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वैभाषिक
वैभाषिक सं० (वि०) 1 विभाषा संबंधी 2 वैकल्पिक वैभिन्य - सं० (पु० ) भिन्नता वैमत्य-सं० ( पु० )
1 फूट, मतभेद 2 अंतर
वैमनस्य - सं० (पु० ) 1 अन्यमनस्क होने का भाव 2 मानसिक शैथिल्य, उदासी 3 शत्रुता, वैर
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वैमल्य - सं० (पु० ) विमलता
वैमात्र - सं० (वि०) सौतेला (जैसे- वैमात्र संतान)
वैमात्रेय - सं० (वि०) विमाता का ( जैसे - वैमात्रेय व्यवहार) वैमानिक - I सं० (वि०) 1 विमान संबंधी 2 विमान में उत्पन्न (जैसे- वैमानिक विस्फोट) II ( पु० ) 1 विमानरोही 2 विमान चालक, पायलट वैमानिकी -सं० (स्त्री०) हवाई जहाज़ चलाने की विद्या या शास्त्र एयरोनाटिक्स
वैमुख्य - सं० (पु० ) । विमुखता 2 विरक्ति 3 घृणा 4 पलायन वैयक्तिक सं० (वि०) = व्यक्तिगत। ~ता (स्त्री०) = व्यक्तित्व; ~तावाद (पु०) अपने को महत्त्व देने का सिद्धांत अहंवाद; ~ता वादी (वि०) वैयक्तिकतावाद संबंधी, अहंवादी
वैयर्थ्य -सं० (पु० ) व्यर्थता वैयाकरण - I सं० (वि०) व्याकरण संबंधी, व्याकरण का II
(पु० ) 1 व्याकरण का ज्ञाता 2 व्याकरण की रचना करनेवाला वैर-सं० ( पु० ) विरोध, शत्रुता (जैसे- वैर भाव ) । - भाव (पु०) वैर की भावना; ~ विरोध (पु०) वैर और विरोध, दुश्मनी ~ शुद्धि (स्त्री०) वैर का बदला वैरागिनी -सं० (स्त्री०) संन्यासिनी
वैरागी - I सं० (पु० ) उदासी II ( वि० ) विरक्त वैराग्य-सं० ( पु० ) विरक्ति
वैराज्य - सं० ( पु० ) 1 दो राजाओं का संयुक्त शासन, दुराज 2 विदेशी शासन
वैरी-सं० (पु० ) शत्रु, दुश्मन (जैसे-वैरी से जा मिलना, वैरी से बदला लेना)
वैरूप्य - सं० (पु० ) 1 विरूपता 2 विकृति 3 बेढंगापन वैलक्षण्य - सं० ( पु० ) 1 विलक्षणता, विचित्रता, 2 विभिन्नता 3 अंतर
वैलिंग्य-सं० (पु०) लिंगहीनता
वैवर्त - सं० ( पु० ) पहिए की तरह घूमना वैवश्य - सं० (पु० ) 1 विवशता 2 दुर्बलता वैवाह - सं० (वि०) विवाह संबंधी, विवाह का वैवाहिक - I सं० (वि०) 1 विवाह संबंधी 2 विवाह के फलस्वरूप होनेवाला (जैसे- वैवाहिक जलपान, वैवाहिक उत्सव ) II ( पु० ) 1 विवाह संबंधी तैयारी, विवाहोत्सव 2 विवाह के फलस्वरूप होनेवाला संबंध
वैविध्य - सं० (पु० ) = वैरूप्य । पूर्ण (वि०) विविध, भिन्न भिन्न
वैशाख - (पु० ) चाँद्र वर्ष का चैत्र के बाद पड़नेवाला एक मास (जैसे - वैशाख का दिन )
वैशिष्ट्य - सं० (पु० ) विशिष्ठता
वैशेषिक सं० (पु० ) 1 पदार्थ विद्या 2 पदार्थ विद्या का अनुयायी
वैश्य - सं० (पु० ) हिंदुओं में तीसरे वर्ण (जाति) का व्यक्ति
वैश्लेषिक-सं० (वि०) विश्लेषण संबंधी वैश्वानर-सं० ( पु० ) आग, अग्नि वैश्वासिक-सं० (वि०) विश्वास संबंधी वैषम्य-सं० (पु० ) विषम होने का भाव वैषिक सं० (वि०) 1 विष संबंधी 2 विषजन्य वैष्णव-सं० (वि०) 1 विष्णु संबंधी (जैसे-वैष्णव विचार) 2 विष्णु का उपासक
=
वैष्णवी - सं० (स्त्री०) 1 विष्णु की शक्ति 2 दुर्गा वैसलीन-अं० (पु० ) वेसलीन वैसा - I (वि०) 1 उसी तरह का 2 ऐसा II (अ०) उस प्रकार वैसादृश्य-सं० ( पु० ) असमानता, विषमता वैसे- (अ० ) 1 उस तरह से 2 यों
वोट- अं० (पु० ) 1 मत (जैसे वोट देना) 2 सामूहिक निर्णय (जैसे- शांति प्रस्ताव और युद्ध बंदी के प्रस्ताव पर वोट लेना) । ~आफ सेंसर (पु० ) निंदात्मक प्रस्ताव; दाता सं० (पु०) वोटर; ~दान + सं० (पु०) वोट देना; दान पद्धति + सं० (स्त्री०) वोट देने की प्रणाली वोटर अं० (पु०) मतदाता वोटाधिकार-अं० सं० वोटिंग -अं० (स्त्री० ) वोल्ट -अं० (स्त्री०) विद्युत्शक्ति की इकाई; ता सं० (स्त्री०) विद्युत्शक्ति मापी + सं० (पु०) विद्युत्शक्ति मापने का यंत्र
( पु० ) मत देने का अधिकार वोट दान
व्यंजना
वोल्टेज -अं० (पु० )
व्यंकुश - सं० (वि०) निरंकुश
व्यंग - I सं० (वि०) 1 अंगरहित 2 विकलांग 3 लँगड़ा
=
वोल्टता
4 अव्यवस्थित II (पु० ) 1 विकलांग व्यक्ति 2 ताना व्यंग्य - सं० ( पु० ) - 1 शब्द की व्यंजना शक्ति द्वारा निकला अर्थ, गूढ़ार्थ 2 ताना (जैसे- व्यंग्य कसना ) । कार ( पु० ) 1 कार्टून बनानेवाला 2 व्यंग्यपूर्ण रचना करनेवाला; गति (स्त्री०) उपहासात्मक गीत या कविता; चित्र (पु० ) कार्टून; उपहासात्मक और सांकेतिक चित्र; ~ चित्रकार ( पु०) व्यंग्य चित्र बनानेवाला; पूर्ण (वि०) व्यंग्यवाला; व्यंजक (वि०) व्यंग्य प्रकट करनेवाला व्यंग्यपरक-सं० (क्रि० वि०) व्यंग्य रूप में व्यंग्याकृति -सं० (स्त्री०) व्यंग्य प्रधान आकृति व्यंग्यात्मक-सं० (वि०) = व्यंग्य संबंधी व्यंग्योक्ति-सं० (स्त्री०) व्यंग्यभरी बात व्यंजक - I सं० (वि०) व्यक्त करनेवाला II (पु०) 1 व्यंजना द्वारा अर्थ प्रकट करनेवाला शब्द 2 आंतरिक भाव प्रकट करनेवाली चेष्टा या हाव भाव, आंतरिक भाव प्रदर्शन व्यंजन - I सं० (पु०) देवनागरी वर्ण मात्रा में 'क' से 'ह' तक वर्णों का समूह। गुच्छ ( पु०) व्यंजनों का संयोग (जैसे- श्रेष्ठ, ज्योत्सना); ~द्वित्व (पु०) व्यंजन की दो बार ध्वनि (जैसे- क्क, ग्ग, च्च) ; ~संधि (स्त्री०) व्यंजन वर्णों का संयोग
व्यंजन - II सं० (पु० ) भोजन । ~ कला (स्त्री०) पाक विद्या व्यंजनांत-सं० (वि०) जिसके अंत में व्यंजन हो व्यंजना-सं० (स्त्री०) 1 भाव प्रकट करने की एक शब्द शक्ति