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सौकर
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प्रतिशत लाभ करना; के सवाये होना पचीस प्रतिशत | सौदेबाज़ी-फा० (स्त्री०) मोलभाव करना लाभ होना; ~कोस भागना दूर रहना, अलग रहना; सौपानिक-सं० (वि०) सोपान संबंधी
जतन करना बहुत प्रयत्न या कोशिश करना; जान से सौभग-सं० (पु०) = सौभाग्य पूरे दिल से, पूर्णतः; जान से आशिक ोना अत्यंत मुग्ध सौभागिनी-सं० (स्त्री०) सधवा स्त्री, सुहागिन होना; बात सुनाना बुरा भला कहना, लानत मलामत सौभाग्य-सं० (पु०) 1 अच्छा भाग्य 2 कल्याण, मंगल करना; ~मन का बहुत भारी; ~में एक बहुत कम; ~में 3सफलता 4 समृद्धि। ~वश (क्रि० वि०) खुश किस्मती कहना बिना हिचकिचाहट के खुलकर कुछ कहना; ~सौ घड़े से; ~शाली (वि०) = सौभाग्यवान् पानी पड़ना अत्यंत लज्जित होना; फेरे करना किसी जगह | सौभाग्यवती-सं० (स्त्री०) 1 सधवा, सुहागिन 2 अच्छे बार बार चक्कर लगाना; ~सौ बल खाना बहुत पेंच खाना; भाग्यवाली स्त्री ~सौ मन के पाँव होना डर या घबड़ाहट के कारण चल न सौभाग्यवान-सं० (वि०) 1 अच्छे भाग्यवाला सकना; हाथ का कलेजा हो जाना प्रसन्नता के कारण (जैसे-सौभाग्यवान् पुरुष) 2 सुखी और संपन्न
अत्यंत उत्साहित होना; हाथ की ज़बान होना चटोर होना सौमनस-सं० (वि०) 1 सुमन या फूल संबंधी 2 फूल जैसा सोकर-सं० (वि०) 1 सूअर संबंधी, सूअर का 2 सूअर की सुंदर और कोमल 3 फूलों का बना
तरह का 3 सूअर या वाराह अवतार से संबंध रखनेवाला सौमनस्य-[ सं० (पु०) 1 प्रसन्नता 2 पारस्परिक सद्भाव II सौकर्य-सं० (पु०) 1 सूकर होने का भाव, सूअरपन 2 सुभीता (वि०) आनंद देनेवाला 3 'सुसाध्यता, सुकरता 4 कुशलता, दक्षता
सौमित्र-सं० (पु०) 1 सुमित्रा के पुत्र लक्ष्मण 2 मित्रता, दोस्ती सोकुमार्य-I सं० (पु०) 1 सुकुमारता, कोमलता 2 यौवन, सौम्य-सं० (वि०) 1 शीतल और स्निग्ध 2 सुंदर, रमणीक जवानी II (वि०) कोमल
3 मृदुल, कोमल 4 चमकीला, कांतिमान् 5 प्रसन्न सौख्य-सं० (पु.) 1 सुखता, सुखत्व 2 सुख, आराम सौर-सं० (वि०) 1 सूर्य संबंधी 2 सूर्य से प्राप्त या उत्पत्र सौगंद-(स्त्री०) कसम, शपथ, सौंह
(जैसे-सौर ऊर्जा) । जगत् (पु०) = सौर मंडल; ~दिन सौगंध-[ सं० (वि०) सुगंधित, खुशबूदार
(पु०) एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय तक का समय; पत सौगंध-II (स्त्री०) कसम, शपथ
(पु०) सूर्य का उपासक; परिवार (पु०) सौर जगत्; सौगंधिक-सं० (वि०) सुगंधयुक्त
~मंडल (पु०) सूर्य और उसकी परिक्रमा करनेवाले नौ ग्रहों, सौगत-सं० (पु०) सुगत (बुद्ध) का अनुयायी
अट्ठाइस उपग्रहों आदि का वर्ग या समूह; --मास (पु०) सूर्य सौग़ात-फ़ा० (स्त्री०) भेंट, उपहार, तोहफा
की एक संक्रांति से सूर्य की दूसरी संक्राति तक का सारा समय, सौगाती-फ़ा० + हिं० (वि०) उपहार में देने योग्य
~वर्ण क्रम (पु०) सूरज का बिंब-प्रतिबिंब ~वर्ष, सौजना-(अ० क्रि०) बो० शोभा देना, सजना
~संवत्सर (पु०) सूर्य संक्रांति के अनुसार होनेवाला वर्ष, सौजन्य-सं० (पु०) सुजनता, सज्जनता
एक मेष संक्रांति से दूसरी मेष संक्रांति तक का समय, सोलर सौत-(स्त्री०) पति की दूसरी पत्नी, सपत्नी सौतिन-बो० (स्त्री०) = सौत
सौरभ-I सं० (पु०) सुगंध, महक II (वि०) सुगंधित सौतिया-(वि०) सौत संबंधी, सौत का। ~डाह (स्त्री०) सौरभित-सं० (वि०) सौरभ युक्त, सुगंधमय सौतों में होनेवाली पारस्परिक ईर्ष्या या द्वेष
सौरी-(स्त्री०) सूतिकागार, जच्चाख़ाना सौतेला-(वि०) 1 सौत का 2 सौत से उत्पन्न
सौरीय-सं० (वि०) सूर्य संबंधी, सूर्य का सौत्रामणी-सं० (स्त्री०) इंद्र को प्रसन्न करने हेतु किया गया सौर्य-सं० (वि०) 1 सूर्य संबंधी 2 सूर्य से उत्पन्न एक यज्ञ
सोलक्षण्य-सं० (पु०) सुलक्षण होने का भाव, सौदर्य-सं० (वि०) 1 सहोदर 2 सहोदर जैसा 3 सहोदर का सुलक्षणता सौदा-I फ़ा० (पु०) 1 क्रय-विक्रय की वस्तु 2 वाणिज्य, सौवर्ण-[सं० (वि०) 1 स्वर्ण संबंधी, सोने का 2 सोने का बना व्यापार (जैसे-सौदा करना)। ~कारी (स्त्री०) सौदेबाज़ी; 3 एक सुवर्ण कर्ष वजन का II (पु०) 1 सोना, स्वर्ण 2 सोना ~गर (पु०) व्यापारी; ~गरी (स्त्री०) व्यापार, व्यवसाय; | तौलने की एक पुरानी तौल । ~माल + अ० (पु०) व्यापार हेतु इकट्ठा किया गया | सौवर्ण्य-सं० (पु०) 1 वर्गों का शुद्ध और अच्छा उच्चारण सामान; ~सुलफ़ + अ०, ~सूत (पु०) बाज़ार से खरीदी | 2 सुवर्ण होने का गुण या भाव गई वस्तु; ~पटना बात पक्की होना; ~पटाना बात पक्की सौष्ठव-सं० (पु०) 1 सुंदरता 2 उत्तमता 3 सुघड़ता 4 दक्षता, करना; होना सौदा पट जाना
चातुर्य 5 तेजी सौदा-II अ० (पु०) 1 यूनानी चिकित्सा पद्धति में शरीर के | सौसन-अ० (पु०) - सोसन
चार दूषित तत्त्वों में से एक जिसका रंग काला कहा गया है सौसेज-अं० (पु०) लँगोचा, गुलमा 2 उन्माद या पागलपन का रोग 3 वात विकार
सौहार्द-सं० (पु०) 1 दोस्ती, मैत्री 2 सद्भाव 3 हृदय की सौदाई-अ० + फा० (पु०) 1 पागल 2 सनकी, झक्की, सरलता। पूर्ण (वि०) सौहार्द से भरा हुआ ख़ब्ती। होना पागल होना ।
सौहर्द-सं० [ (पु०) मित्र || (वि०) मित्र संबंधी सौदायिक-सं० (पु०) विवाह के समय वधू को उसके माता स्कंद-सं० (पु०) 1 ध्वंस, विनाश 2 शरीर, देह 3 विद्वान, पिता तथा अन्य संबंधियों से प्राप्त धन 2 दहेज
पंडित 4 राजा 5 बाहर आना, निकलना
इयर