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वहमी
वहमी-अ० (वि०) शक्की
वहशत - अ० (स्त्री०) 1 पागलपन 2 उजड्डपन 3 बर्बरता 4 मानसिक विक्षेप
वहशियाना - अ० + फ़ा० (वि०) वहशियों की तरह का वहशी - अ० (वि०) 1 बर्बर 2 जंगली, वन्य
वहाँ - (अ०) 1 उस जगह 2 उस स्थिति पर (जैसे- दुर्घटना के समय वहाँ मैं क्या करता )
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वहा -सं० (स्त्री०) 1 नदी 2 पानी की धारा का बहाव। मापी (पु० ) धारा की गति को नापनेवाला यंत्र
वहाबी - अ० (पु० ) 1 कुरान को माननेवाला एक मुस्लिम संप्रदाय 2 इस संप्रदाय का अनुयायी
वहीं- (अ०) 1 उसी जगह 2 उसी स्थिति पर
वही - ( सर्व ० ) निश्चित रूप से पूर्वोक्त वांछक-सं० (वि०) अभिलाषी, इच्छुक वांछन सं० (पु०) चाहना, इच्छा करना वांछनीय-सं० (वि०) चाहने योग्य वांछा-सं० (स्त्री०) चाह, अभिलाषा वांछातीत-सं० (वि०) इच्छा के परे, जिसकी अभिलाषा न की जा सके
वांछित सं० (वि०) चाहा हुआ, इच्छित वांशिक -सं० 1 बाँस काटनेवाला 2 बाँसुरी बनानेवाला वासं० (अ०) अथवा, या
वाइंडिंग अं० (स्त्री० ) जिल्द
वाइज़ - अ० ( पु० ) 1 नसीहत देनेवाला 2 उपदेश देनेवाला वाइदा-अ (पु० ) = वादा
वाइन-अं० (स्त्री०) शराब, मद्य
वाइरस - अं० (पु०) 1 विष 2 विषाणु । रोग - संग (पु० ) विषाणु रोग विज्ञान • सं० (पु० ) विषाणु विज्ञान; ~विज्ञानी + सं० (पु० ) विषाणु विज्ञान का जानकार वाइस- अं० ( पु० ) प्रतिनिधि के रूप में काम करनेवाला व्यक्ति । ~ एडमिरल (पु० ) नौसेना का उप मुख्याधिकारी; ~ चांसलर (पु० ) कुलपति, प्रिंसपल (पु० ) उप प्रधानाचार्य, प्रेसिडेंट (पु० ) 1 उपाध्यक्ष 2 उपराष्ट्रपति वाइसराय-अं० (पु० ) बड़ा लाट
वाउचर - अं० (पु० ) आधार पत्र
वाक आउट - अं० ( पु० ) भवन छोड़कर बाहर चला जाना वाक़ई - अ० (अ०) वास्तव में
वाक़या - अ० (पु० ) 1 घटना 2 हाल । नवीस + फ़ा० (पु०) संवाददाता
वाक़यी - अ० (अ० ) वाक़ई
वाक़ा - 1 अ० (वि०) 1 घटित हुआ 2 किसी स्थान पर स्थित II (पु० ) वाकया
वाक़िफ़ - अ० (वि०) 1 परिचित 2 जानकार
वाक़िफ़ियत-अ० (स्त्री०) 1 जानकारी 2 परिचय वाकोपवाक, वाकोवाक्य-सं० (पु० ) 1 कथोपकथन, बातचीत 2 तर्क-वितर्क
वाक्-सं० (स्त्री०) 1 शब्द 2 वाणी 3 कथन 4 वाद 5 बोलने की इंद्रिय 6 सरस्वती । ~ कलह (पु० ) 1 कहासुनी 2 झगड़ा, विवाद, चतुर (वि०) बात करने में होशियार या कुशल; चपल बकवादी चातुरी (स्त्री०), चातुर्य
वाङ्मय
में
(पु०) वाणी की चतुरता; छल (पु० ) 1 टाल मटोल की बात, बहाना 2 न्याय शास्त्रानुसार छल के तीन भेदों में से एक; ~तीक्ष्ण (वि०) वाणी का तीखा पटु (वि०) बातचीत चतुर; ~ प्रहार (पु० ) वाणी से चोट करनेवाला; यंत्र (पु० ) बोलने के अवयव संयम (पुर) व्यर्थ की बात न करना: ~ स्वातंत्र्य (पु०) बोलने की आज़ादी वाक्य-सं० (पु०) सार्थक शब्द समूह, जुमला, सेंटेंस (जैसे- दो-चार वाक्य लिखना) । कुशल (वि०) वाक्पटु ~खंड (पु० ) उपवाक्य निपुण (वि०) = वाक्पटु पद्धति (स्त्री०) वाक्य बनाने का नियम; ~मूलक (वि०) वाक्य रचनागत ~ रचना (स्त्री० ) वाक्य बनाना, वक्रता (स्त्री०) वाणी की लाक्षणिकता वाण (पु०) बोली के तीर ~विचार ( पु० ) = वाक्य विन्यागः ~विच्छेद (पु० ) = वाक्य विश्लेषण -विज्ञान (पु० ) वाक्यों की गठन, उनके क्रम आदि का विज्ञान ~विन्यास (पु० ) वाक्य बनाना -विश्लेषण व्याकरण का एक अंग जिसके अंतर्गत वाक्य के शब्दों के प्रकार, भेद, रूप आदि का विवेचन होता है; शक्ति (स्त्री०) वाक् चातुर्य वाक्यांतर्गत संग (वि०) वाक्य के अंदर आया हुआ वाक्यांश - सं० (पु० ) वाक्य का अंश वाक्यार्थ-सं० (पु० ) 1 वाक्य का अर्थ 2 वाक्य प्रमाण के बल पर प्राप्त किया हुआ वाक्य का अभिप्राय वागिंद्रिय सं० (स्त्री०) जिह्वा जीभ वागीश - I सं० ( पु० ) कवि II (वि०) वक्ता वागीशा-संघ (स्त्री०) वाणी, सरस्वती
वागीश्वर - 1 सं० (पु० ) 1 ब्रह्मा 2 कवि II ( वि०) बहुत
अच्छा वक्ता
=
वाग्जाल-सं० (पु० ) घुमाव फिराव की बातें वाग्दंड - सं० (पु० ) झिड़की भर्त्सना वाग्दत्त - सं० (वि०) वचन दिया हुआ
वाग्दत्ता-संग (स्त्री०) वह कन्या जिसकी शादी पक्की हो चुकी हो
वाग्दान - सं० (पु० ) वचन देना
वाग्दोष -सं० (पु० 1 बोलने की त्रुटि 2 व्याकरण संबंधी भूल 3 गाली
वाग्धारा-संघ (स्त्री० ) - वाक्यधारा वाम्बद्ध - सं० (वि०) मौन. चुप वाग्मिता सं (स्त्री०) वाक् चातुर्य
वाग्मी - सं. (पुर) | अच्छा वक्ता 2 विद्वान पंडित वाग्युद्ध - सं० ( पु०) बहुत अधिक कहा सुनी वाग्विदग्ध-सं० (वि०) वाक् चतुर वाग्विदग्ध - I सं० 1 पंडित 2 बात में चतुर वाग्विलास-सं० (पु०) आनंदपूर्वक बातचीत करना वाग्वैचित्र्य-सं० (पु० ) वाणी की विलक्षणता वाणी का
चमत्कार
वाग्वैदग्धय-सं० (पु० ) 1 वाग्विदग्ध होने का भाव 2 चमत्कार
भरा तत्त्व
वाग्वैभव-संग (पु० ) वाणी की शक्ति
वाग्व्यवहार-सं० (पु० ) मुहावरा
वाङ्मय - I सं० (पु० ) साहित्य II (वि०) 1 वचन संबंधी