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वज्रमय
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वनस्पति ~धर I (वि०) वज्र धारण करनेवाला II (पु०) इंद्र; | वदावद-सं० (वि०) बहुत बात करनेवाला, वाचाल
लख (पु०) नृसिंह; निघोष (पु०) वज्र के गिरने की बड़ड़िया आवाज़, बिजली कड़कना; ~पात (पु०) 1 आकाश से | वदि-[ सं० (अ०) चाँद्र मास के कृष्ण पक्ष में II (पु०) कृष्ण बिजली गिरना 2 भीषण संकट; -प्रहार (पु०) वज्र क पक्ष
आघात; ~मुट्ठी + हिं०, ~मुष्टि (स्त्री०) 1 वाण चलाने की | वदितव्य-सं० (वि०) कहे जाने योग्य विशेष हस्त मुद्रा 2 इंद्र; ~यान (पु०) बौद्धधर्म का एक वध-सं० (पु०) 1 हत्या 2 हत्या करना। जीवी (पु०) वध तांत्रिक संप्रदाय; ~वार + हिं० (पु०) = वज्रपात; करके जीविकोपार्जन करनेवाला व्यक्ति; - मंच (पु०) वध ~वारक (पु०) वज्र से वार करनेवाला; ~सार I (वि०) करने का चबूतरा; ~शाला (स्त्री०) - वधालय अत्यंत कठोर II (पु०) हीरा; दय (वि०) अत्यंत कठोर वधक-I सं० (पु०) हत्या करनेवाला, हिंसक II (वि०) हिंसा दिल का, बेरहम
करनेवाला वज्रमय-सं० (वि०) 1 कठोर, कठिन 2 क्रूर हृदयवाला वधालय-सं० (पु०) बूचड़खाना वज्राकर-सं० (पु०) हीरे की ख़ान
वधिर-सं० (वि०) बहरा वज्राकार-सं० (वि०) 1 वज्र जैसा 2 वज्र के आकार का | वधू-सं० (स्त्री०) 1 दुलहन 2 पत्नी। -वस्त्र (पु०) विवाह वज्राघात-सं० (पु०) 1 वज्रपात 2 वज्र की चोट
के समय कन्या को दिया गया वस्त्र वट-सं० (पु०) बरगद का पेड़
वधूटी-सं० (स्त्री०) 1 पुत्रवधू 2 नवयुवती (जैसे-ग्राम वधूटी) वटक-सं० (पु०) 1 बड़ी टिकिया, बट्टा 2 पकौड़ी आदि | वध्य-सं० (वि०) वध किए जाने योग्य। ~स्थल (पु०) = पकवान 3 आठ माशे की एक तौल
वध स्थान वटिक-सं० (पु०) शतरंज का मोहरा
वन-सं० (पु०) 1 जंगल (जैसे-वन प्रदेश) 2 उपवन, बाग वटिका-सं० (स्त्री०) टिकिया
(जैसे-वन वाटिका की शोभा)। खंड (पु०) जंगल का वटी-सं० (स्त्री०) गोली
टुकड़ा, वनस्थली; ~गमन (पु०) 1 संन्यास ग्रहण 2 वन की वटु, वटुक-सं० (पु०) 1 बालक 2 ब्रह्मचारी
यात्रा करना; गोचर (वि०) वन में घूमने फिरनेवाला; वटेस्वर-(पु०) शिव, महादेव
चर I (वि०) वन में भ्रमण करनेवाला II (पु०) जंगली वठर-I सं० (पु०) चिकित्सक II (वि०) 1 मूर्ख 2 शरारती, प्राणी; चर्या (स्त्री०) वनवास या वन भ्रमण; ज शठ 3 धीमा, मंद
(वि०) वन में उत्पन्न; जीवी (पु०) 1 लकड़हारा वडव-सं० (पु०) घोड़ी जैसा घोड़ा
2 बहेलिया; देव, देवता (पु०) जंगल का अधिष्ठाता वडवा-सं० (स्त्री०) घोड़ी 2 दासी 3 वेश्या 4 ब्राह्मण जाति की देवता; देवी (स्त्री०) वन की अधिष्ठात्री देवी; ~द्रुम
(पु०) जंगली पेड़ पौधा; नाशन (पु०) वन को बर्बाद वणिक-सं० (पु०) 1 व्यवसाय से जीविकोपार्जन करनेवाला करना; ~पशु (पु०) जंगली जानवर; ~पाल (पु०) वन व्यक्ति (जैसे-वणिक् समुदाय) 2 वैश्य, बनिया (जैसे-वणिक् की रक्षा करनेवाला सरकारी कर्मचारी; ~प्रदेश, प्रांत बुद्धि, वणिक् कर्म)। -पोत (पु०) व्यापारी जहाज़ (पु०) जंगल का इलाका; -मंडल (पु०) वनप्रदेश, जंगल वत-सं० (अ०) शब्दों के अंत में प्रयुक्त होनेवाला एक प्रत्यय का इलाका; ~मंडलाधिकारी (पु०) वनपाल, ~महोत्सव
जो समानता का सूचक है (जैसे-विधिवत, चंद्रवत, पुत्रवत्) (पु०) वनों के विस्तार से संबद्ध कार्यक्रम; ~मानुष (पु०) वतन-अ० (पु०) 1 अपना देश, स्वदेश 2 जन्म स्थान । एक तरह का बंदर; ~माला (स्त्री०) 1 जंगली फूलों की
दोस्त + फा० (पु०) देश हितैषी; दोस्ती + फ़ा० माला 2 घुटनों तक लंबी ऋतु कुसुमों की माला; ~माली (स्त्री०) = वतनपरस्ती; परस्त + फ्रा० (पु०) देशभक्त; (वि०) वनमाला धारण करनेवाला; रक्षक (पु०) =
परस्ती + फा० (स्त्री०) देशभक्ति; ~फरोश + फ्रा० वनपाल; राज (पु०) सिंह, शेर; राजि (स्त्री०) (पु०) देशद्रोही
वनसमूह; ~रोपण (पु०) पेड़ पौधे लगाना, वनाच्छादन; वतनी-अ० + हिं. अपने देश का निवासी
~वास (पु०) जंगल में रहना; ~वासी (वि०) जंगल में वत्स-सं० (पु०) बच्चा, शिशु
रहनेवाला; -विज्ञान (पु०), विद्या (स्त्री०) दे० वत्सर-सं० (पु०) वर्ष, साल
वानिकी; समूह (पु०) घना जंगल; ~स्थ (वि०) वन में वत्सल-I सं० (वि०) 1 बच्चों से प्रेम करनेवाला, शिशु स्नेही रहनेवाला; ~स्थली (स्त्री०) वनों से घिरा प्रदेश 2 प्रेम करनेवाला (जैसे-भक्त वत्सल) II (पु०) 1 पुत्र | वनमय-सं० (वि०) जंगलवाला आदि के प्रति उत्पन्न रतिभाव 2 प्यार। ता (स्त्री०) (बाल' वनस्पति-सं० (स्त्री०) ज़मीन से उगनेवाले पेड़, पौधे, लताएँ बच्चों का) प्यार
आदि। ~ उद्यान (पु०) पेड़ पौधों का बगीचा; ~यी वदंती-सं० (स्त्री०) कथन, बात
+ हिं० (पु०) घी की तरह का चिकना पदार्थ; जगत् क्द-सं० (वि०) बोलनेवाला (जैसे-प्रियंवद)
(पु०) पेड़ पौधे; ~जन्य (वि०) वनस्पति से उत्पन्न वदतोव्याघात-सं० (पु०) तर्क में कथन संबंधी एक दोष जात (वि०) वनस्पति से उत्पन्न होनेवाला; ~तेल + हिं० बदन-सं० (पु०) 1 कहना, बोलना 2 मुख, मुँह (जैसे-चंद्र (पु०) = वनस्पति घी; मिल + अं० (स्त्री०) वनस्पति से वदन)
संबद्ध पदार्थ बनाने का कारखाना; ~विज्ञान, ~शास्त्र क्दान्य-10 (वि०) बात से संतुष्ट करनेवाला
(पु०) विज्ञान की एक शाखा जिसमें वनस्पतियों के उदभव,
स्त्री