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समाश्वासन
समाश्वासन-सं० (पु० ) अच्छी तरह इतमिनान कराना समास - सं० (पु० ) 1 योग, मेल 2 संचय, संग्रह 3 व्या० दो या अधिक पदों को मिलाकर एक रूप देना (जैसे- 'राम लक्षमण' में द्वंद्व समास है)। गत (वि०) समास में आया हुआ (जैसे- समासगत नियम); ~ चिह्न (पु० ) शब्दों के जोड़ने का चिह्न, योजक चिह्न (-); ~बद्ध (वि०) समास में बंद; ~युक्त (वि०) समासवाला, समास सहित समासक - सं० ( पु० ) समास चिह्न समासीन सं० (वि०) बैठा हुआ
समाहत -सं० (वि०) 1 मिला हुआ 2 मारा हुआ समाहरण-सं० ( पु० ) 1 संग्रह 2 ढेर, राशि 3 वसूली, कलेक्शन समाहर्ता - I सं० (पु० ) समाहरण करनेवाला एक राज कर्मचारी II (वि०) 1 जमा करनेवाला 2 सम्मिलित होनेवाला 3 संक्षिप्त रूप देनेवाला
समाहर-सं० (पु० ) 1 संग्रह 2 मिलन, मिलाप 3 ढेर, राशि ।
~द्वंद्व (पु०) व्या० द्वंद्व समास का एक भेद जिसमें पदों के अतिरिक्त अन्य अर्थ भी निकलता है (जैसे-सेठ साहूकार, दाल-रोटी)
समाहित – सं० (वि०) 1 व्यवस्थित रूप में एकत्र किया हुआ 2 व्यवस्थित 3 प्रतिपादित 4 स्वीकृत 5 समान, सदृश समिति-सं० (स्त्री०) 1 सभा, समाज 2 संस्था (जैसे जलकर समिति, सहकारी समिति)
समिद्ध-सं० (वि०) जलता हुआ, प्रज्वलित समिधा -सं० (स्त्री०) हवन की लकड़ी समीकरण - सं० (पु०) 1 समान करने की क्रिया 2 ग० ज्ञात राशि से अज्ञात राशि निकालना 3 राशियों के मान को बराबर सिद्ध करना
समीकृत -सं० (वि०) 1 समीकरण किया गया 2 बराबर किया हआ
समीकृति - सं० (स्त्री०) समान करने का भाव समीक्षक-सं० (पु० ) समीक्षा करनेवाला, समालोचक (जैसे- समीक्षक की विचारधारा) समीक्षण-सं० (पु० ) = समालोचना समीक्षा - सं० (स्त्री०) 1 परीक्षण 2 गुण दोष विवेचन, समालोचन (जैसे-नाटक की समीक्षा) समीक्षात्मक-सं० (वि०) समालोचनात्मक समीक्षाधीन सं० (वि०) समीक्षित होनेवाला
समीक्ष्य-सं० समीक्षा के योग्य
समीचीन-सं० (वि०) 1 यथार्थ, ठीक 2 उचित, वाज़िब 3 न्याय संगत
समीप -सं० ( क्रि० वि०) पास, दूर, निकट । ~ता (स्त्री०) निकटता; ~घर्ती (वि०) पास में स्थित (जैसे- समीपवर्ती देश, समीपवर्ती मक़ान); ~स्थ (वि०) समीप में बसा हुआ समीपावलोकन-सं० ( पु० ) पास से देखना समीभूत-सं० (वि०) बराबर हुआ
समीर-सं० (पु० ) हवा, वायु
समीरण-सं० ( पु० ) हवा समुंदर - बो० (पु०) समुद्र समुचित सं० (वि०) 1 उपयुक्त 2 ठीक, उचित 3 यथेष्ट |
समुल्लास
4 पसंद आनेवाला
समुच्चय-सं० (पु० ) समूह, राशि बोधक (वि०) समुच्चय का ज्ञान करानेवाला; ~ सूचक (वि०) समुच्चय की सूचना देनेवाला समुच्चित-सं० (वि०) 1 संग्रहीत 2 पुंजीभूत समुच्छेद-सं० ( पु० ) | उन्मूलन 2 नाश समुज्जवल सं० (वि०) चमकता हुआ समुत्कर्ष-सं० ( पु० ) 1 आत्म उन्नति 2 गौरव समुत्य सं० (वि०) 1 उठा हुआ, उन्नत 2 उत्पन्न समुत्थान-सं० ( पु० ) 1 ऊपर उठाना 2 उन्नति 3 उत्पत्ति 4 स्वास्थ्य लाभ करना 5 वृद्धि
समुत्थित - सं० (वि०) । एक साथ उठा हुआ 2 अत्यंत ऊँचा समुत्सुक-सं० (वि०) विशेष रूप से उत्सुक, उत्कंठित (जैसे- समुत्सुक भावनाएँ )
समुदय - 1 सं० ( पु० ) 1 ऊपर चढ़ना 2 उदय 3 शुभ लग्न, साइत 4 समुदाय II (वि०) सब सारा समस्त समुदाय सं० (पु० ) । दल, समूह, झुंड 2 संस्था, जनसमूह 3 ढेर, राशि। वाचक (वि०) समूहवाचक; ~ विकास योजना (स्त्री०) समुदाय की उन्नति हेतु बनाई गई योजना
समुदित-सं० (वि०) 1 उन्नत 2 उत्पन्न 3 उठा हुआ, उदित 4 समुदय रूप दिया गया
समुद्धरण-सं० (पु० ) 1 ऊपर उठाना 2 उद्धार 3 दूर करना, हटाना
समुद्भव -सं० (पु० ) 1 उत्पत्ति, जन्म 2 पुनरुजीवन समुद्यत-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह तैयार 2 ऊपर उठाया हुआ समुद्र - सं० (पु० ) सागर, जलधि, अंबुधि। कंप (पु० ) समुद्र में होनेवाला कंप, सी क्वेक; ~गामी (वि० ) 1 समुद्र में जानेवाला 2 समुद्री व्यापार करनेवाला तट (पु० ) समुद्र का किनारा; तटवर्ती (वि०) समुद्र के किनारे का; ~तटीय (वि०) समुद्र के तट का; तरण (पु० ) समुद्र तैरकर पार जाना; ~ तल (पु० ) समुद्र की तहः पत्तन (पु० ) समुद्री बंदरगाह ; पथ (पु० ) समुद्र मार्ग; पारीय (वि०) समुद्र पार का फेन (पु०) समुद्र का झाग ~ मंथन (पु० ) समुद्र का विलोड़न मार्ग (पु०) समुद्र का रास्ता; यात्रा (स्त्री०) समुद्री सफ़र यान (पु० ) समुद्र में चलनेवाला जहाज़ ~लवण (पु० ) समुद्र से पाया जानेवाला नमक
समुद्रिय -सं० (वि०) 1 समुद्र का 2 समुद्र से उत्पन्न समुद्री -सं० + हिं० (वि०) 1 समुद्र का, समुद्र संबंधी 2 समुद्र की ओर से आनेवाली (जैसे- समुद्री हवा) समुद्रीय सं० (वि०) समुद्री समुद्वेग-सं० ( पु० ) 1 घबड़ाहट 2 भय
समुन्नत - सं० (वि०) 1 खूब बढ़ा चढ़ा 2 बहुत ऊँचा समुन्नति सं० (स्त्री०) 1 ऊपर उठाना 2 उच्चता, ऊँचाई 3 गौरव
समुपस्थित -सं० (वि०) 1 उपस्थित, सामने आया हुआ
2 प्रकट
समुल्लास-सं० (५०) 1 उल्लास, प्रसन्नता, खुशी 2 सम्यक् कांति 3 ग्रंथ का परिच्छेद