटी - (स्त्री०) 1 दरवाज़े या खिड़की के ऊपरी भाग पर पाटन के रूप में रखी जानेवाली पत्थर की पाटिया या लकड़ी का मोटा तख़्ता 2 पाटिया अथवा तख़्ते के रूप में ईंट आदि की जोड़ाई या अन्य रचना
सोहावना - I (वि०) सुंदर II (अ० क्रि०) 1 शोभित होना
सुहाग
=
2 अच्छा लगना, भला जान पड़ना सौंकारा-बो० (पु०) सवेरा, प्रातःकाल, तड़का
=
सौंचन - बो० (स्त्री०) मल त्याग करना 2 शौच के बाद हाथ-पैर आदि धोना सौंचर - (पु० ) सोंचर नमक सौंचाना - (स० क्रि०) बो० शौच कराना (शिशु) सौंदन - (स्त्री०) रेह मिश्रित पानी में कपड़े भिगोना सौंदना - (स० क्रि०) सौंदन का काम करना सौंदर्य - सं० ( पु० ) सुंदरता, खूबसूरती । सौंदर्य भावना; प्रियता (स्त्री०) (पु०) कला के सूक्ष्म सौंदर्य का ज्ञान ~वाद (पु०) कला में सौंदर्य को प्राधान्य देने का मत या सिद्धांत; ~वादी I (वि०) सौंदर्यवाद का सौंदर्यवाद संबंधी II ( पु० ) सौंदर्यवाद का अनुयायी; ~विज्ञान, शास्त्र (पु० ) सौंदर्य, सुरुचि और कला संबंधी शास्त्र शास्त्रीय (वि०) सौंदर्यवादी सौंदर्यात्मक-सं० (वि०)
सौंदर्यानुभूति - सं० (स्त्री०). सौंदर्याभिरुचि-सं० (स्त्री०) सौंदर्योपासक -सं० (पु० ) सौंध - (स्त्री०) सुगंध सौंधना - (स० क्रि०) बो० सुगंधित करना
सौंधा - (वि०) 1 सुगंधित 2 रुचिकर । पन (पु०) सौंधा होने का भाव
का अनुयायी
सोष्प-सं० (वि०) गरम
सोसन - अ० (पु० ) लाली लिए हुए नीले रंग का फूल सोसनी -अ० + फ़ा० (पु० ) लाली लिए हुए नीले रंग का सोसायटी, सोसाइटी -अं० (स्त्री०) 1 समाज, मंडली
2 सार्वजनिक संस्था (जैसे- सोसाइटी से बाहर ) 3 संग (जैसे- गंदी और गलत सोसाइटी का प्रभाव ) सोहगी - (स्त्री०) विवाह के पूर्व कन्या के लिए वर पक्ष द्वारा भेजी गई सुहाग की वस्तुएँ
सोहरौला - (पु० ) कँगूरेदार लकड़ी का लंबा सिंधोरा सोहन - (वि०) अच्छा, सुहावना सोहना - 1
(अ० क्रि०) सुशोभित होना, फबना
सोहना - II (स० क्रि०) 1 साफ़ करना 2 निराई करना सोहना - III (वि०) सुंदर और सुहावना सोहनी - ( स्त्री० ) 1 कूँची, झाडू 2 निराई
सोहबत - अ० (स्त्री०) 1 संग, साथ, संगत 2 स्त्री प्रसंग (जैसे- किसी सोहबत में फँसना ) । दारी + फ़ा० (स्त्री०) स्त्री प्रसंग, संभोग
सोहबती - फ़ा० (वि०) संगी, साथी सोहर - (पु० ) 1 बच्चे के जन्म पर गाया जानेवाला गीत सौंह-बो० (स्त्री०) शपथ, कसम 2 मांगलिक गीत सोहला - (पु० ) सोहर सोहाई - ( स्त्री० ) 1 निराई करना 2 निराई करने की मज़दूरी
=
=
सौंदर्यवादी
-
सौ
चेतना ( स्त्री० ) = सौंदर्यवाद; बोध
सौंदर्य भावना
सौंदर्य रुचि
सौंदर्यवादी
सौंपना - (स० क्रि०) 1 अधिकार में देना 2 समर्पण करना सौंप पत्र - हिं० + सं० (पु०) हवाले करने का रुक्का सौंफ़ - (स्त्री०) दवा और मसाले के काम में आनेवाला सोए जैसा एक पौधा
सोफिया - (स्त्री०) सौंफ से बनी शराब
सौंफी - I सौफिया
सौर - I (पु० ) संतानोत्पत्ति के दसवें दिन मिट्टी के तोड़ दिए जानेवाले बर्तन
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सौर - II बो० (स्त्री० ) सौरी सौरई -बो० (स्त्री०) साँवलापन
(वि०) सौंफ़ संबंधी, सौंफ़ का II (स्त्री०)
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सौ - I (वि०) पचास का दूना, नब्बे और दस II (पु० ) '100' की संख्या पचास (वि०) कई ही उचित बात 2 सर्वमान्य बात;
की एक बात 1 बहुत के सवाये करना पचीस