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वनांत
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काप
विकास तथा आकार प्रकार का अध्ययन किया जाए; 2 पसंद करने योग्य || (पु०) 1 देवता से प्रसाद रूप में कुछ ~शास्त्री (पु०) वनस्पति शास्त्र का ज्ञाता
माँगना 2 देवता से प्रसाद रूप में मांगी गई वस्तु 3 नव वनांत-सं० (पु०) जंगली भूमि
विवाहिता स्त्री का पति 4 विवाह योग्य पुरुष 5 बालक, वनाग्नि-सं० (स्त्री०) वन की आग, दावानल
लड़का। ~कन्या (स्त्री०) दूल्हा-दुल्हिन; दक्षिणा वनाधिकारी-सं० (पु०) = वनपाल
(स्त्री०) दहेज़, दायज, दइया; दाता (वि०) वर प्रदान वनाश्रम-सं० वानप्रस्थ आश्रम
करनेवाला; ~दान (पु०) 1 देवता, ऋषियों आदि से प्राप्त वनाश्रमी-सं० (पु०) वानप्रस्थी, तपस्वी
वर 2 फलसिद्धि 3 शुभ फलदायिनी; दानी (पु०) वर वनिका-सं० (स्त्री०) छोटा वन, उपवन
प्रदान करनेवाला, वरदायक; ~दायक (वि०) वर देनेवाला; वनित-सं० (वि०) 1 माँगा हुआ, याचित 2 चाहा हुआ, ~पक्ष (पु०) लड़केवाले लोग; ~प्रद (वि०) वर अभिलाषित 3 पूजित 4 सेवित
देनेवाला; ~प्रदान (पु०) इच्छा पूर्ण करना, वर देना; वनिता-सं० (स्त्री०) 1 स्त्री, औरत 2 अनुरक्त स्त्री, प्रिया, यात्रा (स्त्री०) 1 विवाह हेतु वर का वधू के यहाँ जाना प्रेमिका। -द्विष (पु०) रमणी द्वेषी; विलास (पु०) 2 बरात; ~योग्य (वि०) 1 वरदान के योग्य 2 विवाह के स्त्रियों की क्रीड़ा
योग्य धनी-सं० (स्त्री०) = वनिका
वरक़-अ० (पु०) 1 धातु का पतला पत्तर 2 पृष्ठ, पन्ना । वनेचर-सं० (वि०) = वनचर
~गरदानी + फ़ा० (स्त्री०) 1 पुस्तक को उलट पलटकर वन्य-सं० (वि०) 1 वन में उत्पन्न होनेवाला 2 जंगली | देखना 2 पढ़ने का ढोंग करना (जैसे-वन्य पशु)
बरगलाना-फा० + हिं० (स० क्रि०) गुमराह करना, बहकाना वफ़ा-अ० (स्त्री०) 1 वचन पालना 2 निष्ठा। ~दार + फ़ा० | वरज़िश-फा० (स्त्री०) कसरत, व्यायाम (वि०) 1 वचन पालन करनेवाला 2 निष्ठ; ~दारी + फ़ा० वरण-सं० (पु०) 1 चुनना 2 चुनाव 3 अर्चन, पूजन (स्त्री०) वफ़ादार होना
4 सत्कार। -माला (स्त्री०) जयमाल वफ़ात-अ० (स्त्री०) मौत, मृत्यु
वरणीय-सं० (वि०) वरण योग्य वबा-अ० (स्त्री०) महामारी
वरद-सं० (वि०) वर देनेवाला वबाल-अ० (पु०) 1 भार, बोझ 2 विपत्ति, संकट 3 झंझट | वरदी-(स्त्री०) विशेष पहनावा (जैसे-पुलिस वर्दी, सेना की 4 दैवी प्रकोप
वदी) वमन-सं० (पु०) 1 कै करना, उलटी करना 2 कै किया हुआ वरन्-(अ०) 1 ऐसा नहीं 2 बल्कि पदार्थ। ~कारी (वि०) कै लानेवाला
वरना-फा० (अ०) नहीं तो वमि-सं० (स्त्री०) वमन रोग
वरांगना-सं० (स्त्री०) सुंदर स्त्री वमित-सं० (वि०) वमन किया हुआ
वराट-सं० (पु.) 1 रस्सी 2 कौड़ी वयः क्रम-सं० (पु०) = उम्र, वय
वराटिका-सं० (स्त्री०) तुच्छ वस्तु वयः परिणति-सं० (स्त्री०) अवस्था की प्रौढ़ता वरासत-अ० (स्त्री०) 1 वारिस होने का भाव 2 उत्तराधिकार वयः संधि-सं० (स्त्री०) बाल्यावस्था तथा यौवनावस्था के मध्य 3 मृतक की संपत्ति। नामा (पु०) उत्तराधिकार पत्र
की स्थिति, बाल्यावस्था और यौवनावस्था के बीच का समय वरासतन-अ० (अ०) उत्तराधिकार होने का भाव वय-(स्त्री०) 1 उम्र, अवस्था 2 जवानी (जैसे-वय किशोर) वरासन-सं० (पु०) श्रेष्ठ आसन वयन-सं० (पु०) बुनना ।
वराह-सं० (पु०) सूअर, शूकर वयस्क-I सं० (वि०) शारीरिक विकास तथा पूर्णता को प्राप्त, | वरिष्ठ-सं० (वि०) 1 श्रेष्ठ, पूज्य 2 महान् सयाना (जैसे-वयस्क व्यक्ति, वयस्क अवस्था) II (पु०) वरीय-सं० (वि०) 1 सर्वश्रेष्ठ 2 ग्रहण योग्य। ता (स्त्री०) 1विवाह के योग्य युवक-युवती 2 निर्वाचन संबंधी अधिकार 1सर्वश्रेष्ठता 2 वरीय होने का भाव प्राप्त व्यक्ति । मताधिकार (पु०) चुनाव आदि में मत देने वरु-(अ०) बल्कि का अधिकार
वरुण-सं० (पु०) जल (जैसे-वरुण देव) 2 सौर जगत का वयस्कत्व-सं० (पु०) बालिग़पन। प्राप्ति (स्त्री०) बालिए | एक ग्रह
वरूथ-सं० (पु०) 1सेना, फ़ौज 2 बख़्तर वयस्थ-सं० (वि०) उम्रवाला, उम्र का
वरेण्य-सं० (वि०) 1 प्रधान, मुख्य 2 पूजनीय 3 कामना के वयस्य-I सं० (पु०) मित्र II (वि०) बराबर की उमरवाले |
योग्य वयस्यक-सं० (पु०) 1 समसामयिक व्यक्ति 2 मित्र, सखा वर्क-अं० (पु०) काम, कार्य। ~शाप (स्त्री०) कार्यशाला वयस्या-सं० (स्त्री०) सखी
वर्कर-अं० (पु०) कर्मचारी क्योवद्ध-सं० (वि०) अधिक उमरवाला, वृद्ध
वर्किग कमिटी-अं० (स्त्री०) कार्यकारिणी समिति वरच-सं० (अ०) बल्कि, अपितु
वर्ग-सं० (पु०) 1 श्रेणी (जैसे-साहित्यिक वर्ग, छात्र वर्ग) वडा-I बो० (पु०) बरामदा
2 स्पर्श व्यंजन वर्गों का समूह (जैसे-कवर्ग, चवर्ग) 3 ग्रंथ वरंडा-II सं० (स्त्री०) 1 कटारी 2 बत्ती
आदि का प्रकरण, परिच्छेद 4 ग० समान अंकों का पात वर-I सं० (वि०) 1 उत्तम, श्रेष्ठ (जैसे-कविवर, मान्यवर) | 5जमात, कक्षा। एकता (स्त्री०) श्रेणियों की परस्पर
होना