Book Title: Shiksharthi Hindi Shabdakosh
Author(s): Hardev Bahri
Publisher: Rajpal and Sons

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Page 843
________________ सियालापोका 829 सिर सियालापोका-(पु०) लोनी मिट्टी में पाया जानेवाला एक जाना; कदम पर रखना 1 मिन्नत करना 2 इज़्ज़त करना; प्रकार का कीड़ा ~कलम करना सिर काटना; ~कहाँ फोइँ कहाँ तलाश सियावड़ी-(स्त्री०) साधुओं के निमित्त खलिहान से निकाला करूँ; ~का पसीना पाँव को आना बहुत ज्यादा मेहनत गया अनाज का हिस्सा करना; ~का बोझ उतरना काम से फुरसत पाना; ~का सियासत-अ० (स्त्री०) 1 शासन प्रबंध 2 राजनीति । ~दाँ बोझ उतारना लापरवाही से काम करना; का बवाल + फ़ा० (वि०) 1 शासनपट्ट 2 राजनीतिज्ञ होना जी का जंजाल होना, दृभर होना; - की आफ़त टलना सियासी-अ० (वि०) 1 राजकाज से संबद्ध 2 राजनीतिक मुसीबत दूर होना; की कसम जान की कसम, जान की (जैसे-सियासी चाल) सौंह; ~की सुध न पाँव की बुध लापरवाह; ~के ज़ोर सियाह-फ़ा० (वि०) = स्याह पूरी कोशिश से; के बल अदब के साथ; के साथ जान सियाहत-अ० (स्त्री०) 1 सैर 2 पर्यटन के साथ है; ~कोरे उस्तुरे से मुंडना 1 बुराई करना सियाहा-फ़ा० (पु०) 1 नित्य के आय व्यय का हिसाब लिखने 2 बेइज़्ज़त करना 3 सर्वस्व लूट लेना; खपाना माथा पच्ची की बही या पंजी 2 मालगुजारी का रजिस्टर। नवीस करना; ~खाना 1 परेशान करना 2 शोर मचाना; खाली (१०) सियाहा लिखनेवाला कर्मचारी करना 1 व्यर्थ माथा पच्ची करना 2 बकझक करना; सियाही-फ़ा० (स्त्री०) 1 रोशनाई, मसि 2 दोष 3 कालापन खुजलाना, खुजाना शामत आना; खुजाने की 4 श्यामता 5 कालिख, कालिमा 6 अंधकार 7 कलंक का फुरसत नहीं ज़रा सा भी अवकाश नहीं; खोलना 1 सिर टीका उघाड़ना 2 बाल फैलाना; ~गंजा करना 1 कंगाल कर देना सिर-I (पु०) 1 खोपड़ी, कपाल, हेड 2 दिमाग़ (जैसे मेरा सिर 2 बहुत मारना; -गिरना 1 सिर झुकना 2 सिर कटना; मत चाटो, यह लड़का एक घंटा से मेरा सिर चाट रहा है)। -गिराना जान से मारना; ~गूंधना चोटी करना; ~घुटनों ~कटा (वि०) 1 जिसका सिर कट गया हो 2 दूसरों का सिर में देना 1खित्र होना 2 लज्जित होना; ~घूमना, काटनेवाला; ~खप (वि०) 1 सिर खपानेवाला, मेहनती चकराना 1 सिर में दर्द होना 2 पागल हो जाना; 2 बहादुर, वीर; ~खपी (स्त्री०) जान लगाकर मेहनत करना; "-चढ़कर 1 निडर होकर 2 खूद छेड़खानी करके; चढ़कर गिरी (स्त्री०) पक्षियों की शिखा; चंद (पु०) बोलना 1 अपने आप भेद खुलना 2 भूत प्रेत आदि के आवेश अर्धचंद्राकार आभूषण; चढ़ा (वि०) मुँहलगा, ढीठ; में बकझक करना; चढ़कर लड़ना 1 लड़ाई लेना 2 व्यर्थ ताज +फा० (पु०) 1 सरदार, मालिक 2 पति, शौहर छेड़खानी करना; चढ़ना यार बनना; चढ़ाकर पटकना 3 सिर का आभूषण; तापा +फां० (क्रि० वि०) सिर से पैर आदर देकर अपमानित करना; -चढ़ाना 1 आदर का भाव तक; तोड़ (वि०) 1 सिर तोड़नेवाला 2 जी जान से किया दिखाना 2 गुस्ताख बनाना 3 देवी देवताओं को बलि देना; जानेवाला; ~दर्द +फां० (पु.) 1 माथे की पीड़ा 2 चिंता का चला जाना मौत होना, मरना; -जाना 1 किसी के जिम्मे कारण; ~दर्दी +फां० (स्त्री०) चिंता, परेशानी; ~नामा पड़ना 2 सिर कटना; जोड़कर बैठना पास पास बैठना; +फां० (पु०) 1 पत्र पर लिखा हुआ पता 2 लेखादि का ~जोड़ना 2 मेल होना 2 राय करना; ~~झाड़ मुँह पहाड़ शीर्षक; ~नेत (पु०) सिर की पगड़ी; ~पच्ची (स्त्री०) सिर जंगली, वहशियाना; झुकना सिर नीचा होना;झुकाना खपाना, मग़ज़ पच्ची; -पीड़ा +सं० (स्त्री०) = सिर दर्द; 1 नमस्कार करना 2 लज्जा से झुक जाना 3 स्वीकार करना; -पेच +फां० (पु०) पगड़ी; ~पोश +फां० (पु०) 1 सिर ~टकराकर मर जाना 1 दुःख भरा अंत होना 2 व्यर्थ हैरान का आवरण 2 बंदूक का गिलाफ़ 3 गिलाफ़; फिरा होना; ~टकराना 1 अत्यधिक श्रम करना 2 सिर फोड़ना; (वि०) जिसका दिमाग़ बिगड़ गया हो; ~फुटौवल (स्त्री०) टीका होना काम का किसी पर आश्रित होना; ~डालना मारपीट, खून खराबा; ~फूल (पु०) स्त्रियों का शिरोभूषण; थोपना, मत्थे मढ़ना (जैसे-किसी का पाप मेरे सिर क्यों डालते -फेंटा, बंद +फां० (पु०) पगड़ी; ~बंदी +फां० हो); ~तोड़कर लेना बलपूर्वक ले लेना; -तोड़ कोशिश (स्त्री०) माथे का एक गहना; ~बोझी (स्त्री०) पाटन के करना बेहद कोशिश करना; तोड़ना बहुत मारना पीटना; काम आनेवाला पतला बाँस; ~मौर (पु०) = सिर ताज; ~थकाना 1 हद से ज्यादा समझाना 2 बहुत दिमाग़ लगाना; ~अलग करना सिर काटना; ~आँखों पर, आँखो से ~~थामकर बैठ जाना या बैठना शोक, क्षोभ, आघात आदि स्वीकार है, शौक से; ~~आँखो पर बैठना या बैठाना बहुत से वेग के ग्रस्त हो विलाप करना; ~थाम लेना अशुभ इज्ज़त करना; ~आँखो पर रखना बहत आवभगत करना; | समाचार सुनकर संतप्त होना; ~थोपना 1 इलज़ाम लगाना ~आँखो पर होना खुशी से स्वीकार होना; -उठाकर 2 जिम्मे करना; दिवारों से टकराना अत्यंत घबड़ा जाना; चलना इतराना, गरूर करना; उठाना 1 विरोध करना दुःखाना परेशान करना; ~दे दे मारना, दे मारना 2 लज्जित न होना (जैसे-आजकल की बहुए जेठ के सामने शोकादि की प्रबलता में सुध बुध खो बैठना; ~देना प्राण भी सिर उठाए फिरती हैं) 3 अकड़ दिखाना, घमंड करना निछावर करना, जान देना; ~धरना 1 सम्मान पूर्वक स्वीकार 4 आत्म सम्मान से रहना; ~उठाने की फुरसत नहीं ज़रा सा करना 2 जिम्मे लगाना 3 दोष या कलंक लगाना; ~धुनना भी अवकाश नहीं; ~उठाने नहीं देता ज़रा भी अवकाश 1 शोक करना 2 पछताना; -नंगा करना 1 बेइज़्ज़त करना नहीं देता; ~उड़ जाना सिर कट जाना; ~उड़ाना, 2 सिर खोलना (जैसे-ससुर के आगे बहु का सिर नंगा करना -उतारना सिर काटना; ~ऊँचा करना आत्म सम्मान पूर्वक कहाँ तक उचित है); न उठाने देना 1 दम भर की मुहलत रहना; ~औंधाना सिर नीचा करना; -कटना जान से मारा | न देना, काम में लगाए रखना 2 सरकशी न करने देना 3 बोलने

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