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लोबिया
लोबिया - (पु० ) सफ़ेद बोड़ा। कंजई I ( पु० ) गहरा हरा रंग II (वि०) गहरा हरा रंग का
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लोभ-सं० (पु०) 1 लालच (जैसे-पैसे का लोभ) 2 लालसा, कामना (जैसे-पुत्र का लोभ) 3 अधीरता । परायण (वि०) लोभी
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लोभन - ( पु० ) 1 ललक 2 सोना, स्वर्ण
लोभना - I (अ० क्रि०) मुग्ध होना, लुभाना II (स० क्रि०) मोहित करना, लुभा लेना
लोभनीय सं० (वि०) 1 लोभ के योग्य 2 मनोहर, आकर्षक (जैसे-लोभनीय वस्तु, लोभनीय दृश्य)
लोभित-सं० (वि०) लुभाया हुआ लोभी -सं० (वि०) 1 लालची 2. लुब्ध लोम-सं० (पु० ) 1 रोम 2 केश, बाल । ज (वि०) लोम से
उत्पन्न
लोमड़ी - (स्त्री०) 1 कुत्ते की जाति का एक जंगली हिंसक पशु 2 चालाक औरत (जैसे- तुम जैसी लोमड़ी का क्या ठिकाना) लोमश-सं० (वि०) बड़े बड़े रोओंवाला लोरी - (स्त्री०) छोटे बच्चों को सुलाने हेतु माँ द्वारा गाया जानेवाला गीत
लोल - I सं० (वि०) 1 कंपायमान 2 चंचल 3 उत्सक II (पु० ) बड़ी और ऊँची लहर
लोलक -सं० (पु० ) 1 लटकन 2 कान की लौ लोलकी - (स्त्री०) कान के नीचे का कोमल भाग लोलुप - सं० (वि०) 1 लालची, लोभी (जैसे- धन लोलुप ) 2 परम उत्सुक (जैसे-विद्या लोलुप) । ~ता (स्त्री०) लोलुप होने का भाव
लोमड़ी
लोवा - I (स्त्री०) लोवा - II ( पु० ) लोशन - अं० (पु०) घोल
लवा
लोष्ट-सं० (पु० ) 1 मिट्टी का ढेला 2 जंग, मोरचा 3 चिह्न का काम देनेवाली कोई वस्तु
लोष्टवत सं० (वि०) लोथ या लोष्ट की तरह लोह -सं० ( पु० ) 1 लोहा नामक धातु 2 रक्त, लहू । कार (पु०) लोहार, चुंबक (पु०) चूर्ण (पु० ) लोहे का चूरा, लोहे का बुरादा जाल (पु०) लोहे की बनी जाली; पत्थर + हिं०, पाषाण (पु० ) लोहा पत्थर; पाषाण क्षेत्र (पु० ) लोहे का पत्थर मिलने का क्षेत्र; ~लंगर + फ़ा० (पु० ) जहाज़ का लंगर; ~सार (पु० ) फौलाद, इस्पात लोहमय-सं० (वि०) लोहे जैसा दृढ़ लोहस - (वि०) जिसमें लोहे का अंश हो, लोहे के अंश से
लौटानी
पानी; लोहे की छाती सख्त दिल; लोहे के चने चबाना बहुत कठिन कार्य करना
लोहाना- (अ० क्रि०) लोहे का स्वाद और रंग आना लोहार - (पु०) लोहे का काम करनेवाली एक जाति । खाना + फ़ा० (पु०) लोहारों के काम करने की जगह लोहारिन - (स्त्री०) लोहार जाति की स्त्री लोहारी - (स्त्री०) लोहार का काम
लोहित - I सं० (वि०) 1 लाल रंग का, लाल 2 ताँबे का बना हुआ II (पु०) 1 लाल रंग 2 लाल चंदन | केसर
चंदन (पु० )
युक्त
लोहाँगी - ( स्त्री०) सिरे पर लोहा लगी लाठी लोहा - I ( पु० ) 1 एक प्रसिद्ध धातु (जैसे लोहे का कारखाना, लोहे का व्यापार ) 2 लोहे का बना अस्त्र 3 लोहे का बना उपकरण II (वि०) अत्यंत कठोर (जैसे- लोहे सी देह) । ~ करना इस्तरी करना; गहना 1 युद्ध करना 2 युद्ध हेतु तैयार होना; बजना युद्ध होना; बरसना घमासान युद्ध होना; मानना 1 प्रभुत्व मानना 2 हार मानना; ~लेना लड़ना, सामना करना; लोहे का दिल निष्ठुर दिल, कठोर हृदय; लोहे का पानी तलवार आदि पर चढ़ाया जानेवाला
लोहितिमा -सं० (स्त्री०) लालिमा, लाली लोहिया - I (वि०) 1 लोहे का बना हुआ 2 लाल रंग का II (पु० ) लोहे का रोज़गारी लोही - (वि०) लाल रंग का, सुर्ख
लोहू - ( पु० ) लहू । ~लुहान (वि०) = लहूलुहान लौंग - (पु०) = लवंग | ~ चिड़ा (पु०) बेसन के मेल से बनाया जानेवाला कबाब; ~लता (स्त्री०) एक बँगला मिठाई लौंजी - (स्त्री०) कच्चे आम की फाँकों का अचार लौंठा - (पु०) हृष्ट पुष्ट नासमझ युवक
लौंडा - (पु० ) 1 अबोध और नासमझ नवयुवक 2 ऐसा युवक जिसके साथ अस्वाभाविक मैथुन हो 3 छोकरा, लड़का । ~पन (पु० ) 1 लौंडा होने का भाव 2 छिछोरेपन से युक्त नासमझी
लौंडिया - (स्त्री०) लड़की
लौंडी - (स्त्री०) दासी । ~बच्चा (पु० ) दासी पुत्र लौंडेबाज़ - हिं० + फ़ा० I (पु०) बालकों से अप्राकृतिक मैथुन करनेवाला II (वि०) नवयुवकों से प्रेम रखनेवाली (प्रौढ़ा ) लौंडेबाज़ी - हिं० + फ़ा० (स्त्री०) 1 लौंडेबाज़ का अप्राकृतिक
कार्य 2 लौंडेबाज़ होने का भाव
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लौंडोघेरी बो० (स्त्री०) लौंडेबाज़ लौद - (पु० ) 1 अधिमास 2 मलमास
लौदरा - (पु० ) ग्रीष्म ऋतु में वर्षा आरंभ होने से पूर्व बरसनेवाला पानी
लौ - I (स्त्री०) 1 आग की लपट, ज्वाला 2 दीपशिखा II लगन (जैसे- काम करने की लौ, पढ़ने की लौ) लौकिक-सं० (वि०) 1 लोक संबंधी 2 सांसारिक
3 व्यावहारिक । ~ता (स्त्री०) 1 लौकिक होने का भाव 2 सांसारिकता 3 व्यावहारिकं होने की अवस्था लौकी - (स्त्री०) कद्दू, घीआ
लौक्य - सं० (वि०) 1 लौकिक 2 सामान्य
लौछार - ( स्त्री०) 1 व्यंग्य, कटाक्ष आदि की हलकी रंगत 2 व्यंग्य, कटाक्ष
लौज़ - अ० (स्त्री०) 1 बादाम 2 बादाम की बरफ़ी लौट - (स्त्री०) 1 लौटने की क्रिया 2 घुमाव । पौट (स्त्री०) रुखी छपाई 2 उलटने पलटने का काम; फेर (पु० ) 1 इधर उधर हो जाना 2 उलटफेर
1
लौटना - (अ० क्रि०) 1 वापस आना 2 मुड़ना लौटान - (स्त्री०) लौट
=
।
लौटाना - (स० क्रि०) 1 वापस भेजना 2 वापस देना लौटानी - (स्त्री०) लौटाने की क्रिया