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स्फाटित
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स्याद्वाद
गया
स्फाटित-सं० (वि०) विदीर्ण किया हुआ
स्मरण-सं० (पु०) 1 याद, स्मृति 2 साहि० एक अर्थालंकार स्फार-सं० (वि०) 1 प्रचुर, विपुल 2 बड़ा और विस्तृत जिसमें पूर्व देखी गई वस्तु के समान अन्य वस्तु के देखने या स्फारण-सं० (पु०) = स्फुरण
सुनने से उसका स्मरण हो आता हो। पत्र (पु०) याद स्फारित-सं० (वि०) फैलाया हुआ
दिलाने के लिए लिखा गया पत्र; ~शक्ति (स्त्री०) याद स्फाल-सं० (पु०) कंपन, स्फुरण
रखने की शक्ति स्फीत-सं० (वि०) 1 बढ़ा हुआ 2 फूला या उभरा हुआ स्मरणार्थ-सं० (क्रि० वि०) स्मरण के लिए (जैसे-गर्व से स्फीत वक्षःस्थल) 3 समृद्ध, संपन्न 4 प्रसन्न | स्मरणी-सं० (स्त्री०) जप करने की माला, सुमिरनी (जैसे-स्फीत मुखमंडल) 5 फूला हुआ। ता (स्त्री०) स्मरणीय-सं० (वि०) स्मरण करने योग्य 1 स्फीत होने का भाव 2 वृद्धि
स्मरवती-सं० (स्त्री०) 1 कामवती 2 प्रेमिका स्फीति-सं० (स्त्री०) 1 वृद्धि 2 प्रचुरता, प्राचुर्य 3 विस्तार स्मरातुर-सं० (वि०) कामातुर 4 समृद्धि, संपत्रता 5 प्रसन्नता
स्मरारि-सं० (पु०) महादेव, शिव स्फुट-सं० (वि०) 1 फूटा या टूटा हुआ 2 विकसित 3 स्पष्ट, स्मरोन्माद-सं० (पु०) काम मद व्यक्त। -विचार (पु०) विविध विचार
स्मर्य-सं० (वि०) = स्मरणीय स्फुटन-सं० (पु०) 1 फटना या फूटना 2 खिलना 3 विकसित स्मारक-I सं० (वि०) याद दिलानेवाला II (पु०) 1 यादगार, होना
मेमोरियल 2 स्मरण हेतु बनाई गई कोई रचना 3 स्मरण पत्र । स्फुटा-सं० (स्त्री०) साँप का फन
~ग्रंथ (पु०) महापुरुष की स्मृति को स्थायी रखने के लिए स्फुटिका-सं० (स्त्री०) काटकर निकाला हुआ अंश रचित ग्रंथ स्फुटित-सं० (वि०) 1 फूटा हुआ 2 विकसित 3 व्यक्त किया स्मारण-सं० (पु०) याद दिलाना
स्मारिका-सं० (स्त्री०) 1 घटना या समारोह या प्रसिद्ध व्यक्ति स्फुटीकरण-सं० (पु०) व्यक्त करने का भाव
से संबंधित स्मृति को बनाए रखनेवाली विवरणात्मक सचित्र स्फुर-सं० (पु०) - स्फुरण
पुस्तिका 2 घटना अथवा समारोह स्थल को रक्षित रखने के स्फुरण-सं० (पु०) 1 कंपन 2 फड़कना 3 स्फूर्ति
उद्देश्य से प्राप्त की गई वस्तु स्फुरित-सं० (वि०) 1 स्फुरणयुक्त, स्पंदित 2 अस्थिर स्मार्त-सं० (वि०) स्मृति संबंधी, स्मृति का स्फुलिंग-सं० (पु०) अग्निकण, चिनगारी
स्माल-अं० (वि०) छोटा, लघु स्फुलिंगी-सं० (वि०) जिसमें से चिनगारियाँ निकल रही हो स्मित-1 सं० (पु०) मंद हास्य, धीमी हँसी II (वि०) 1 हँसता स्फूर्ज-सं० (पु०) । अचानक होनेवाला स्फोट 2 मेघ गर्जन हुआ 2 खिला हुआ, विकसित
3 नायक नायिका का आनंद और भय मिश्रित प्रथम मिलन स्मिति-सं० (स्त्री०) मंद हास्य, मुस्कराहट स्फूर्त-सं० (वि०) स्फूर्ति के फलस्वरूप होनेवाला स्मृत-सं० (वि०) 1 स्मरण किया हुआ 2 स्मृति में आया हुआ स्फूर्ति-सं० (स्त्री०) 1 फुरती, तेज़ी 2 स्फुरण 3 उत्तेजना, स्मृति-सं० (स्त्री०) 1 याद, स्मरण 2 अनुस्मरण, दोबारा याद मानसिक आवेश। -दायक (वि०) स्फूर्ति देनेवाला; दिलाना 3 साहि० भूली हुई बात को पुनः याद करने का संचारी शून्य (वि०) आलसी, सुस्त
भाव। ~कार (पु०) स्मृति का निर्माता; ~कारक (पु०) स्फूर्तिमान, स्फूर्तिवान्-सं० (वि०) स्फूर्तिवाला
स्मरण शक्ति को प्रबल बनानेवाली एक औषध; ~कारी स्फोट-सं० (पु०) 1 वेगपूर्वक बाहर निकलना, फटना (वि०) याद दिलानेवाला; ~गम्य-(वि०) याद करने योग्य; (जैसे-ज्वालामुखी का स्फोट) 2 फोड़ा 3 फूटकर निकलना -चिह्न (पु०) निशानी; ज्ञ (पु०) स्मृति (धर्म शास्त्र) 4 शब्द श्रवण से मन में उत्पन्न भाव। ~वाद (पु०) यह का जानकार,; दिवस (पु०) याद में मनाया जानेवाला सिद्धांत कि संपूर्ण सृष्टि की उत्पत्ति अनित्य दैवी शब्द से ही हई दिन; ~पट, पटल याद की तख्ती; पत्र (पु०) = है; ~वादी I (वि०) स्फोटवाद संबंधी || (पु०) स्फोटवाद स्मरण पत्र; ~भ्रंश (पु०) स्मृति का नष्ट हो जाना, याद न का अनुयायी
रहना; ~~शास्त्र (पु०) स्मृति नामक धर्म शास्त्र; ~शेष | स्फोटक-सं० (वि०) स्फोट उत्पन्न करनेवाला
(वि०) जिसकी केवल स्मृति ही शेष हो II (पु०) प्राचीन स्फोटन-सं० (पु०) 1 स्फोट उत्पन्न करना 2 विदीर्ण करना, खंडहर फाड़ना
स्मृतिविद्-सं० (पु०) = स्मृतिज्ञ स्फोटा-सं० (स्त्री०) साँप का फन
स्यंदन-I सं० (पु०) 1 रथ 2 घोड़ा स्फोटिका-सं० (स्त्री०) पत्थर, ज़मीन आदि तोड़ने फोड़ने का | स्पंदन-II सं० (पु०) टपकना, चूना काम
स्यंदनी-सं० (स्त्री०) लार स्फोटित-सं० (वि०) स्फोट किया गया
स्वंदी-सं० (वि०). 1 रिसनेवाला 2 तेज चलनेवाला स्मगलर-अं० (पु०) तस्कर
स्यन्न-सं० (वि०) रिसा हुआ, टपका हुआ स्मगलिंग-अं० (स्त्री०) तस्करी
स्यात्-सं० (अ०) शायद, कदाचित् स्मर-सं० (पु०) 1 याद, स्मृति 2 कामदेव। -कथा (स्त्री०) स्यादवाद-सं० (पु०) शायद हो या न हो की स्थिति से संबंधित
श्रृंगार रस की बातें; ~कूप (पु०) भग, योनि; ~मंदिर | जैन दर्शन का एक सिद्धांत, अनेकांतवाद, संशयवाद (पु०) योनि; -स्तंभ (पु०) पुरुषंद्रिय, शिश्न | स्याद्वाद-सं० (पु०) जैनों का संशयवाद, अनेकांतवाद