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सुश्रुत
प्राकृतिक सौंदर्य
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सूअर के नाम के पहले लगनेवाला आदरसूचक और शिष्टता पूर्ण | सुंदर स्तनोंवाली (स्त्री) संबोधन (जैसे-सुश्री संध्या सिंह)
सुस्ताना-फा० + हिं० (अ० क्रि०) थकावट दूर करना, आराम सुश्रुत-सं० (वि०) अच्छी तरह सुना हआ 2 प्रसिद्ध, मशहूर
करना (जैसे-संतों की सुश्रुत वाणी)
सुस्ती-फ़ा० (स्त्री०) 1आलस्य 2 कमजोरी 3 ढिलाई सुश्लिषट-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह मिला हुआ 2 उपयुक्त (जैसे-काम में सुस्ती दिखाना) सश्लोक-सं० (वि०) 1 प्रसिद्ध 2 पुण्यात्मा
सुस्थ-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह से स्थित 2 स्वस्थ, भला-चंगा सुषम-सं० (वि०) 1 बहुत सुंदर 2 समान, तुल्य
3 हर तरह से सुखी सुषमा-सं० (स्त्री०) 1 अत्यधिक सुंदरता 2 नैसर्गिक शोभा, सुस्थित-सं० (वि०) अच्छी तरह स्थित, दृढ़, पक्का
सुस्थिर-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह से स्थिर या शांत 2 दृढ़ता सुषुप्त-सं० (वि०) सोया हुआ
पूर्वक जमाया हुआ या बैठाया हुआ सुषुप्तावस्था-सं० (स्त्री०) = सुषुप्ति
सस्वर-I सं० (वि०) 1 मधुर 2 सुरीला 3 उच्च या घोर सुषुप्ति-सं० (स्त्री०) सोए होने की अवस्था, प्रगाढ़ निद्रावस्था | (जैसे-सुस्वर में गाना) II (पु०) मधुर, सुरीला या ऊँचा स्वर सुषुम्ना-सं० (स्त्री०) 1 इड़ा और पिंगला नाड़ियों के बीच में | सुस्वादु-सं० (वि०) बहुत स्वादिष्ट स्थित एक नाड़ी 2 आयुर्वेद के अनुसार नाभि के मध्य में स्थित | सुहबत-अ० (स्त्री०) = सोहबत एक प्रधान नाड़ी
सुहाग-(पु०) 1 सौभाग्य, अहिवात 2 शादी पर गाया जानेवाला सुष्ट-सं० (वि०) अच्छा, भला, नेक
मांगलिक गीत 3 वर, दूल्हे का जामा 4 प्यार, प्रणय चेष्टा सष्ठ-सं० (क्रि० वि०) 1 अतिशय, अत्यंत 2 अच्छी तरह, (जैसे-सुहाग की हिफ़ाज़त)। ~मंदिर + सं० (पु०) भली भाँति 3 यथा तथ्य 4 वास्तव में
1 राजमहल में राजा रानी के विहार का मकान 2 वर वधू का सुसंकट-I सं० (वि०) जिसे करना कठिन हो II (पु०) शयनागार; रात (स्त्री०) वर वधु के प्रणय मिलन की 1कठिन काम 2 कठिनता, दिक्कत
प्रथम रात; ~उजड़ना विधवा हो जाना; उतरना 1 विधवा सुसंगत-सं० (वि०) बहुत उचित, युक्त
होना 2 विधवा हो जाने पर पत्नी के शरीर से गहने आदि का सुसंगति-सं० (स्त्री०) अच्छा संग-साथ, सत्संग
उतारा जाना; ~भरना पत्नी की माँग में सिंदूर भरना; सुसंगम-सं० (पु०) अच्छा मिलन
~मनाना सौभाग्य की कामना करना सुसंपत्-सं० (स्त्री०) अति समृद्धि, सौभाग्य
सुहागन-(स्त्री०) = सुहागिन सुसंपन्न-सं० (वि०) यथेष्ट धन संपत्तिवाला
सुहागा-I (पु०) गंधकी सोतों से प्राप्त एक प्रकार का क्षार सुसंभाव्य-सं० (वि०) जिसके होने की अधिक संभावना हो सुहागा-II बो० (पु०) पाटा, हेंगा सुसंस्कृत-सं० (वि०) 1सुंदर संस्कारयुक्त 2 शिष्ट सुहागिन-(स्त्री०/वि०) सुहागवाली, सौभाग्यशालिनी, सधवा
3 सांस्कृतिक दृष्टि से उन्नत (व्यक्ति या समाज) सुहाता-(वि०) सहने योग्य सुसंहत-सं० (वि०) अच्छी तरह से गठा हुआ
सुहाना-(अ० क्रि०) 1 सुंदर प्रतीत होना 2 सुखद होना सुसकना-(अ० क्रि०) बो० = सिसकना
सुहारी-बो० (स्त्री०) सादी पूरी ससजित-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह सजाया हुआ, शृंगारित सुहाल-(पु०) मैदे का बना तिकोनी आकृति का परतदार एक 2 तैयार (जैसे-सुसज्जित सेना)
तरह का नमकीन पकवान सुसताना-फ़ा० + हिं० (अ० क्रि०). = सुस्ताना सुहावना-(वि०) सुंदर और सुखद (जैसे-सुहावनी रात, सुसती-फा० (स्त्री०) = सुस्ती
सुहावनी बात) सुसत्व-सं० (वि०) 1 दृढ़, पक्का 2 वीर, बहादुर ।। सुहास-सं० (वि०) सुंदर हँसी हँसनेवाला सुसमय-सं० (पु०) अच्छा वक्त, सुकाल
सहासी-सं० (वि०) सुंदर हँसीवाला या हासयुक्त सुसमा-बो० (पु०) = सुसमय
सुहद-सं० (पु०) मित्र, सखा सुसमृद्ध-सं० (वि०) 1 अत्यंत धनी, धनवान् 2 धन धान्य से सुहृदय-सं० (वि०) 1 सुंदर हृदयवाला 2 स्नेही संपत्र
सुहेल-अ० (पु०) एक कल्पित तारा सुसर-बो० (पु०) = ससुर
सुहेला-(वि०) 1 सुहावना 2 सुखद सुसरा-(पु०) = ससुर
संघना-(स० क्रि०) नाक से गंध ग्रहण करना (जैसे-फूल सुसराल-बो० (स्त्री०) = ससुराल
सूंघना) सुसरी-बो० (स्त्री०) = ससुरी
सूंघनी-(स्त्री०) तंबाकू का चूर्ण, नसवार सुसाध्य-सं० (वि०) 1सुख साध्य 2 सरलता से साधे जाने | Lघा-(पु०) सूंघकर टोह लगानेवाला 2 जासूस, भेदिया योग्य
| सैंड-(स्त्री०) हाथी की स्तंभाकार नाक, शुंड सुस्त-फा० (वि०) 1आलसी 2 कमज़ोर 3 ढीला 4 धीमा | सैंडाल-I (वि०) सँडवाला II (पु०) शुंडाल, हाथी
5 मंद बुद्धिवाला 6 उतरा हुआ, उदास (जैसे-चेहरा सुस्त | सैंडी-(स्त्री०) फसलों में लगनेवाला एक कीड़ा दिखाई देना)। कदम (वि०) मंदगतिवाला; -दिमाग़ सूतना-(स० क्रि०) साफ़ करना, काछना (वि०) कमअक्ल, नादान
सूस-(पु०) = सूसमार सस्तना-I सं० (स्त्री०) प्रथम रजोदर्शनवाली स्त्री II (वि०) | सूअर-(पु.) एक प्रसिद्ध स्तनपायी जंतु (जैसे-जंगली सूअर,