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विक्षत
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विचार
विक्षत-सं० (वि०) 1 घायल, जख्मी 2 खराश से युक्त 4बाधा 5 अंतर्ध्वस 6 नाश 6 हत्या विक्षिप्त-सं० (वि०) 1 पागल, सिड़ी 2 परेशान
विघातक-सं० (वि०) विघात करनेवाला विक्षिप्तालय-सं० (पु०) पागलखाना
विधातन-सं० (पु.) 1 विधात करना 2 हत्या करना विक्षिप्तावस्था-सं० (स्त्री०) पागलपन
विघूर्णन-सं० (पु०) 1 इधर से उधर घूमना 2 चारों ओर घूमना विक्षिप्ति-सं० (स्त्री०) विक्षिप्त होने का भाव
विघोषण-सं० (पु०) ऊँची आवाज़ में कहना, चिल्लाना विक्षुब्ध-सं० (वि०) क्षोभ से भरा हुआ
विघोषित-सं० (वि०) चिल्लाया हुआ विक्षेप, विक्षेपण-सं० (पु०) 1 फेंकना 2 झटका देना | विन-सं० (पु.) 1 बाधा, अड़चन 2 विरोध। कारी विक्षोभ-सं० (पु०) 1 उद्विग्रता 2 मन का आवेग 3 आतंक, (वि०) विघ्न डालनेवाला; नाशक (वि०) विघ्नों को डर 4 उथल पुथल। ~कारक (वि०) विक्षोभ उत्पन्न नाश करनेवाला करनेवाला
विनक-सं० (वि०) विघ्नकारी विक्षोभी-सं० (वि०) विक्षोभकारी, क्षोभकारी
विनित -सं० (वि०) 1वाधित 2 विघ्न डाला गया विखंडन-सं० (पु०) तोड़ना फोड़ना, खंड खंड करना विचकित-सं० (वि०) 1 चकित 2 घबराया हुआ विख्यात -सं० (वि०) प्रसिद्ध, मशहूर
विचक्षण-सं० (वि०) 1 तीव्र दृष्टिवाला 2 प्रकाशमान विख्याति-सं० (स्त्री०) प्रसिद्धि, शोहरत
3बुद्धिमान, समझदार 4 कुशल, दक्ष II (पु०) पंडित विख्यापन-सं० (पु०) 1 प्रसिद्ध करना 2 सार्वजनिक रूप से विद्वान् । घोषणा करना
विचय-सं० (पु.) 1 इकट्ठा करना, जमा करना 2 जाँच विख्यापित-सं० (वि०) विख्यापन किया गया
पड़ताल करना विगंध-सं० (वि०) 1 गंधहीन 2 दुर्गंधयुक्त
विचयन-सं० (पु०) । एकत्र करना 2 परखना, जाँचना विगठन-(पु०) = विघटन
3 तलाशी। - प्रकाश (पु०) खोज बत्ती विगणन-सं० (पु०) 1 हिसाब लगाना, लेखा करना 2 ऋण | विचरण-सं० (पु०) । घूमना फिरना 2 घूमना, चलना मुक्त होना
विचरना-(अ० क्रि०) 1 चलना फिरना 2 घूमना फिरना विगत-सं० (वि०) 1 बीता हुआ (जैसे-विगत दिन) 2 निष्प्रभ | विचरित-सं० (वि०) घूमता फिरता हुआ (जैसे-विगत यौवन) 3 गत से ठीक पहले का (जैसे-विगत | विचल-सं० (वि०) 1 अस्थिर 2 डिगा हुआ। --ता (स्त्री०) वर्ष, विगत रात) 4 नष्ट -
विचल होने का भाव 'विगति-सं० (स्त्री०) दुर्गति, दुर्दशा
विचलन-सं० (१०) 1 पथ भ्रष्ट होना (जैसे-मनुष्य का नैतिक विगम-सं० (पु०) 1 प्रस्थान, प्रयाण 2 पार्थक्य 3 अनुपस्थिति विचलन) 2 विचार, सिद्धांत आदि पर दृढ़ न रहना 4 त्याग 5 नाश 6 मोक्ष
(जैसे-कर्तव्य पथ से विचलित होना) 3 इधर उधर आना विगर्हणा, विगर्हा-सं० (स्त्री०) डाँट फटकार, भर्त्सना जाना (जैसे-प्रकाश का विचलन) विगर्हित -सं० (वि०) 1 भर्त्सना की गई 2 बुरा, ख़राब विचलना-(अ० क्रि०) 1 इधर उधर होना 2 अधीर होना 3निषिद्ध
__3 संकल्प आदि से हटना, डिगना विगहीं-सं० (वि०) विगर्हण करनेवाला
विचलाना-(स० क्रि०) विचलित करना विगह-सं० (वि०) निंदा किए जाने के योग्य, निंदनीय | विचलित-सं० (वि०) 1 डिगा हुआ 2 अस्थिर, चंचल विगलन-सं० (पु०) 1 पिघलना 2 रिसना 3 आर्द्र होना। 3 विकल (जैसे-प्रेम में क्यों विलिन हो गए) 4 शिथिल होना
विचार-सं० (पु०) 1 मन ही मन तर्क वितर्क करते हुए सोचना, विगलित-सं० (वि०) 1 पिघला हुआ 2 गिरा हुआ, पतित समझना (जैसे-क्या विचार कर रहे हो) 2 आगा-पीछा 3 शिथिलं 4 विकृत
निश्चित करना (जैसे सब बातों पर विचार कर लेना) विगुण-सं० (वि०) 1 गुण रहित, गुण विहीन 2 निर्गण 3 ख्याल (जैसे-आपका अपना विचार कैसा है) 4 फ़ैसले के विगूढ-सं० (वि०) 1 गुप्त 2 निदिंत
लिए मुकदमे की सुनवाई (जैसे-न्यायाधीश स्वंय विचार विग्रह-सं० (पु०) 1 विभाग, टुकड़ा 2 व्या० यौगिक शब्दों करेगें) 5 वाद विवाद (जैसे-राजनीतिक विचार) 6 संदेह
अथवा पदों को अलग करना 3 लड़ाई झगड़ा और वैर विरोध (जैसे-इस तरह का विचार ग़लत है)। - कर्ता (पु०) (जैसे-पारिवारिक विग्रह) 4 अलग करना। नीति (स्त्री०) 1सोचने विचारनेवाला 2 न्यायाधीश, विनाराध्यक्ष; कारक झगड़े की नीति
(वि०) विचार पैदा करनेवाला; ~क्रम (१०) विचारों का विग्रहात्मक-सं० (वि०) झगड़ेवाला ।
सिलसिला, विचारों की निरंतरता; ~~क्रिया (स्त्री०) विचार विघटन-सं० (पु०) 1 अलग करना 2 तोड़ना 3 नाश, बर्बादी करना; ~क्षेत्र (पु०) सोचने समझने का दायरा; ~गत (जैसे-सामाजिक विघटन)। ~कारी (पु०) विघटन (वि०) विचार किया गया; गोष्ठी (स्त्री०) विद्वानों की करनेवाला; ~वाद (पु०) विघटन करने का मत या सिद्धांत; सभा; तत्व (पु०) विचार करने का विषय; दृष्टि वादी (वि०) विघटनवाद संबंधी
(स्त्री०) विचार करने की शक्ति; ~धारा (स्त्री०) । विचार विघटनात्मक-सं० (वि०) विघटनकारी
पद्धति 2 सिद्धांत; ~धारात्मक (वि०) सिद्धांतमूलक; विघटित-सं० (वि०) 1विभक्त 2 नष्ट किया हआ
नेता (पु.) जनसाधारण के विचारों का नेतृत्वकर्ता; विधात-सं० (पु०) 1 आघात, चोट 2 विनाश 3 निवारण, रोका पति (पु०) 1 न्यायाधीश 2 विचारक पद्धति (स्त्री०)