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जका
संविभाजन 793
संसार संविभाजन-सं० (पु०) विभाजन
संशोवी-सं० (वि०) 1 सोखनेवाला 2 सुखानेवाला संविहित-सं० (वि०) 1 अच्छी तरह किया हुआ 2 अच्छी तरह संशोष्य-सं० (वि०) सोखा जाने योग्य नियमित
संश्रय-सं० (पु०) 1 संयोग, मेल 2 लगाव, संपर्क 3 आश्रय, संवत-सं० (वि०) 1 ढका हुआ 2 घेरा हआ 3 लपेटा हुआ शरण 4 अवलंब, सहारा 5 आश्रय या शरण लेने की जगह संवृति-सं० (स्त्री०) संवृत होने का भाव
संश्रयण-सं० (पु०) 1 सहारा लेना 2 पनाह लेना संकृत-सं० (वि०) 1 प्राप्त 2 घटित हुआ 3 सिद्ध किया हआ | संश्रावित-सं० (वि०) सुनाया हुआ 4उत्पत्र
संश्राव्य-सं० (वि०) 1 सुनाने योग्य 2 सनाई पड़नेवाला संवृद्धि-सं० (स्त्री०) 1 बढ़ती, वृद्धि 2 समृद्धि
संश्रित-सं० (वि०) 1 संयुक्त 2 संलग्न 3 संबंध स्थापित किया संवेग-सं० (पु.) 1 चाल की तेज़ी 2 घबराहट, खलबली | हुआ 3 अतिरेक 4 मनोवेग
संश्रुत-सं० (पु०) 1 सुना हुआ 2 सुनाया हुआ संवेगात्मक-सं० (वि०) संवेग संबंधी
संश्लिष्ट-सं० (वि.) = संश्लेषित संवेदन-सं० (पु०) 1 सुख-दुख की अनुभूति या प्रतीति | संश्लेषण-सं० (पु०) 1 जोड़ना, मिलाना 2 बंधन मिलान
2 शरीर के अंगों में उत्पन्न प्राकृतिक स्पंदन (जैसे-मनु का मन करना (जैसे-विचारों का संश्लेषण) विकल हो उठा संवेदन से खाकर चोट)। ~शील (वि.) । संश्लेषणात्मक-सं० (वि०) संश्लेषण संबंधी 1 अनुभवग्राही 2 भावुक, सहृदय
संश्लेषित-सं० (वि०) संश्लेषण किया हुआ संवेदना-सं० (स्त्री०) 1 अनुभूति 2 सहानुभूति (जैसे-हार्दिक | संसक्त-सं० (वि०) 1 मिला हुआ, सटा हुआ 2 संबद्ध संवेदना) 3 समवेदना प्रकट करने का भाव 4 दुःख की 3 आसक्त 4 विषय वासना में लिप्त 5 युक्त, सहित
अनुभूति। -पुस्तक (स्त्री०) सहानुभूति पंजिका संसक्ति-सं० (स्त्री०) संसक्त होने का भाव संवेदी-सं० (वि०) = संवेदनशील
संसज्जन-सं० (पु०) 1 सजाना 2 अस्त्र शस्त्र से सज्जित करना संवेद्य-सं० (वि०) 1 अनुभव करने योग्य 2 जताने योग्य संसत्सचिव-सं० (पु०) = सदन सचिव 3 समझने योग्य
संसत्सदस्य-सं० (पु०) संसद सदस्य संवेष्टक-सं० (पु०) संवेष्टन कर्ता
संसद-सं० (स्त्री०) 1 राज्य सभा लोक सभा का संयुक्त रूप संवेष्टण-सं०, संवेष्टन- (१०) 1 लपेटना 2 ढकना 3 घेरना 2 समाज, सभा 3 समुदाय, निकाय। ~पद्धति (स्त्री०) 4 लपेटने का कपड़ा, बेठन
संसदीय प्रणाली संवेष्टित-सं० (वि०) चारों ओर से घेरा हआ
संसदीय-सं० (वि०) संसद संबंधी संवैधानिक-सं० संविधान संबंधी
संसर्ग-सं० (पु०) 1 संयोग, प्रेम 2 मिश्रण 3 संबंध (जैसे-प्रेम संशप्त-सं० (वि०) शाप ग्रस्त, शापित
संसर्ग) 4 संपर्क (जैसे-जीवन संसर्ग) 5 लगाव, कंटेक्ट संशय-सं० (पु०) = संदेह । ~वाद (पु०) = संदेहवाद; 6 साथ 7 घनिष्ठता (जैसे-मैत्रिक संसर्ग) 8 समीपता, सामीप्य ~वादी (वि०) = संदेहवादी
(जैसे-गुरुजनों का संसर्ग) 9 अवधि, समय (जैसे-दीर्घ संशयात्मक-सं० (वि०) - संदिग्ध
संसर्ग, क्षणिक संसर्ग)। ~ज (वि०) संसर्ग से उत्पन्न संशयित-सं० (वि०) = संशयी
जन्य (वि०) संसर्ग से उत्पन्न होनेवाला; ~दोष (३०) संशयी-सं० (वि.) 1 शक्की स्वभाववाला 2 संशय युक्त संसर्ग से उत्पन्न बुराई; -रोध (१०) 1 लोगों को संक्रामक
3 संशयवाला (जैसे-संशय द्धि या संशयी स्वभाव) रोग आदि से बचाने हेतु बाहर से आए लोगों को अलग रखना संशासन-सं० (पु०) उत्तम राज्य प्रबंध
2 इस कार्य हेतु नियत स्थान; ~विद्या (स्त्री०) 1 व्यवहार संशुद्ध-सं० (वि०) 1 विशुद्ध 2 साफ़ किया हुआ 3 चुकाया कुशलता 2 सामाजिक विज्ञान हुआ .
संसर्गी-सं० (वि०) 1 संसर्ग संबंधी 2 साथी संशुद्धि-सं० (स्त्री०) संशुद्ध होने का भाव
संसाधन-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह पूरा करना 2 काम की संशोधक-सं० (वि०) संशोधन करनेवाला
तैयारी, आयोजन संशोधन-सं० (पु०) 1 शुद्ध करना, साफ़ करना 2 ठीक | संसाध्य-सं० (वि०) 1 पूरा करने योग्य 2 आयोजन के लायक
करना, दुरुस्त करना 3रूप बदलना, घटाना-बढ़ाना | संसार-सं० (पु०) 1 दुनिया, जगत, मर्त्यलोक 2 जन्म-मरण (जैसे-विधि, कानून आदि का संशोधन)। ~कर्ता (पु०) (जैसे-संसार का चक्कर) 3 मायाजाल, लौकिक प्रपंच संशोधन करनेवाला व्यक्ति; ~कारी (वि०) संशोधन 4 गहस्थी (जैसे-जाओ पहले अपना संसार सँभालो)। करनेवाला; ~विधेयक (पु०) किसी क़ानून में संशोधन ~~गमन (पु०) जन्म मरण का आवागमन; चक्र (पु०) करनेवाला ऐक्ट
'भवचक्र, संसृतिः प्रसिद्ध (वि०) विश्व विख्यात; संशोधित-सं० (वि०) संशोधन किया हुआ
~बंधन (पु०) माया जाल में फँसना, संसारिक बंधन; संशोधी-सं० (वि०) संशोधन करने वाला
~भ्रमण (पु०) संसार की सैर; ~मोक्ष (पु०) संसृति से संशोध्य-सं० (वि०) संशोधन के योग्य
मुक्ति; यात्रा (स्त्री०) 1 संसार में रहना 2 जीवन बिताना संशोभित-सं० (वि०) = सुशोभित
3 ज़िदगी; विजयी (पु०) संसार को जीतनेवाला; संशोषण-सं० (पु०) 1 अच्छी तरह सोखना 2 सुखाना -विरत (वि०) संसार को त्यागा हुआ; ~व्यापी (वि०) संशोषित-सं० (वि०) सोखा हुआ
संसार में व्याप्त; ~संग (पु०) संसार के प्रति आसक्ति या