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लैटिन 727
लोकना लैटिन-I अं० (स्त्री०) रोमनकाल में प्रचलित इटली की प्राचीन नर्क; पाल (पु०) राजा, नरेश; प्रवाद (पु०) 1 लोक भाषा II (वि०) प्राचीन रोम नगर से संबंधित
में फैली बदनामी 2 अफ़वाह; ~प्रसिद्ध (वि०) लोक में लेतोलाल-अ० (स्त्री०) टालमटोल, हीलाहवाला
विख्यात; प्रिय (वि०) 1 जन साधारण को पसंद लैन-अं० (स्त्री०) = लाइन
आनेवाला (जैसे-लोकप्रिय अभिनेता, लोकप्रिय वाणी) लेफ्टिनेंट-अं० (पु०) = लेफ्टिनेंट
2 लोक में प्रचलित (जैसे-लोकप्रिय कथा, लोकप्रिय गीत); लैबोरेटरी-अं० (स्त्री०) = लेबोरेटरी
प्रियता (स्त्री०) लोक प्रिय होने का भाव; ~भाषा लैरू-(पु०) बछड़ा
(स्त्री०) सर्वसाधारण में बोली जानेवाली भाषा; मत लैसंस-अं० (पु०) = लाइसेंस। दार + फ़ा= (पु०) जनमत, पब्लिक ओपीनियन; ~मत संग्रह (पु०) लाइसेंसदार
जनमत तैयार करना; ~मान्य (वि०) लोक में सम्मानित; लैस-I (वि०) 1 सजा हुआ (जैसे-हथियार से लैस) 2 हर यात्रा (स्त्री०) 1 विश्व की यात्रा 2 लोक व्यापार तरह से युक्त, काटेबद्ध, तैयार II (पु०) 1 एक तरह का 3 आचरण, व्यवहार; रंजक (वि०) 1 लोक को प्रसन्न सिरका 2 कमानी 3 नोकदार लंबी तीर
करनेवाला 2 सुखदायी; ~रीति (स्त्री०) लोक में प्रचलित लैस-III अं० (पु०) 1 फीता 2 बेल (जैसे-कुर्ते में लैस प्रथाएँ और मान्यताएँ; ~रुचि (स्त्री०) जनाकांक्षा, जनेच्छा; टॉकना)
लज्जा (स्त्री०) लोक की मान मर्यादा (जैसे-लोक लज्जा लोद-(पु०) अधिमास
को त्यागना); ~लीक (स्त्री०) लोक में प्रचलित प्रथाएँ और लोंदा-(पु०) गीले पदार्थ का पिंड
मर्यादा; ~वाद (पु०) अफ़वाह; ~वार्ता (स्त्री०) इतिहास, लो-(अ०) ध्यान आकृष्ट हेतु प्रयुक्त शब्द (जैसे-लो राजा भी पुरातत्व आदि का प्राचीन प्रथाओं, धारणाओं से संबद्ध अंश, फेल हो गया)
फ़ोकलोर; ~वास्तु (पु०) = लोक हेतु सड़कें, इमारतें, नहरें लोई-I (स्त्री०) साने गए आटे की गोली (जैसे-रोटी बेलने के आदि साधनों को उपलब्ध करानेवाला राजकीय विभाग; लिए लोई बनाना)
~वाहक जनता का सामान ढोनेवाली गाड़ियाँ; विरुद्ध लोई-II (स्त्री०) एक तरह का ऊनी कंबल
(वि०) लोक मत से अलग, लोक भिन्न (जैसे-लोक विरुद्ध लोक-सं० (पु०) 1 संसार (जैसे-तीनों लोक का स्वामी) | आचरण); ~विश्रुत (वि०) = लोक प्रसिद्ध; ~वृत्त 2 जगह (जैसे-प्रत्येक लोक में निवास करना) 3 विश्व का (पु०) = लोक रीति; ~व्यवहार (पु०) लोकाचार; कोई विशेष भाग (जैसे-देवलोक, ब्रह्मलोक, मर्त्यलोक) ~व्यापी (वि०) विश्व में समाया हुआ, विश्व में व्याप्त; 4 प्रजा, लोग (जैसे-राज लोक) 4 प्रजा, लोग ~शांति (स्त्री०) विश्व शांति; ~शासन (पु०) = लोक (जैसे-राजलोक) 5 लोगों में प्रचलित प्रथा या प्रणाली (लोक तंत्र शिक्षण (पु०), शिक्षा (स्त्री०) जन साधारण को व्यवहार, लोक कर्म)। -कंटक I (पु०) दुष्ट प्राणी शिक्षित करना; ~संख्या (स्त्री०) जनसंख्या, आबादी; II (वि०) जन साधारण को कष्ट देनेवाला; ~कथा ~संग्रह (पु०) 1 लोक कल्याण का भाव 2 व्यावहारिक (स्त्री०) लोक में प्रचलित प्राचीन गाथाएँ; ~कर्ता (पु०) अनुभव 3 अपनी ओर मिलाए रखना; ~संग्रही (वि०) 1 ब्रह्मा 2 विष्णु 3 महेश; ~कल्याण (पु०) विश्व का हित; लोक संग्रह करनेवाला; सत्ता (स्त्री०) = लोकतंत्र; ~कार (पु०) = लोक कर्ताः -काव्य (पु०) जनता में सत्तात्मक (वि०) लोक तंत्रात्मक; सत्तावाद (पु०) प्रचलित काव्य; ~गण तंत्र, ~गण राज्य (पु०) प्रजातंत्र; जनता का राज्य होना चाहिए यह मत; ~सत्तावादी (वि०) ~गत (वि०) लोक में प्रचलित और प्रिय; ~गाथा = लोकतंत्रवादी; ~सदन, (पु०) ~सभा (स्त्री०) (स्त्री०) परंपरा से चले आ रहे गीत; ~गीत (पु०) जन 1 जनसाधारण द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की सभा 2 भारत में समुदाय में प्रचलित परंपरागत गीत; ~घोषणा (स्त्री०) सर्व इस तरह की केंद्रीय सभा; ~सभासद् (पु०) लोक सभा के साधारण हेतु की जानेवाली घोषणा; ~ज्ञ (वि०) 1 लोक के सदस्य; सम्मत (वि०) पंचायत द्वारा अनुमोदित; मनोभावों को जाननेवाला 2 दुनियादार; तंत्र (पु०) सम्मान (पु०) समाज द्वारा मिलनेवाली प्रतिष्ठा, इज्ज़त; प्रजातंत्र तंत्रवाद (पु०) जनता का राज्य हो ऐसा मत;
साहित्य (पु०) जनता में प्रचलित साहित्य; सिद्ध तंत्रवादी (वि०) लोकतंत्रवाद का अनुयायी, समर्थक; (वि०) जनसामान्य में मान्य और प्रचलित; ~सुलभ तंत्रशासन (पु०) = लोक तंत्र; ~तंत्रात्मक (वि०) (वि०) जनता को आसानी से मिलनेवाला; ~सेवक (पु०) लोकतंत्र से संबद्ध; तंत्री + हिं० (वि०) लोकतंत्र से 1 जनता का सेवक, प्रजा का हितैषी 2 राजकीय कर्मचारी, संबंधित; तंत्रीकरण (पु०) प्रजातंत्रीय रूप देना;
पब्लिक सर्वेट, सेवा (स्त्री०) 1 जनता का हित तंत्रीय (वि०) = लोकतंत्रात्मक; तत्त्व (पु०) 2 शासकीय सेवा, पब्लिक सर्विस; ~सेवा आयोग (प०) मानवजाति का ज्ञान; ~तांत्रिक (वि०) = लोकतंत्रात्मक; राज्य द्वारा नियुक्त कुछ व्यक्तियों का आयोग, पब्लिक सर्विस
त्रय (पु०) तीनों लोक (जैसे-आकाश, पाताल और कमीशन; स्वास्थ्य (पु०) जन साधारण का स्वास्थ्य; पृथ्वी); निर्माण विभाग (पु०) = लोक वास्तु, पब्लिक -हित (पु०) = लोक सेवा; हितकर (वि०) विश्व का वर्स: निर्वाचित (वि०) प्रजा द्वारा चुना गया; नृत्य कल्याण करनेवाला; हितैषी (वि०) लोक मंगल (पु०) शास्त्रीय संगीत से अलग होनेवाला नाच; नेता चाहनेवाला (पु०) शिव; पथ (पु०) दुनिया का तौर तरीक़ा, चाल | लोकना-(स० क्रि०) 1 गिरती वस्तु को हवा में पकड़ लेना ढाल, ~पद (पु०) राजकीय पद; परलोक (पु०) स्वर्ग | (जैसे-क्रिकेट की गेंद लोकना) 2 दखल देना (जैसे-किसी