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संदेग्धा
संदेग्धा -सं० (वि०) शक्की स्वभाव का, संदेहालु संदेश - सं० ( पु० ) 1 समाचार, खबर 2 विचार 3 आज्ञा, आदेश 4 कथन | ~ काव्य (पु० ) विरही की विरह वेदना को संदेश के रूप में प्रिय के पास पहुँचाने से संबंधित काव्य; ~वाहक (पु० ) संदेश ले जानेवाला
संदेशा - ( पु० ) समाचार
संदेशी - (वि०) संदेश लानेवाला
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संदेह - सं० ( पु० ) 1 शक़, अनिश्चय 2 ख़तरा 3 साहि० एक अर्थालंकार जिसे देखने पर भी वास्तविकता पर विश्वास न हो सके। जनक (वि०) = संदिग्ध; ~ मुक्त (वि०) संदेह से मुक्ति मिलना वाद (पु० ) प्रत्येक विचार में संदेह रखने का नियम; ~वादी (पु० ) संदेहवाद का समर्थक संदेहात्मक-सं० (वि०) संदिग्ध संदेहार्थक-सं० (वि०) संदिग्ध अर्थ देनेवाला संदेहास्पद - सं० (वि०) संदिग्ध
=
संदोह -सं० ( पु० ) 1 दूध दोहना 2 समूह, झुंड संघा - सं० (स्त्री०) 1 योग, मेल 2 घनिष्ठ संबंध 3 अभिप्राय, आशय 4 निश्चय, करार 5 स्थिति 6 संध्या का समय 7 अनुसंधान, तलाश। ~ भाषा (स्त्री०) वज्रयानी बौद्धों की गूढ़ भाषा, कूटभाषा
संधान सं० (पु० ) 1 निशाना बैठाना 2 मिलाना
संपाद्य
हुआ
संनिविष्ट - सं० (वि०) अच्छी तरह रखा हुआ या बैठाया संनिवेश-सं० (पु०) अच्छी तरह रखना या बैठाना संन्यस्त - सं० (वि०) 1 छोड़ा हुआ 2 जमाया हुआ 3 संन्यास आश्रम में आया हुआ
संन्यास - सं० (पु० ) 1 परित्याग करना 2 हिंदुओं के चार आश्रमों में से अंतिम 3 सीमा से बाहर न निकलने की प्रतिज्ञा (जैसे- गृह संन्यास) । रोग (पु०) मूर्च्छा, कॉमा
संन्यासाश्रम -सं० (पु० ) संन्यास आश्रम संन्यासिनी -सं० (स्त्री०) संन्यास लेनेवाली स्त्री संन्यासी -सं० (पु० ) त्यागी और विरक्त व्यक्ति संपत्काल - सं० (पु० ) ऐश्वर्य का समय, अच्छे दिन संपत्ति - सं० (स्त्री०) 1 धन दौलत, जायदाद (जैसे- संपत्ति का स्वामी) 2 लाभदायक वस्तु (जैसे- पशु संपत्ति, वन संपत्ति) 3 वैभव, ऐश्वर्य । ~कर (पु० ) संपत्ति के विचार से लगाया गया कर; जीवी (पु० ) संपत्ति के आय से आजीविका चलानेवाला; ~दान (पु०) संपत्ति का दान करना; वादी (पु०) इस सिद्धांत का माननेवाला कि संपत्ति का संग्रह जीवन
लिए बहुत आवश्यक है; ~शाली (वि०) वैभववाला, ऐश्वर्यवाला; ~ हस्तांतरण (पु० ) संपत्ति का एक हाथ से दूसरे हाथ में जाना; हीन (वि०) संपत्ति के बिना संपत्तिवान्-सं० (वि०) संपत्तिशाली संपद् -सं० (स्त्री०) 1 काम पूरा होना 2 संपत्ति 3 भंडार (जैसे- शब्द संपद्) 4 सुख-सौभाग्य की स्थिति संपदा -सं० (स्त्री०) 1 धन दौलत 2 ऐश्वर्य, वैभव संपन्न - सं० (वि०) 1 भली भाँति युक्त (जैसे- धन संपन्न, विद्या संपन्न) 2 अमीर, धनी, धनवान् (जैसे संपन्न व्यक्ति) 3 पूर्ण, सिद्ध, साधित 4 पूरा किया हुआ (जैसे संपन्न कार्य) । ता (स्त्री०) संपन्न होने का भाव, युक्तता संपन्नावस्था -सं० (स्त्री०) संपन्न होने की अवस्था संपरीक्षण-सं० (पु०) लेख आदि का अच्छी तरह से जाँच
संधाना - ( पु० ) अचार, खटाई
संधि - सं० (स्त्री०) 1 मेल, संयोग 2 जोड़ 3 गाँठ (जैसे- हड्डियों की संधि) 4 व्या० दो अक्षरों के मिल जाने से होनेवाला वर्ण विकार 5 अवकाश, विराम (जैसे-युग संधि, संधि बेला) 6 दो अवस्थाओं के बीच का समय (जैसे- वयः संधि ) 7 नाटक की पाँचों अवस्थाओं को मिलानेवाले स्थल (जैसे- मुख संधि, प्रतिमुख संधि, गर्भ संधि, अवमर्श संधि तथा निर्वहण संधि) | ~काल (पु० ) दो अवस्थाओं के मिलने का समय चर्चा (स्त्री०) = संधि वार्ता; चोर (पु०) सेंध लगाकर चोरी करनेवाला; चौर्य (पु० ) सेंध मारकर चोरी करना; ~दूषण (पु० ) = संधि भंग; ~पत्र (पु०) सुलहनामा; ~ प्रारूप (पु० ) सुलहनामा का मसौदा; ~भंग (पु० ) संधि का टूटना, संधि तोड़ना; भंजक (पु०) संधि तोड़नेवाला; ~ वात (पु० ) जोड़ों में वायु का रोग; ~ वार्ता. (स्त्री०) संधि की बात करना; विग्रह (पु० ) संधि कार्य; ~ विग्रहक (पु० ) संधि विग्रह करनेवाला; ~विच्छेद (पु० ) 1 संधि तोड़ना 2 व्याकरण के संधिगत शब्दों को अलग अलग करना; वेला (स्त्री०) संध्या, शाम; ~ स्थल (पु० ) 1 सुलह करने का स्थान 2 दो के मिलने की जगह
सांधित - सं० (वि०) संधि युक्त संध्यक्षर-सं० (पु० ) = संधि स्वर
संध्या - सं० (स्त्री०) शाम। ~ काल (पु०) सांयकाल ~कालीन (वि०) संध्याकाल संबंधी भाषा (स्त्री०) दे० संधा भाषा ~ भोजन (पु०) शाम का खाना; ~वंदन (पु०) संध्या पूजा; ~समय (पु० ) शाम स्कूल + अं० (पु० ) शाम को लगनेवाला विद्यालय संध्योपासन-सं० ( पु० ) = संध्या वंदन संध्वनि-सं० (स्त्री०) ज़ोर की आवाज़
=
करना
संपर्क - सं० (पु० ) 1 मेल, संयोग 2 मिश्रण, मिलावट 3 संसर्ग 4 स्पर्श 5 योग। ~ अधिकारी (पु०) प्रजा और सरकार के मध्य संपर्क बनाए रखनेवाला एक राजकीय कर्मचारी; पदाधिकारी (पु० ) = संपर्क अधिकारी; भाषा (स्त्री०) परस्पर मेल जोल के लिए भाषा संपात -सं० (पु० ) 1 गिरना 2 मिलने का स्थान, संगम 3 झपटना, टूट पड़ना 4 घटित होना 5 संपर्क, संसर्ग संपादक - सं० (पु० ) पुस्तक, सामयिक पत्र आदि को संशोधित कर प्रकाशन के योग्य बनानेवाला व्यक्ति, एडिटर । ~ता (स्त्री०) संपादक का कार्य
संपादकत्व - सं० (पु०) संपादक का कार्य और पद संपादकी-सं० + हिं० (स्त्री०) संपादक का काम संपादकीय - सं० (वि०) 1 संपादक संबंधी 2 अग्रलेख संपादन-सं० (पु० ) 1 अच्छी तरह से पूरा करना 2 प्रस्तुत करना 3 ठीक करना 4 प्रकाशन के योग्य बनाना संपादिका -सं० (स्त्री०) स्त्री संपादक
संपादित सं० (वि०) संपादन किया हुआ संपादक संपादी सं० (वि०) संपाद्य-सं० (वि०) संपादन योग्य