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विचारक
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विजय
विचार करने का ढंग; ~पूर्ण (वि०) विचारों से भरा हुआ; | विचिंता-सं० (स्त्री०) = विचिंतन
पूर्वक (क्रि० वि०) विचार करके (जैसे-विचारपूर्वक देख | विचिकत्सा-सं० (स्त्री०) 1 शंका, संदेह 2 भूल लेना); ~प्रक्रिया, प्रणाली (स्त्री०) विचार पद्धति; | विचित्र सं० (वि०) 1 रंग बिरंगा 2 अजीब, अनोखा ~भूमि (स्त्री०) न्यायालय, अदालत, कोर्ट: ~मूढ़ (वि०) (जैसे-विचित्र घटना, विचित्र दृश्य) 3 नया और विलक्षण सोचने समझने की शक्ति से असमर्थ; ~~मूलक (वि०) - (जैसे-विचित्र महल, विचित्र बात) 4 चकित करनेवाला विचारपूर्ण; मग्न (वि०) विचारों में डूबा हुआ, विचारों में (जैसे-विचित्र नारी, विचित्र सिनेमा) 5 सुंदर, खूबसूरत । तल्लीन; ~वाद (पु०) ~वादी (वि०) विचारवाद संबंधी, ता (स्त्री०) विचित्र होने की स्थिति; शाला (स्त्री०) विचारवाद का; विज्ञ (पु०) विचारक; -वितर्क (पु०) अजायबघर विचार विमर्श; विनिमय (पु०) विचारों का आदान-प्रदान; विचित्रित-सं० (वि०) रंगा हुआ 2 सजाया हुआ
-विभिन्नता (स्त्री०) विचारों की विविधता; विमर्श विचंबित-सं० (वि०) चूमा हुआ, चुंबन किया हुआ (पु०) राय मशविरा, सोचना समझना; ~शक्ति (स्त्री०) विचूर्ण-सं० (वि०) चूर-चूर किया हुआ सोचने समझने की शक्ति; ~शील (वि०) विचार करता विचेतनक-सं० (वि०) चि० संज्ञा नाशक हआ (जैसे-विचारशील व्यक्ति); -शैली (स्त्री०) विचार विचेतना-सं० (स्त्री०) 1 संज्ञाहीनता, अचेतनता 2 व्याकुलता, करने का तरीक़ा; ~श्रृंखला (स्त्री०) विचारों की परंपरा या __ अधीरता कड़ी; ~सरणी (स्त्री०) - विचार पद्धति ; सूत्र (पु०) विचेष्ट-सं० (वि०) 1 जो सचेष्ट न हो 2 अक्रिय 3 गतिहीन, विचारों का क्रम; स्वतंत्रता (स्त्री०) विचार प्रकट करने की __ अचल छूट; स्वतंत्रवाद (पु०) सर्वसाधारण को अपने विचारों को विच्छर्दन-सं० (पु०) 1 वमन, के 2 उपेक्षा 3 क्षय 4 अवमानना प्रकट करने का सिद्धांत; स्वतंत्रवादी I (वि०) विचार | विच्छित्ति-सं० (स्त्री०) 1 काटकर अलग करना 2 भंग करना स्वतंत्रवाद से संबंधित II (पु०) विचार स्वतंत्रवाद का 3 विनाश 4 बाधा, रोक समर्थक; स्वातंत्र्य (पु०) - विचार स्वतंत्रता; हीन | विच्छिन्न-सं० (वि०) 1 काटकर अलग किया हुआ 2 विभक्त (वि०) = विचारमूढ़
3 अलग 4 निवारित विचारक-1 सं० (वि०) विचार करनेवाला II (पु०) 1 विचार विच्छेद-सं० (पु०) 1 काटकर अलग करना 2 टुकड़े टुकड़े कर्ता 2 न्याय कर्ता, न्यायाधीश
करना 3 नाश, क्षति 4 अलगाव विचारण-सं० (पु०) विचारने का काम, सोचना, समझना विच्छेदक-सं० (वि०) विच्छेद करनेवाला विचारणा-सं० (स्त्री०) 1सोचना समझना 2 सोची समझी विच्छेदन-सं० (पु०) विच्छेद करने का काम बात
विच्छेदित-सं० (वि०) विच्छेद किया हुआ विचारणीय-सं० (वि०) 1 विचार करने योग्य, चिंत्य 2 संदिग्ध | विच्छेदी-सं० (वि०) = विच्छेदक विचारना-(अ० क्रि०) 1 सोचना समझना (जैसे-विचारना विच्युत-सं० (वि०) 1 इधर उधर गिरा हुआ 2 च्युत, भ्रष्ट पद्धति) 2 पूछना
3 कटकर अलग हुआ 4 नष्ट विचारवती-सं० (स्त्री०) विचार करनेवाली स्त्री | विच्युति-सं० (स्त्री०) विच्युत होने का भाव (जैसे-विचारवती पत्नी)
विछोह-(पु०) 1 वियोग 2 विरह, दुःख विचारवान-सं० (वि०) विचारवाला
विजड़ित-(वि०) 1 स्थिर, अडोल 2 जड़ा हुआ, जटित विचारात्मक-सं० (वि०) = विचारपूर्ण
विजन-I सं० (वि०) 1 जनहीन 2 एकांत II (पु०) व्यजन, विचाराधिकार-सं० (पु०) विचार करने का अधिकार पंखा। ~ता (स्त्री०) 1 एकांतता 2 विजन अवस्था विचाराधीन सं० (वि०) जिस पर विचार हो रहा हो (जैसे-यह विजनन-सं० (पु०) 1 प्रसव 2 स्त्री-पुरुष के संयोग बिना प्रश्न अभी विचाराधीन है)
प्रयोगशाला में संतान उत्पन्न करना (जैसे-विजनन प्रक्रिया) विचाराध्यक्ष-सं० (पु०) - विचारपति
विजन्मा-सं० (पु०) 1 जारज संतान 2 जाति भ्रष्ट विचारानुसार-सं० (क्रि० वि०) विचार के अनुसार विजन्या-सं० (वि०/स्त्री) गर्भवती, गर्भिणी (स्त्री) विचारार्थ-सं० (वि०) विचार के लिए
विजय-सं० (स्त्री०) जीत (जैसे-शत्रु पर विजय पाना, रण विचारालय-सं० (पु०) न्यायालय, कचहरी
विजय)। कलश (पु०) पुरुस्कार स्वरूप दिया गया कप; विचारावली-सं० (स्त्री०) विचारों का संग्रह
जन्य (वि०) विजय से उत्पन्न; दशमी (स्त्री०) विचारित-सं० (वि०) 1 विचार किया हुआ 2 संदिग्ध = विजयादशमी; ~ध्वजा (स्त्री०) = विजयपताका; विचारी-I सं० (पु०) चलने का मार्ग II (वि०) 1 घूमने निनाद (पु०) विजय की घोषणा ; पताका (स्त्री०) फिरनेवाला 2 विचारशील 3 विचारक
1 विजय के समय फहराई जानेवाली पताका 2 विजय सूचक विचारोत्तेजक-सं० (वि०) विचारों को उभारनेवाला चिह्न; ~पर्व (पु०) = विजयोत्सव; पूर्ण (वि०) विजय विचार्य-सं० (वि०) - विचारणीय
से भरा हुआ; ~प्राप्ति (स्त्री०) विजय प्राप्त करना; ~यात्रा विचालन-सं० (पु०) 1 इधर उधर चलाना 2 हटाना (स्त्री०) विजय प्राप्त करने के उद्देश्य से की गई यात्रा; 3 विचलित करना
लक्ष्मी (स्त्री०) विजय की अधिष्ठात्री देवी; ललिप्सा विचिंतन -सं०(पु०) खूब सोचना समझना
(स्त्री०) = विजिगीषा; ~शील (वि०) = विजयपूर्ण विचिंतनीय-सं० (वि०) चिंतन योग्य
~श्री (स्त्री०) = विजय लक्ष्मी; ~सूचक (वि०) विजय