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संघटन
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संज्ञावत्
हुआ
संघटन-सं० (पु०) 1 संयोग 2 मेल 3 तैयार करना (जैसे-सेना संचारित-सं० (वि०) संचार किया हुआ
का संघटन) 4 इकाई का रूप लेना (जैसे-श्रमिक संघटन) |संचारी-I सं० (वि०) संचरण करनेवाला II (पु०) साहि० वो 5 गठन, रचना (जैसे-काव्य संघटन)
भाव जो रस में संचार करते हुए उसके परिपाक में उपयोगी होते संघटित-सं० (वि०) संघटन किया हुआ
हैं, व्यभिचारी भाव संघट्ट, संघट्टन-सं० (पु०) 1संघर्ष 2 गठन, बनावट |संचालक-[सं० (वि०) गति देनेवाला, परिचालक II (पु०) संघट्टित-सं० (वि०) 1 एकत्र किया हआ 2 रचित 3 चलाया | निदेशक (जैसे-कार्य संचालक)
संचालन-सं० (पु०) 1 परिचालन 2 नियंत्रण 3 निर्देशन (कार्य संघनक-सं० (पु०) घना या गाढ़ा करनेवाला
संचालन) संघनन-सं० (पु०) घना या गाढ़ा करना, जमाना संचालिका-सं० (स्त्री०) संचालन करनेवाली महिला, संघनित-सं० (वि०) गाढ़ा किया हुआ
निदेशिका संघनित्र-सं० (पु०) = संघनक
संचालित-(वि०) संचालन किया हुआ संघर्ष-सं० (पु०) 1 टकराव, स्ट्रगल (जैसे-दो दलों में संघर्ष) संचित-सं० (स्त्री०) 1 संचय किया हआ 2 नत्थी किया 2 स्पर्धा 3 होड़ 4 चेष्टा, प्रयत्न (जैसे-जीवन संघर्ष, संघर्ष | हुआ करते रहना) 5 रगड़ खाना 6 द्वेष (जैसे-पारस्परिक संघर्ष)। | संचिति-सं० (स्त्री०) 1 संचय 2 तह लगाना
निरत (वि०) संघर्ष से विरक्त; ~रत (वि०) संघर्ष में | संचेतन-सं० (पु०) होश में लाना लगा हआ; ~शाली (वि०) द्वेष करनेवाला; ~शील | संचेत्य-सं० (वि०) होश में आने योग्य (वि०) संघर्ष करनेवाला ।
संचेय-सं० (वि०) संचय करने योग्य संघर्षण-सं० (पु०) 1 संघर्ष करना 2 रगड़ होना संजन-सं० (पु०) 1 बाँधना, बंधन 2 संघठन संघर्षमय-सं० (वि०) = संघर्षरत
संजनन-I सं० (पु०) 1 उत्पादन 2 रचना II (वि०) उत्पन्न संघर्षात्मक-सं० (वि०) संघर्ष संबंधी
करनेवाला संघर्षी-सं० (वि०) संघर्ष करनेवाला (जैसे-संघर्षी व्यंजन) संजनित-सं० (वि०) 1 उत्पादित 2 रचित संघाटी-सं० (स्त्री०) चीवर
संजा-सं० (स्त्री०) बकरी संघात-सं० (पु०झ) 1 आघात 2 टक्कर
संजात-सं० (वि०) 1 उत्पन्न (जैसे-वात संजात) 2 प्राप्त संघातक-सं० (वि०) संघांत करनेवाला
(जैसे-जल संजात) संघातन-सं० (पु०) संघात करना
संजाफ़-फा० (स्त्री०) 1 झालर, किनारा 2 मगजी संघाती-(पु०) = संघातक
संजाफ़ी-फा० (वि०) 1 झालरदार 2 गोटेदार संघात्मक-सं० (वि०) संघात संबंधी
संजीदगी-फा० (स्त्री०) 1संजीदा होने का भाव संघाराम-सं० (पु०) मठ, विहार
2 आचरण-विचार की गंभीरता 3 शिष्टता और सौम्यता संघी-I (वि०) संघ संबंधी II (पु०) संघ का सदस्य | संजीदा-फा० (वि०) 1 गंभीर और शांत 2 समझदार संघीय-सं० (वि०) संघ का, संघ संबंधी, फेडरल संजीव-सं० (पु०) पुनः जीवन देना (जैसे-संघीय व्यवस्था, संघीय सरकार)
संजीवन-I सं० (पु०) 1 अच्छी तरह जीवन बिताना 2 नया संघेला-बो० (पु०) 1साथी, सहचर 2 दोस्त, मित्र जीवन देना II (वि०) जीवन देनेवाला संघोष-सं० (पु०) ज़ोर का शब्द
संजीवनी-सं० (स्त्री०) 1 पुनर्जीवित करनेवाली एक कल्पित संचय-सं० (पु०) 1 इकट्ठा करना 2 जमा करना (जैसे-धन | ओषध 2 पुनजीवित करने की विद्या संचय) 3 संकलन (जैसे-ग्रंथों का संचय, ग्रंथ संचय)। संजीवित-सं० (वि०) पुनः जीवित किया गया खोर + फ़ा० (वि०) संचय करनेवाला
संजुग-सं० (पु०) संग्राम, युद्ध संचयन-सं० (पु०) = संचय
संजुत-सं० (वि०). संयुक्त संचयिता-सं० (पु०) संचय करनेवाला
सैंजोना-(स० क्रि०) बो० 1 सज्जित करना, सजाना 2 क्रम से संचयी-सं० (पु.) 1 संचय करनेवाला 2 कृपण, कंजूस रखना संचरण-सं० (पु०) 1 चलना, गमन 2 फैलना (जैसे-जल | सँजोवा-बो० (पु०) 1सजावट, शृंगार 2 जमावड़ा संचरण) 3 काँपना (जैसे-तरंग संचरण)। ~पथ (पु०) | संज्ञक-सं० (वि०) संज्ञा से युक्त संचरण का मार्ग या रास्ता
संज्ञा-सं० (स्त्री०) 1 चेतना शक्ति, होश 2 ज्ञान 3 बुद्धि संचायक-सं० (पु०) संग्रह करनेवाला
4व्या. वास्तविक या कल्पित वस्तु का बोधक शब्द संचार-सं० (पु०) 1फैलना (जैसे-विद्युत संचार व्यवस्था) (जैसे-राम, नदी, करुणा आदि)। पद (पु०) नाम वाचक 2 चलना 3 चलाना 4 संक्रमण (जैसे-ग्रहों का संचार) पद; पन (पु.) 1 सूचित करना, ज्ञान कराना 2 सूचना पत्र 5 फैलने या बहने का मार्ग (जैसे-शरीर में रक्त संचार)। 3 कथन; -हीन (वि०) चेतना रहित, बेसुध, बेहोश;
व्यवस्था (स्त्री०) संबंध स्थापित करने का साधन, संचार | | लहीनता (स्त्री०) 1 मूर्छा 2 चेतना रहित अवस्था, बेहोशी प्रणाली (जैसे-संचार व्यवस्था में सुधार करना)
संज्ञात-सं० (वि०) समझा हुआ, जाना हुआ संचारक-सं० (वि०) संचार करनेवाला
संज्ञावत्, संज्ञावान्-सं० (वि०) 1 नामयुक्त 2 होशदार, संचारण-सं० (पु०) प्रसारण, फैलाना
चेतनामय