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सपरिश्रम
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सबक्र सपरिश्रम-सं० (वि०) मेहनत के साथ) कारावास (पु०) ) सप्लीमैंटरी-अं० (वि०) पूरक कड़ी कैद
सफ़-अ० (स्त्री०) 1 पंक्ति, कतार 2 बिछौना सपाट-(वि०) 1 समतल 2 जो ऊबड़ खाबड़ न हो | सफ़र-अ० (पु०) 1 यात्रा करना 2 रवाना होना 3 दूरी (जैसे-सपाट मैदान, सपाट खेत)
(जैसे-100 मील का लंबा सफ़र तय करना)। लामा + सपाटा-(पु०) 1 तेज़ी, झोंक 2 झपट 3 दौड़ 4 तमाचा, थप्पड़ | फ़ां० (पु०) यात्रा विवरण 5 छल, धोखा
सफ़री-I अ० (वि०) सफर संबंधी II (स्त्री०) रास्ते का व्यय सपाद-(वि०) चरण से युक्त
और सामग्री सपिंड-सं० (पु०) 1 सामान्य पितरों को पिंड देनेवाला 2 एक | सफल-सं० (वि०) 1 फल से युक्त 2 (कार्य) परिणाम या ही कला के सात पीढ़ियों तक के लोग
फलवाला 3 उत्तीर्ण (जैसे-विद्यार्थी परीक्षा में सफल हो सपिंडी-सं० (स्त्री०) मृतक के निमित्त किया जानेवाला कर्म गया)। ~ता (स्त्री०) सफल होने का भाव, ता मंडित संपिडीकरण-सं० (पु०) मृतक को पिंडदान देने का काम या । (वि०) कामयाबी से अलंकृत; ~मनोरथ (वि०) पूर्ण क्रिया
इच्छावाला सपुर्द-फा० (वि०) - सुपुर्द ।
सफलित-सं० (वि०) = सफलीभूत सपुर्दगी-फा० (स्त्री०) = सुपुर्दगी
सफलीभूत-सं० (वि०) सफलता युक्त, सफल हुआ सपूत-(पु०) लायक पुत्र
सफ़हा-अ० (पु०) 1 तल, पार्श्व 2 पुस्तक का पृष्ठ भाग, पन्ना, सपूती-(स्त्री०) 1 सपूत होने का भाव 2 सपूत को जन्म वरक देनेवाली स्त्री
सफ़ा-अ० (वि०) 1 साफ़ (जैसे-सफ़ा कमरा) 2 निर्मल, सपेरा-बो० (पु०) - सँपेरा
पवित्र 3 साफ़ करनेवाला (जैसे-बालसफ़ा पाउडर) 4 खाली, सपोला-(पु०) = सँपोला
रहित (जैसे-रात भर में उनका जेब सफ़ा कर दिया) सप्त-सं० (वि०) गिनती में सात (जैसे-सप्तभुज, सप्त | सफ़ाई-अ० + फ़ा० (स्त्री०) 1 स्वच्छता, निर्मलता 2 सफा . ऋषि)। ऋषि (पु०) विश्वमित्र, यमदाग्नि, भारद्वाज, होने का भाव 3 छल कपट से रहित 4 ऋण आदि का परिशोध . गौतम, अत्रि वशिष्ठ और कश्यप ये सात ऋषिः ~पदी 5 दोष रहित होने की अवस्था। पसंद + फ़ा० (वि०) (स्त्री०) वर वधु द्वारा अनि के सात चक्कर लगाना; ~पुरी
सफाई पसंद करनेवाला; ~पुताई + फ़ा० + हिं० (स्त्री०) . . (स्त्री०) सात पवित्र तीर्थ या नगर; ~भुवन (पु०) भूलोक, सफ़ाई करना और पुताई करना
भवलोक, स्वर्गलोक, महालोक, जनलोक, तपलोक तथा सफाचट-अ० + हिं० (वि०) 1 चिकना (जैसे-सफाचट दाड़ी, सत्यलोक ये सात भुवन; ~मातृका (स्त्री०) ब्रह्मी, सफाचट खोपड़ी) 2 समतल (जैसे-सफाचट मैदान) माहेश्वरी, कौमारी, वैष्णवी, वाराही, इंद्राणी और चामुंडा ये 3 बिल्कुल साफ़ और स्वच्छ सात मातृकाएँ: सिंधु (पु०) सिंधु, परुष्णी, शतुद्री. सफ़ाया-अ० (पु०) 1 संहार (जैसे-युद्ध में शत्रओं का वितस्ता, यमुना, गंगा तथा सरस्वती की सामूहिक संज्ञा स्वर सफ़ाया) 2 समाप्त कर देना (जैसे-बाप की कमाई का संगीत का सप्तक ,
सफ़ाया) 3 नाश करना (जैसे-किए धिए का सफ़ाया)। सप्तक-1 सं० (पु०) एक तरह की सात वस्तुओं का समूह
कर देना 1 खत्म कर देना, मिटा देना 2 सबको मार डालना 2 संगीत में सात स्वरों का समूह II (वि०) 1सात 2 सातवाँ सफ़ीना-अ० (पु०) 1 किताब, नोट बुक 2 समन सप्तम-सं० (वि०) सातवाँ
सफ़ोर-अ० (पु6) राजदूत सप्तमी-सं० (स्त्री०) 1 सातवीं तिथि, सातवाँ दिन 2 व्या० सफूफ़-अ० (पु०) 1चूर्ण ? चूर्ण रूप औषध अधिकरण कारक की विभक्ति
सफ़ेद-फ़ा (वि०) 1 रंगहीन (जैसे-सफ़ेद बाल) 2 स्वच्छ सप्तर्षि-सं० (पु०) सप्त ऋषि
तथा उज्जवल (जैसे-सफ़ेद पोशाक) 3 कोरा (जैसे-सफ़ेद सप्तशती-सं० (स्त्री०) 1 एक ही तरह की सात वस्तुओं का काराज़) 4 साफ़, स्पष्ट । --पोश I (पु०) कुलीन, शिक्षित , वर्ग 2 सात सौ पदों का संग्रह
और सभ्य व्यक्ति || (वि०) साफ़ कपड़े पहननेवाला; सप्ताह-सं० (पु०) 1 सात दिन 2 सात दिनों का समय 3 सात पोशी (स्त्री०) सफ़ेद पोश होने का भाव झूठ सरासर दिन तक काम या अनुष्ठान
झूठ; ~हाथी (पु०) 1 बर्मा में पाया जानेवाला एक सफ़ेद सप्ताहांत-सं० (पु०) सप्ताह का अंतिम दिन
हाथी 2 ऐसा व्यक्ति या संस्था जिसपर अत्यधिक खर्च होने पर सप्ताहारंभ-सं० (पु०) सप्ताह की शुरुआत
भी अनुपयोगी ही रहे; ~पड़ जाना चेहरे का रंग उड़ जाना; सप्रमाण-[सं० (वि०) 1 प्रमाण युक्त 2 प्रामाणिक स्याह सफ़ेद 1 भला बुरा 2 हानि लाभ II (क्रि० वि०) प्रमाण के साथ
सफ़ेदा-फ़ा० (पु०) 1 एक प्रकार का ऊँचा और सीधा पेड़ सप्रमाणिक-सं० (वि०) प्रमाण सहित
2 जस्ते का घोल सप्रयास-सं० (क्रि० वि०) प्रयत्न सहित
सफ़ेदी-फ़ा० (स्त्री०) 1चूने की पोताई 2 धवलता , सप्राण-सं० (वि०) प्राण के साथ, सजीव
सब-(वि०) 1 कुल (जैसे-सब आदमी, सब मज़दूर) 2 सारा सप्लाई-अं० (स्त्री०) 1 पहुँचाना 2 प्राप्ति
__ (जैसे-सब दिन का रोना) 3 संपूर्ण समस्त सप्लायर-अं० (१०) सप्लाई करनेवाला व्यक्ति .. सब इंस्पेक्टर-अं० (पु०.) छोटा इंस्पेक्टर सप्लीमेंट-अं० (१०) परिश
सबक़-अ० (पु०) 1 पाठ 2 शिक्षा, नसीहत