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सस्ताई
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सहजानुभूति सस्ताई-(स्त्री०) सस्ता होने का भाव
सहज में विश्वास करनेवाला; ~जात I (वि०) साथ उत्पत्र सस्ताना-I (अ० क्रि०) बो० सस्ता हो जाना II (स० क्रि०) हुआ (जैसे-सहजात गुण, सहजात शिशु) II (पु०) सगा सस्ता करना, दाम कम करना
भाई, सहोदर; ~जीवन (पु०) 1 सह अस्तित्व 2 सभी राष्ट्रों सस्ती-(स्त्री०) सस्तापन, मंदी
का आपस में मिलकर रहना 3 दो विभिन्न पेड़ पौधों का सखीक-सं० (वि०) = सपत्नीक
मिलकर बढ़ना; जीविता (स्त्री०) सह जीवन होने का सस्नेह-I सं० (वि०) स्नेहयुक्त (जैसे-सस्नेह चुंबन, सस्नेह भावः -जीवी (वि०) साथ रहकर जीवन बितानेवाला;
आशीष) II (क्रि० वि०) स्नेहपूर्वक (जैसे-सस्नेह देना, -धर्मिणी (स्त्री०) पत्नी, भार्याः ~धर्मी (वि०) समान सस्नेह लेना)
धर्म का पालन करनेवाला; ~निवास (पु०) एक साथ रहना; सस्पेंड-अं० (वि०) निलंबित
पाठिनी (स्त्री०) साथ पढ़नेवाली; ~पाठी (पु०) साथ सस्पेंशन-अं० (पु०) निलंबन
पढ़नेवाला; ~प्रतिवादी (पु०) - सहोत्तरवादी: ~भागिता सस्मित-I सं० (वि०) मुस्कानयुक्त II (क्रि० वि०) मुस्कराते (स्त्री०) भागीदार, साझेदारी; ~भागिनी I (वि०) समानता
के भाव से सम्मिलित होनेवाली ॥ (स्त्री०) पत्नी, जोरू; सस्य-(पु०) 1 अनाज 2 पौधों, वृक्षों आदि का उत्पादन। ~भागी1 (वि०) समानता के भाव से शामिल होनेवाला II
~आवर्तन, ~वर्त + सं० (पु०) बदल-बदलकर फ़सल (पु०) हिस्सेदार (जैसे-सुख-दुःख का सहभागी, व्यापार में का उत्पादन
सहभागी होना); ~भावी 1 (वि०) संबद्ध II (पु०) सस्वर-सं० (क्रि० वि०) स्वर सहित, गाकर
1मित्र 2 मददगार, सहायक; ~भाषा (स्त्री०) मुख्य भाषा सह-1 सं० (अ०) सहित. समेत II (वि०) 1 सहन के बाद दूसरे स्थान पर बोली जानेवाली भाषा; --भोज (पु०) करनेवाला (जैसे-अग्नि सह) 2 सहिष्णु, सहनशील एक साथ बैठकर भोजन करना; --भोजन (प०) मित्रों आदि (जैसे-सह हृदय) 3 सदृश, समान 4 समर्थ, सक्षम 5 धीर के साथ भोजन करना; ~भोजी (पु०) साथ भोजन III (पु०) 1 समानता, सदृश्य 2 शक्ति, सामर्थ्य । करनेवाला व्यक्ति; ~मत (वि०) जिसका मत दूसरे से ~अध्यक्ष (पु०) सहकारी अध्यक्ष; ~अपराधी (पु०) मिलता हो; ~मति (स्त्री०) 1 समान विचार 2 मतैक्य अपराध में सहायक व्यक्ति; ~अभियुक्त (पु०) साथी 3 विचारों का मेल खाना; ~मति सूचक (वि०) सहमति की मुलज़िम; ~अस्तित्व (पु०) सहजीवनः -करण (पु०) सूचना देनेवाला; ~मरण (पु०) साथ मरना, सती प्रथा; साथ काम करना; कर्ता, कर्मी (पु०) 1 साथ काम यात्री (पु०) साथ यात्रा करनेवाला व्यक्ति; ~~युक्त करनेवाला 2 सहायक; ~कार (पु०) । साथ काम करना (वि०) साथ जुड़ा हुआ, साथ लगा हुआ; योग (पु०) 2 सहायता देना; ~कार समिति (स्त्री०) उपभोक्ताओं की 1 सहायता 2 साथ मिलकर काम करना; ~~योगवाद (पु०) स्वयं गठित संस्था, कोआपरेटिव सोसाइटी; ~कारिता सहयोग करने का सिद्धांत; योगवादी । (वि०) (स्त्री०) । सहकारी होना 2 सहायता; ~कारी (वि०) सहयोगवाद संबंधी || (पु०) सहयोगवाद का अनुयायी; 1 सहकार संबंधी 2 सहकारिता संबंधी 3 सहायक, मददगार; ~योग सभा, समिति (स्त्री०) सहयोग हेतु परस्पर
गमन (पु०) साथ जाना; ~गान (पु०) मिलकर गाना; बनाई गई संस्था; योगात्मक (वि०) सहयोग संबंधी; ~गान दल (पु०). ~गान मंडली (स्त्री०) मिलकर -योगी (वि०) 1 सहयोग करनेवाला 2 मददगार 3 साथ गानेवालों का समूह; ~गामिनी (स्त्री०) 1 सती होनेवाली काम करनेवाला; योजन (३०) विधिवत निर्वाचित न होते नारी 2 पत्नी 3 सहचरी; ~गामी (वि०) 1 संग चलनेवाला, हुए भी कमेटी में शामिल किया जाना; --योजित (वि०) साथी 2 अनुसरण करनेवाला, अन्यायीः -चर | सहायतार्थ मिलाया गया; राज्यभाषा (स्त्री०) साथ-साथ (वि०) - सहगामी || (पु०) 1 मित्र 2 सेवकः चरण चलनेवाली राज्यभाषा; ~वर्ती (१०) - सहभावी; (पु०) = सहगमनः चरित (वि०) 1 साथ रहनेवाला ~वसति (स्त्री०) एक साथ रहनाः ~वाद (पु०) 2 संगत; चरी (स्त्री०) 1 साथ चलनेवाली स्त्री, सखी 1 कथोपकथन 2 वादविवादः “वास (पु०) । साथ रहना 2 पत्नी, भार्या; चार (पु०) 1 साथ चलना 2 माथी. 2 संभोग, मैथन: -वासी (प.) । साथ बसनेवाला सहचर 3 संगति, सामंजस्य चारिणी (स्त्री०) . 2 पड़ोसी 3 साथी -वेदना (स्त्री०) ... समवेदना; - व्रत सहगामिनी, चारिता (स्त्री०) सहचारी होने की अवस्था (वि.) समान कर्तव्ययक्तः व्रता (स्त्री०) पत्नी;
चारी | (वि०) साथ चलनेवाला ।। (प.) ।सगी. - शिक्षा (स्त्री । बालकों और वाटिकाओं को एक साथ दी साथी 2 नोकर, सेवक, --ज | (वि.) एक ही समय उत्पन्न जाने वाली शिक्षा संजात (वि.। साथ जन्मा हुआ 2 जन्मजान 3 प्राकृतिक (जैसे-महज गण, सहज स्वभाव) संपादक (१०) सहायक संपादक संभव (वि०)
सामान्य, साधारण (जैसे-सहज कार्य, सहज प्रणाली) साथ-साथ उत्पन, महज संवाद (पु.) परम्पर की 5 आमान, सविधाजनक । जैसे-सहज मार्ग. सहज सवाल, बातचीत . सहज समम्या) || (१०) । स्वभाव प्रकृति र महोदर. यगा सहजथान-सं. (१०) साधना का महज मार्ग भाई. ज ज्ञान (प.) । प्रकृति दन ज्ञान, महज दि सहजसमाधि-सं० (स्त्री०) बाह्यादंबर, से शुन्य बौद्ध तांत्रिकों 2 आत्म चेतना शक्तिः जन्मा (वि०) मह जान ज और यागियों की सहज रूप में समाधि या स्वाभाविक ध्यान बद्धि (स्त्री.) जन्म से ही प्राप्त बद्धि, जन्म जान जान ज लगाने की क्रिया बोध्य (वि०) सहज ज्ञान योग्य. - ज विश्वासी (वि.) | सहजानुभूति-सं० (स्त्री०) सूक्ष्म के आकलन में समर्थ